बीजेपी के लिए बिहार में मुश्किल बढ़ती जा रही है. SC/ST एक्ट को लेकर सरकार द्वारा लाये गये अध्यादेश से सवर्ण वर्ग बीजेपी से खफा हो गये है. दो दिन पहले सवर्णों द्वारा भारत बंद का आयोजन किया गया था जिसका असर पुरे बिहार में देखने को मिला, खासकर सवर्ण बहुल जिलों में इसका ज्यादा असर मिला. अगर 10% वोटर भी बीजेपी को वोट नहीं देते है तो 2019 में बीजेपी की राह मुश्किल हो जाएगी.
क्यों नाराज हैं सवर्ण:
SC/ST एक्ट को लेकर सुप्रीमकोर्ट का फैसला आया जिसमें कहा गया है कि बिना जांच के इस मामले में गिरफ़्तारी नहीं होगी. सवर्ण सुप्रीमकोर्ट के इस फैसले से काफी खुश हुए. देश में विपक्षियों द्वारा बड़ा आन्दोलन चलाया गया, बीजेपी सरकार को दलित विरोधी बताया गया, बीजेपी भी अंततः आन्दोलन के आगे झुक गई और सुप्रीमकोर्ट के फैसले के खिलाफ एक विधेयक पारित किया जिसमें फिर से SC/ST एक्ट में बिना जांच के गिरफ़्तारी को लागु कर दिया.
बीजेपी सरकार के इस फैसले की उम्मीद सवर्ण समाज को नहीं थी. सोशल मीडिया से लेकर हर चौक चौराहे पर इसी बात की बहस हो रही है कि अगले चुनाव में बीजेपी को वोट किया जाए या नहीं. कुछ लोग अब भी बीजेपी के साथ दिखाई दे रहे है लेकिन एक बड़ा वर्ग बीजेपी को सबक सिखाने के मुड में हैं.
सवर्णों के विरोध प्रदर्शन से अन्दर अन्दर विपक्ष काफी खुश दिखाई दे रही है क्योंकि पहले तो SC/ST एक्ट के समर्थन में आंदोलन उनका कामयाब रहा और केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना पड़ा तो दूसरी तरफ सरकार से सवर्ण नाराज हो गये. बीजेपी को दोनों जगह नुकसान झेलना पर रहा है. SC/ST तो पहले से ही बीजेपी को ब्राह्मणों की पार्टी समझती है और बहुत कम वोट मिलता है. अब अगर सवर्ण 5-10% भी नाराज हुए और वोट नहीं दिए तो अगले चुनाव में एकदम साफ़ हो जायेगा बीजेपी.
Source: DBN News