बसेरा
तिनतिन बिन, बना बसेरा लेती चिड़ियाँ।
सांझ से रह बसेरे मे, रात गुजार लेती चिड़ियाँ।
उड़ भोर परे खेतों से, दाना चुँग लेती चिड़ियाँ ।
कुछ दबा चोच मे दाना, उड़ आती चिड़ियाँ ।
बैठ बुने बसेरे मे, बच्चो को दाना चुनती चिड़ियाँ।
कर प्यार पूरा, उड़ेल दाना बच्चे के मुँह मे,
दूर गगन मे उड़ जाती चिड़ियाँ।
न मांगती भीख किसी से, दाना चुँगती चिड़ियाँ।
नदी , हर डाल,खेत की रानी चिड़ियाँ।
तिनतिन बिन, बना बसेरा लेती चिड़ियाँ।