
यह तो हम सभी जानते हैं कि हेल्दी रहने के लिए पर्याप्त व अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। लेकिन आपको अपने आसपास ऐसे बहुत कम लोग मिलेंगे, जो रात को ठीक तरह से सो पाते हों। दरअसल, तनाव, काम के बढ़ते बोझ व मोबाइल व लैपटाॅप के चलते उनकी रातों की नींद उड़़ जाती है। ऐसे में लोग या तो देर रात तक जागते रहते हैं या फिर करवटें बदलते रहते हैं। जिससे उनका पूरा स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो जरूरी है कि आप अपनी कुछ आदतों में बदलाव करें। तो चलिए जानते हैं ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में-
लाइट पर ध्यान
आपको शायद पता न हो लेकिन लाइट का एक्सपोजर भी नींद को काफी हद तक प्रभावित करता है। दरअसल, हर व्यक्ति के शरीर में एक प्राकृतिक समय रखने वाली घड़ी है जिसे सर्कैडियन रिदम के रूप में जाना जाता है। यह आपके मस्तिष्क, शरीर और हार्मोन को प्रभावित करता है, जो आपको जागते रहने और आपके शरीर को सोने के समय के बारे में बताने में मदद करता है। जब आप दिन में प्राकृतिक धूप या तेज रोशनी में होते हैं तो यह आपके सर्कैडियन लय को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह दिन की ऊर्जा, साथ ही रात की नींद की गुणवत्ता और अवधि में भी सुधार करता है। इस प्रकार अगर दिन में सूर्य के प्रकाश या कृत्रिम उज्जवल प्रकाश में रहा जाए तो इससे अनिद्रा की समस्या से छुटकारा मिलता है। वहीं रात के समय में ब्राइट लाइट या ब्राइट ब्लू लाइट से दूरी बनाएं, इससे नींद पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
गैजेट्स को कहें नो
गैजेट्स भले ही दिनभर आपका काम आसान बनाते हों, लेकिन रात में यह आपके स्वास्थ्य के लिए किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। जहां देर रात तक टीवी, फोन व लैपटाॅप का इस्तेमाल करने से आंखों की रोशनी पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, वहीं इससे नींद भी ठीक से नहीं आती। अगर आप रात को बेफिक्र होकर सोना चाहते हैं तो सोने से पहले अपने मोबाइल को आॅफ कर दें। साथ ही अगर आपको ऐसा लगता है कि घर आने के बाद आपको भी इन चीजों की आवश्यकता होगी तो घर वापिस आने के बाद आधा घंटा स्क्रीन टाइम के लिए तय कर लें। इसके बाद आप सभी तरह के गैजेट्स को बंद कर दें।
कैफीन से बनाएं दूरी
कुछ लोगों को शाम के समय चाय या काॅफी पीने की आदत होती है। अगर आप भी देर शाम इन चीजों का सेवन करते हैं तो इसे आज ही बंद करें। दरअसल, ऐसे पेय पदार्थों में कैफीन होता है, जिसके कारण नींद पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अगर आप इन चीजों को पीना ही चाहते हैं तो समय में थोड़ा बदलाव करें। मसलन, सात-आठ बजे चाय व काॅफी पीने के स्थान पर तीन-चार बजे इनका सेवन करें। खासतौर से, जिन लोगों को रात में नींद आने में परेशानी होती है, उन्हें तो कैफीन से दूरी बना लेनी चाहिए।
पैरों करें रिलैक्स
पूरा दिन की भागदौड़ में पैर काफी थक जाते हैं। ऐसे में अगर उसे रिलैक्स किया जाए तो इससे नींद भी बेहद प्यारी आती है। पैरों को आराम दिलवाने के लिए टब में गर्म पानी डालकर उसमें थोड़ा सा पानी और कुछ बूंदे लैवेंडर ऑयल की डालें। अब पैरों को पानी में कम से कम दस मिनट के लिए सोक करके रखें। अब प्लास्टिक फुट रोलर की मदद से पैरों की मसाज करें। इससे सभी तरह का स्टेस दूर हो जाएगा और आपकी नींद में भी सुधार होगा। वैसे आप चाहें तो रात को सोने से पहले नहा भी सकते हैं। इससे बॉडी कूल डाउन और रिलैक्स होती है।
आरामदायक हों कपड़े
आपको शायद पता न हो लेकिन आपके कपड़ों व नींद का भी अपना एक गहरा नाता होता है। अगर आप रात में टाइट कपड़े पहनते हैं तो इससे नींद आने में कठिनाई होती है। इसलिए बेड पर जाने से पहले ऐसे कपड़े पहनने चाहिए, जो आरामदायक हो। आप चाहें तो काॅटन के कपड़े पहन सकते हैं। वैसे यह भी माना जाता है कि नग्न होकर सोने से स्वास्थ्य को बेहद फायदे होते हैं।
गर्म दूध का करें सेवन
दूध स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा माना जाता है। जहां यह सेहत को कई तरह के लाभ पहुंचाता है, वहीं इसके सेवन से रात को नींद भी अच्छी आती है। वास्तव में, गर्म दूध का सेवन करने से नर्वस सिस्टम रिलैक्स होता है, जिससे नींद की क्वालिटी में सुधार होता है। हालांकि जो लोग लैक्टोज इनटॉलरेंट हैं, उन्हें सादे दूध के स्थान पर गर्म बादाम का दूध पीना चाहिए। इसके अतिरिक्त सोने से पहले चाय व कॉफी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें मौजूद कैफीन के कारण नींद प्रभावित होती है।
न लें नैपिंग
वैसे तो दिन के समय झपकी लेना काफी अच्छा माना जाता है, लेकिन जिन लोगों को रात में ठीक से नींद नहीं आती या फिर वह करवट बदलते रहते हैं। उन्हें दिन में झपकी लेने से बचना चाहिए। ऐसा करने से उनकी नींद काफी हद तक पूरी हो जाती है और फिर रात को सोने में उन्हें परेशानी होती है।