
आज के समय में अधिकतर लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं और इसे कम करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। यूं तो वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज व डाइट को ही सर्वाधिक उचित माना जाता है। लेकिन ऐसे भी बहुत से लोग है जो वजन कम करने के लिए कई अन्य तरीके भी अपनाते हैं। इनसे भले ही वजन कम हो जाए लेकिन स्वास्थ्य को हानि काफी अधिक होती है। हेल्दी रहने के लिए वजन कम करना जरूरी है, पर अगर गलत तरीके से वजन कम किया जाए तो इससे आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
स्लिमिंग पिल्स
आजकल मार्केट में कई तरह की स्लिमिंग पिल्स व फैट बर्निंग पिल्स काफी चलन में है। यह पिल्स अलग-अलग तरह से काम करती हैं। जहां कुछ दवाईयां भोजन में मौजूद फैट को बाॅडी में जमा नहीं होने देती, तो वहीं कुछ गोलियां आपकी भूख पर असर डालती है। भूख न लगने के कारण आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं और वजन कम होता है। वहीं कुछ गोलियां ऐसी होती हैं, जो फैट को बर्न करने का काम करती है। इन गोलियों को एक या दो महीने तक तो लिया जा सकता है, लेकिन इस तरह की दवाईयों पर बहुत अधिक निर्भर होने से बचें। लंबे समय तक इनका सेवन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करता है। इन दवाईयों का अधिक सेवन करने से कोलेस्टाॅल बढ़ने की समस्या होती है और इसके अतिरिक्त दवाईयों के सेवन से ह्दय संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती है। वहीं कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि इन दवाईयों से कुछ समय के लिए तो वजन कम हो जाता है, लेकिन लाॅन्ग टर्म मंे वजन फिर से बढ़ने लगता है। इसलिए कभी भी बिना डाॅक्टर की सलाह के इन दवाईयों का सेवन न करें।
अगर लेते हैं प्रोटीन पाउडर
प्रोटीन शरीर के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। यह वेट लाॅस करने के साथ-साथ मसल्स बिल्डअप करने में भी मदद करता है। आमतौर पर एक व्यस्क को एक दिन में 60 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है और लोग इसे तीन बराबर भागों में बांटकर तीन मील्स में लेते हैं। वहीं जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, वह हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं, जिसमें लोग भोजन में तो हाई प्रोटीन खाद्य पदार्थों का सेवन तो करते हैं ही, साथ ही प्रोटीन पाउडर का सेवन भी करते हैं। प्रोटीन पाउडर सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आप वेटलाॅस के लिए प्रोटीन पाउडर का सेवन कर रहे हैं तो एक बात का विशेष ध्यान रखें कि इसके साथ-साथ एक्सरसाइज अवश्य करें। अगर बिना एक्सरसाइज के प्रोटीन पाउडर का सेवन किया जाता है तो इससे वजन कम होने के स्थान पर बढ़ने लगता है।
डिटाॅक्स डिंक्स व डाॅइट
बहुत से लोग कई तरह की डिटाॅक्स डिंक्स या डाइट जैसे जीएम डाइट, कीटो डाइट आदि को फाॅलो करते हैं और इससे बहुत जल्द व इफेक्टिव रिजल्ट भी नजर आते हैं। लेकिन इस तरह की डिटाॅक्स डिंक्स व डाइट वाॅटर रिटेंशन को कम करने का काम करते हैं, शरीर के फैट को बर्न करने का काम नहीं। जिससे वेट लाॅस एक या दो दिन में ही नजर आता है, परंतु वास्तव में ऐसा होता नहीं है। क्योंकि इस तरह कम किया हुआ वजन तीन-चार दिन में ही वापिस लौटकर आ जाता है और आप हताश हो जाती हैं। कुछ महिलाएं तो मानती हैं कि उनका वजन कभी कम हो ही नहीं सकता। आप डिटाॅक्स डिंक्स का सेवन कर सकती है ताकि बाॅडी के टाॅक्सिंस फलश आउट हो जाएं। लेकिन अगर आप ताउम्र हेल्दी रहकर वजन को संतुलित करना चाहती हैं तो सिर्फ शार्टकट के भरोसे ही न बैठी रहें। याद रखें कि सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं होता और शाॅर्टकट से हासिल की गई सफलता स्थायी नहीं होती।
छोटी-छोटी बातें
एक्सरसाइज वजन कम करने का एक बेहतरीन तरीका है, लेकिन इसके साथ-साथ कैलोरी इनटेक पर भी ध्यान दें। जब कैलोरी इनटेक कम हो जाता है तो बाॅडी शरीर में स्टोर फैट की खपत उर्जा के रूप में करती है, जिससे वेट लाॅस व फैट बर्न होता है। इसलिए एक्सरसाइज के साथ डाइट पर विशेष ध्यान दें। वजन कम करने के लिए प्रतिदिन 1000 से 1200 कैलोरी ही लें।
कभी भी एकदम से वजन कम करने की कोशिश न करें। महीने में सिर्फ तीन से चार किलो वजन कम करने का लक्ष्य ही निर्धारित करें। अगर आप इससे अधिक वजन कम करते हैं तो वास्तव में आप फैट लूज नहीं कर रहे, बल्कि मसल्स लाॅस और बाॅडी वाॅटर लाॅस कर रहे हैं। जो वास्तव में हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है।
वजन कम करने में यकीनन डाइट का एक अहम रोल है, लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आप भूखे रहें। ऐसे में जब भूख लगती है, तो व्यक्ति उल्टा सीधा खाता है, जिससे कैलोरी इनटेक अधिक होता है, इसलिए हर दो-दो घंटे में कुछ न कुछ हेल्दी खाएं। साथ ही अपने वाॅटर इनटेक पर भी पर्याप्त ध्यान दें।
भोजन में सिंपल कार्बोहाइडेट जैसे आलू, केला, मैदा, सफेद ब्रेड, सफेद चावल, चीनी, स्वीटनर, सोडा, डायट कोक, साफट डिंक्स, व फैट युक्त आहार का कम से कम सेवन करें। वहीं डाइट में हाई फाइबर व रेशे युक्त चीजों का सेवन अधिक करें। फाइबर की अधिकता वाले भोजन देर से पचते हैं और इन्हें पचाने में शरीर को अतिरिक्त उर्जा खर्च करनी पड़ती है, जिससे वजन कम होता है। साथ ही हाई फाइबर डाइट से पेट देर तक भरा रहता है।