पुराने समय में जब लोग फिजिकल एक्टिविटी काफी अधिक करते थे, तो उन्हें खुद को तंदरूस्त रखने के लिए अलग से समय निकालने या एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं पड़ती थी। लेकिन आज के समय में जब अधिकतर काम उंगलियों पर ही होने लगा है तो अपनी फिटनेस को बरकरार रखने के लिए व्यायाम करना जरूरी हो गया है। इस लिहाज से रनिंग को एक अच्छा व्यायाम माना गया है। कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो शुरूआत में तो खूब जोरों-शोरों से दौड़ना शुरू करते हैं लेकिन दो-तीन दिन में उनका जोश ठंड हो जाता है और रनिंग करना उन्हें एक बोझ के समान लगता है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है तो जरूरी है कि आप अपने रनिंग रूटीन में कुछ बदलाव करें ताकि यह पहले से मजेदार बने और आप हर दिन रनिंग कर सकें-
धीरे करें शुरूआत
अगर किसी चीज की शुरूआत सही न हो तो उसका सही तरीके से कंप्लीट होना भी मुश्किल है। यह नियम रनिंग पर भी लागू होता है। दरअसल, कुछ लोग एकदम से दौड़ने लगते हैं। इससे व्यक्ति के चोटिल होेन की संभावना तो बढ़ ही जाती है, साथ ही ऐसा करने से व्यक्ति जल्दी थक जाता है और उसका शरीर भी दुखने लगता है। ऐसे में फिर उसका दोबारा रनिग करने का मन नहीं करता। इस समस्या से बचने का आसान तरीका है कि आप शुरूआत छोटे कदमों से करें और फिर धीरे-धीरे अपनी स्पीड को बढ़ाएं। इसके अतिरिक्त आप रनिंग के दौरान बीच-बीच में अपनी स्पीड को भी घटा-बढ़ा सकते हैं।
समय पर ध्यान
स्पीड की तरह की समय पर भी ध्यान देना उतना ही जरूरी है। अगर आपने अभी-अभी दौड़ना शुरू किया है तो पहले समय कम ही रखें। जब आप शुरूआत में अधिक समय तक दौड़ते हैं तो शरीर इतना थक जाता है कि अगले दिन रनिंग करने का मन ही नहीं करता। याद रखें कि बाॅडी का स्टेमिना बनने में थोड़ा समय लगता है। इसलिए आप प्रतिसप्ताह में अपने रनिंग समय में पांच से दस मिनट का इजाफा कर सकते हैं।
जूतों का ध्यान
बहुत से लोगों को दौड़ना महज इसीलिए पसंद नहीं होता क्योंकि उससे उनके पैरों पर जोर पड़ता है या फिर वह बहुत जल्द थक जाते हैं। इसका एक मुख्य कारण आपके जूते भी हो सकते हैं। अगर आपने रनिंग को अपनी दिनचर्या बनाने का फैसला ले लिया है तो अपने लिए किसी अच्छी कंपनी के रनिंग शूज खरीद लें। इससे आपके लिए दौड़ना काफी आसान हो जाएगा और इससे आप जल्द थकेंगे भी नहीं।
रास्तों में बदलाव
रनिंग को मजेदार बनाने का एक असान तरीका है कि कभी-कभी आप नए रास्तों पर दौड़ने निकल जाएं। इससे न सिर्फ रनिंग में नयापन आता है, बल्कि मन में भी एक नए उत्साह का संचार होता है। कभी टेडमिल तो कभी पार्क तो कभी सड़कों पर भी दौड़ना अच्छा विचार हो सकता है।
तय करें लक्ष्य
रनिंग को और भी अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए एक लक्ष्य तय करना बेहद जरूरी है। इससे आपको पता चलता है कि आप कितने समय के लिए दौड़ रहे हैं और कितनी कैलोरी बर्न कर रहे हैं। हालांकि एकदम से दौड़ने के बजाय बीच-बीच में इंटरवल अवश्य लें या फिर आप समय का बंटवारा भी कर सकते हैं। मसलन, अगर आपने एक घंटे दौड़ने का निश्चय किया है तो आप आधा घंटा सुबह व आधा घंटा शाम को दौड़ सकते हैं।
घड़ी को रखें दूर
कुछ लोगों की आदत होती है कि वह रनिंग के बीच में सिर्फ घड़ी ही देखते रहते हैं। ऐसे में उनके लिए दौड़ना किसी एक भारी काम से कम नहीं होता। इसलिए दौड़ने के समय घड़ी को ब्रेक दें और आसपास के नजारों का लुत्फ उठाते हुए रनिंग करंे।
संगीत का साथ
रनिंग को मजेदार बनान के लिए संगीत का साथ रखें। दौड़ते समय अगर संगीत सुना जाए तो इससे समय कब निकल जाता है, पता ही नहीं चलता। इतना ही नहीं, म्यूजिक आपके रनिंग टाइम व स्पीड को भी बढ़ाने में मददगार होता है।
करें लोगों को शामिल
कहते हैं कि एक से भले दो। यह फार्मूला अगर रनिंग में लागू किया जाए तो इससे दौड़ना आसान हो जाता है। अगर संभव हो तो अपने रनिंग रूटीन में किसी न किसी को अवश्य शामिल करें। अक्सर लोग दो-तीन दिन रनिंग करके छोड़ देते हैं लेकिन अगर साथ में दौड़ने के लिए एक पार्टनर हो तो रनिंग रूटीन टूटता नहीं है। इसके अतिरिक्त अगर आप चाहें तो अपने रनिंग पार्टनर के साथ काॅम्पिटिशन करके रनिंग को मजेदार बना सकते हैं। अगर आपके पास कोई रनिंग पार्टनर नहीं है तो आप अपने पालतू जानवर जैसे कुत्ते के साथ शाम की रनिंग करें। यकीन मानिए, उससे बेहतर रनिंग पार्टनर आपको नहीं मिल सकता।