
आज के समय में हर व्यक्ति के जीवन में जिस तरह तनाव और काम का बोझ पसरा हुआ है, उसके कारण कभी न कभी व्यक्ति को सिर में दर्द का अहसास होता है। हालांकि कुछ हद तक सिर में दर्द होना सामान्य है और पर्याप्त मात्रा में नींद लेने या चाय आदि पीने से यह दर्द ठीक भी हो जाता है। लेकिन आधे सिर का दर्द जिसे माइग्रेन भी कहा जाता है, वह इससे काफी अलग व सीरियस है। माइग्रेन दर्द बल्ड सेल्स के बड़े होने और नर्व फाइबर्स की ओर से केमिकल के बहने के कारण होता है। ऐसे लोगों के लिए महज दवाई का सेवन करना ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि उन्हें अपने खानपान पर भी पर्याप्त ध्यान देना पड़ता है। अगर वह खानपान को लेकर लापरवाही बरतते हैं तो इससे उनकी परेशानी ज्यों की त्यों बनी रहती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे कुछ आहार के बारे में, जिनका सेवन माइग्रेन पीड़ित व्यक्ति को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए-
ठंडी चीजें
गर्मी के मौसम में ठंडी चीजें खाना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन जिन लोगों को माइग्रेन के दर्द से दो-चार होना पड़ता है, उन्हें ठंडी चीजे खाने से बचना चाहिए। आईसक्रीम व अन्य ठंडे खाद्य पदार्थ व्यक्ति की परेशानी बढ़ा सकती है। खासतौर से, एक्सरसाइज के तुरंत बाद या किसी गर्म खाद्य पदार्थ को खाने के बाद ठंडी चीजें बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए।
चॉकलेट से दूरी
माइग्रेन पीड़ित व्यक्ति चॉकलेट से जितनी अधिक दूरी बनाकर रखता है, उसके लिए उतना ही अच्छा है। दरअसल, चॉकलेट माइग्रेन के दर्द में एक ट्रिगर की तरह काम करती है। चॉकलेट में कैफीन और बीटा−फेनीलेथाइलामीन नामक तत्व होता है। इसके कारण ब्लड सेल्स में खिंचाव पैदा करता है और व्यक्ति को दर्द का अहसास होता है।
नमक का अत्यधिक सेवन
जिन लोगों को अक्सर माइग्रेन का दर्द होता है, वह सब्जी में नमक का सामान्य प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन सब्जी के उपर या चाट या सलाद आदि में अलग से नमक डालने की आदत छोड़ दें। अधिक नमक, अचार व मिर्ची आदि का सेवन करने से व्यक्ति को अहसनीय पीड़ा का अहसास होता है। इसके अतिरिक्त बहुत अधिक सॉल्टी व पैकेज्ड फूड भी माइग्रेन पीड़ित व्यक्ति के लिए अच्छे नहीं माने जाते क्योंकि इनमें नमक के साथ−साथ कई तरह के हानिकारक प्रिजर्वेटिव्स भी मिलाए जाते हैं, जो माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं।
कॉफी को कहें नो
जब कभी व्यक्ति को सिर में हल्का दर्द होता है तो वह चाय या कॉफी का सेवन करना पसंद करता है और इससे उसे रिलैक्स भी महसूस होता है। लेकिन अगर आपका दर्द माइग्रेन के कारण है तो इन पेय पदार्थों को पीने की भूल बिल्कुल भी न करें। दरअसल, कॉफी में काफी मात्रा में कैफीन पाया जाता है, जो दिमाग की नसों के काम में रुकावट डालता है। इस कारण से ब्लड सर्कुलेशन धीरे हो जाता है। इसके बाद माइग्रेन का दर्द शुरू हो जाता है। यही कारण है कि माइग्रेन पीड़ित व्यक्तियों को नियमित रूप से चाय या कॉफी न पीने की सलाह दी जाती है।
एल्कोहल को कहें अलविदा
वैसे तो एल्कोहल को सेहत के लिहाज से बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता क्योंकि इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती है। लेकिन जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या है, उन्हें भूलकर भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इससे उनके सिरदर्द की समस्या काफी बढ़ सकती है। आपको शायद पता न हो लेकिन एल्कोहॉलिक पेय पदार्थों के सेवन के तीन घंटे के भीतर ही वह माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं। इसके कारण दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बहुत तेज हो जाता है जिसकी वजह से कई बार डिहाईड्रेशन के कारण सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या बढ़ने लग जाती है।
एज्ड चीज़ व मीट्स
वैसे तो पनीर, चीज़ व मीट आदि को हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है, लेकिन माइग्रेन पीड़ित व्यक्तियों के लिए यह बिल्कुल भी उचित नहीं है। दरअसल, इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं।
खट्टे फल
माइग्रेन के दर्द से जूझ रहे लोगों को अपनी डाइट से खट्टे फलों को बाहर कर देना चाहिए। ये कभी-कभी गैस्ट्रिक जलन का कारण बनते हैं और माइग्रेन को भी ट्रिगर करते हैं। वैसे खट्टे फलों के अतिरिक्त बहुत अधिक तले-भुने या स्पाइसी फूड का सेवन भी आप न करें तो ही अच्छा है।