टमाटर हर घर में आसानी से मिल जाता है। कभी आप इसे सब्जी के रूप में खाते हैं तो कभी सलाद के रूप में। वैसे अक्सर शाम के समय लोग घरों में इस सूप भी बनाया जाता है। आप भी बड़े चाव से इसे पीते होंगे लेकिन क्या आप इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभों से परिचित हैं। नहीं न, तो चलिए जानते हैं टमाटर का सूप पीने के कुछ बेमिसाल फायदों के बारे में-
घटाए वजन
अक्सर लोग मानते हैं कि वजन कम करना काफी कठिन होता है क्योंकि वजन कम करने के लिए व्यक्ति को बेस्वाद भोजन करना पड़ता है। जबकि वास्तव में यह सच नहीं है। अगर आप चाहें तो बेहद स्वादिष्ट तरीके से भी वजन कम कर सकते हैं। वेट लाॅस प्रोग्राम में आप टमाटर का सूप शामिल करें। दरअसल, इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है, साथ ही फैट भी कम पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें फाइबर व पानी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है तो इसका सेवन करने के बाद व्यक्ति को जल्द भूख नहीं लगती। बस एक बात का ध्यान रखें कि आप सूप घर पर ही बनाएं और इसमें क्रीम व बटर न मिलाएं। ऐसा करने से इसका कैलोरी काउंट बढ़ जाता है।
दिल का रखे ख्याल
जो लोग चाहते हैं कि उनका दिल लंबे समय तक दुरूस्त रहे, उन्हें आज से ही टमाटर के सूप का सेवन शुरू कर देना चाहिए। दरअसल, इसमें विटामिन बी व पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपके हद्य को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। इतना ही नहीं, इसमें सेलेनियम पाया जाता है, जो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है।
मधुमेह रोगियों के लिए उपयोगी
अक्सर मधुमेह रोगियों को अपनी बीमारी के चलते स्वाद के साथ समझौता करना पड़ता है। अगर आप भी मधुमेह ग्रस्त हैं तो टमाटर का सूप अपनी डाइट में शामिल करें। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, जिसके कारण इसे मधुमेह रोगियों के लिए उपयोगी माना गया है। टमाटर के सूप में मौजूद क्रोमियम नामक तत्व रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।
हड्डियों को मिलती है मजबूती
टमाटर के सूप का सेवन करने से व्यक्ति को विटामिन के और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। यह हड्डियों को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त टमाटर सूप में पाया जाने वाला लाइकोपीन बोन मास को बेहतर बनाता है और आॅस्टियोपोरोसिस से लड़ने में मदद करता है। आपको शायद पता न हो लेकिन लाइकोपीन की कमी हड्डियों में आॅक्सीडेटिव तनाव को बढ़ा सकती है और जिसके कारण ऊतकों में अवांछित परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
मजबूत होता प्रतिरक्षा तंत्र
टमाटर के सूप में कई तरह के एंटी-आॅक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इसका नियमित सेवन प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने का काम करता है। जिसके कारण व्यक्ति का कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। साथ ही यह बदलते मौसम में होने वाले संक्रमण से भी व्यक्ति की रक्षा करता है।
पेट के कीड़ों को दें मात
टमाटर का सूप जहां बड़ों के लिए लाभदायक है, वहीं बच्चों के लिए भी यह उतना ही फायदेमंद है। चूंकि यह स्वाद में लाजवाब होता है तो बच्चे इसे आसानी से पी भी लेते हैं। अक्सर छोटे बच्चों के पेट में कीड़े हो जाते हैं, जो उन्हे काफी तकलीफ देते हैं, लेकिन अगर आप उन्हें टमाटर का सूप पीने के लिए देते हैं तो इससे उन्हें काफी जल्द राहत मिलती है। बेहतर परिणाम के लिए आप इसमें एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर भी मिला दीजिए।
गर्भवती स्त्री के लिए आवश्यक
एक गर्भवती स्त्री के लिए टमाटर का सूप बेहद फायदेमंद माना गया है। हर गर्भवती स्त्री को टमाटर के सूप का सेवन करना चाहिए। दरअसल, इसमें पाया जाने वाला विटामिन सी गर्भवती महिलाओं के लिए एक आवश्यक विटामिन है। यह न सिर्फ उनके बल्कि उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को भी प्रभावित करता है।
बेहतर मानसिक स्वास्थ्य
टमाटर सूप में पाया जाने वाला काॅपर तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही पोटेशियम की मदद से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इस प्रकार दिमाग के सही तरह से कार्य करने के लिए आप टमाटर सूप का सेवन करें।
कैंसर से बचाव
टमाटर के सूप में लाइकोपीन और कैरोटीनॉयड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में कैंसर की संभावना को रोकने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त टमाटर के सूप में एंटी-आॅक्सीडेंट का उच्च स्तर आॅक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायता मिलती है। सप्ताह में तीन बार टमाटर का सूप पीने से स्तन, प्रोस्टेट और पेट के कैंसर को रोकने में मदद मिल सकती है। यह शरीर को पेट और कोलोरेक्टल कैंसर से भी बचाता है।
बेहतर होती पुरूष प्रजनन क्षमता
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन टमाटर का सूप पुरूषों की प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने का काम करता है। एक शोध में यह बात सामने भी आई है। शोध के अनुसार, टमाटर सूप में लाइकोपीन एक शुक्राणु को सुपर शुक्राणु में बदल सकता है। इसके अतिरिक्त टमाटर का सूप फ्री रेडिकल्स को भी नष्ट करने में मदद करता है, जो पुरुषों में बांझपन का कारण बन सकता है।