
अगर बच्चा बड़ा होने के बाद भी सोते समय बिस्तर गीला कर दे तो माता-पिता की परेशान होना लाजमी है। कुछ अभिभावक बच्चों की इस आदत से चिंतित होते हैं तो कुछ गुस्से में बच्चों को डांटने लगते हैं। लेकिन दोनों ही तरीकों को अपनाकर बच्चे की इस आदत को नहीं छुड़वाया जा सकता। अगर आप सच में चाहते हैं कि बच्चा बिस्तर गीला करना छोड़ दे तो उसके लिए आप इनमें से किसी एक उपाय को अपना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
जानें कारण
बच्चों के बिस्तर गीला करने की आदत में सुधार लाने से पहले इसके पीछे के कारणों को जानना भी बेहद जरूरी है। सबसे पहले तो बच्चे बेहद गहरी नींद में सोते हैं, जिसके कारण उन्हें अपने ब्लैडर से आने वाले संकेतों का पता ही नहीं चलता और वह बिस्तर में ही गीला कर देते हैं। इसके अतिरिक्त उनका ब्लैडर अर्थात मूत्राशय छोटा व अतिसक्रिय हो। मौसम का प्रभाव भी बच्चे की इस आदत पर पड़ता है। ठंड के मौसम में बच्चे बिस्तर अधिक गीला करते हैं क्योंकि इस मौसम में शरीर का तापमान कम हो जाता है और बच्चे को बार-बार बाथरूम आता है। वैसे पारिवारिक इतिहास का असर भी बच्चे की इस आदत पर पड़ सकता है।
दालचीनी पाउडर का कमाल
दालचीनी पाउडर बच्चे की बिस्तर गीला करने की आदत को आसानी से छुड़वा सकता है। इसके लिए आप बच्चे को दालचीनी की एक स्टिक खाने के लिए दें। अगर बच्चे को दालचीनी स्टिक खाने में परेशानी हो रही है तो आप दालचीनी पाउडर को उनके खाने या दूध में मिलाकर भी दे सकते हैं।
जैतून का तेल
जैतून का तेल भी बच्चे की बिस्तर गीला करने की आदत में सुधार लाता है। बस आप जैतून के तेल को हल्का गर्म करके बच्चे के पेट के निचले हिस्से में मालिश करंे। नियमित रूप से ऐसा करने से कुछ ही दिनों में बच्चे में सुधार नजर आने लगेगा।
आंवला आएगा काम
विटामिन सी युक्त आंवला भी बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत को छुड़वाने का एक कारगर उपाय है। इसके इस्तेमाल के लिए आप आंवला को क्रश करके उसमें एक चम्मच शहद व एक चुटकी हल्दी मिलाकर प्रतिदिन सुबह बच्चों को दें। इसके अतिरिक्त आंवला के पाउडर में काली मिर्च का पाउडर मिलाकर प्रतिदिन रात को सोने से पहले दिया जा सकता है।
शहद
शहद तो बच्चे बड़े मजे लेकर खाते हैं। वैसे आप इसकी मदद से भी बच्चे की यह आदत छुड़वा सकते हैं। बस आप हर रात सोने से पहले बच्चे को थोड़ा शहद खाने को दें।
नट्स हैं कारगर
नट्स खाना तो बच्चों को काफी पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे कई नट्स जैसे अखरोट व किशमिश हैं जो बच्चों की बिस्तर गीला करने की आदत को छुड़वा सकते हैं। बस, आप हर रात सोने से पहले बच्चों कुछ अखरोट व किशमिश खाने को दीजिए।
जामुन
जामुन भी बच्चों के लिए बेहद लाभकारी है। जो बच्चे बिस्तर में ही गीला कर देते हैं, उन्हें जामुन की गुठली का चूर्ण पानी के साथ मिलाकर पिलाएं। इससे बच्चा बिस्तर में पेशाब करना बंद कर देगा।
सेब का सिरका
चूंकि सेब का सिरका पेट की अम्लता को कम करता है, इसलिए इसके सेवन से बच्चों में बार-बार पेशाब जाने या बिस्तर पर पेशाब करने की आदत को छुड़वाया जा सकता है। बस आप एक गिलास पानी में दो बड़े चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और हर मील के बाद बच्चे को इसका सेवन करने को दें।
गुड़ का सेवन
बच्चा ठंड में बार-बार बाथरूम करता है। वहीं अगर बच्चे का शरीर गर्म हो तो वह जल्दी से बिस्तर गीला नहीं करता। इस लिहाज से बच्चों को गुड़ भी दिया जा सकता है। दरअसल, गुड़ खाने से आपके शरीर मंे गर्मी आती है और जब बाॅडी का तापमान गर्म होता है तो बच्चा जल्दी से बाथरूम नहीं करता। आप एक गिलास गर्म दूध में थोड़ा सा गुड़ मिलाकर बच्चों को सोने से पहले पीने के लिए दें।
जायफल का जायका
जायकेदार जायफल कई तरह की बीमारियों को दूर करने में सहायक है, फिर चाहे बात बच्चों के बिस्तर गीला करने की हो। इसके सेवन के लिए एक चैथाई चम्मच जायफल एक कप गुनगुने दूध में मिलाकर सुबह और शाम बच्चे को दें। इससे कुछ ही दिनों में उसकी बिस्तर गीला करने की आदत छूट जाएगी।
इसका रखें ध्यान
- बच्चे की बिस्तर गीला करने की आदत में जल्द से जल्द सुधार लाने के लिए घरेलू उपचारों के अतिरिक्त भी कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। मसलन, आप हर रात को सोने से पहले बच्चों को एक बार बाथरूम जरूर करवाएं। इससे उनके बिस्तर गीला करने की आदत छूट जाएगी।
- दिनभर में बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पेय पदार्थ दें लेकिन कोशिश करें कि सोने से पहले बच्चे पानी, दूध, जूस या अन्य पेय पदार्थ का सेवन न करें। ऐसा करने से बच्चों के बिस्तर गीला करने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप उन्हें दूध या सूप आदि देना ही चाहते हैं तो सोने से कम से कम दो घंटे पहले दें।