बचपन में बच्चे ऐसे कई चीजें करते हैं, जो बड़े होते-होते कहीं पीछे छूट जाती हैं। फिर चाहे बात खेलने कूदने की हो या मस्तमौला स्वभाव की। वक्त बीतने के साथ यह सभी आदतें व्यक्ति के स्वभाव में नजर नहीं आतीं। लेकिन बचपन की ऐसी बहुत सी आदतें होती हैं, जो बड़े होने पर भी यदि बरकरार रखी जाए तो इससे कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। इन्हीं आदतों में से एक है रस्सी कूदना। रस्सी कूदना बचपन में तो हर किसी को पसंद होता है लेकिन बड़े होने के बाद किसी के पास इतना समय ही नहीं होता। खासतौर से, रस्सी कूदना हेल्दी रहने का एक आसान व मजेदार तरीका है। बढ़ते वजन को नियंत्रित करने से लेकर हड्डियों को मजबूती देने में यह लाभदायक है। तो चलिए जानते हैं रस्सी कूदने से स्वास्थ्य को होने वाले कुछ बेमिसाल फायदों के बारे में-
घटाए कैलोरी
रस्सी कूदना उन लोगों के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है, जिनके पास समय की कमी होती है। आपके पास भले ही पांच या दस मिनट का समय हो, रस्सी अवश्य कूदें। आपको शायद पता न हो लेकिन रस्सी कूदने से काफी तेजी से कैलोरी बर्न होती है। महज दस मिनट तक रस्सी कूदना आठ मील दौड़ने के बराबर आपको लाभ पहुंचाता है। इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि रस्सी कूदने से आपके शरीर के सभी हिस्सों का व्यायाम होता है, जिसके कारण आपको शरीर के विभिन्न भागों के लिए अलग से व्यायाम करने आवश्यकता नहीं पड़ती।
हड्डियों को मिलती मजबूती
आपकी हड्डियों की मजबूती के लिहाज से भी रस्सी कूदना एक अच्छा व्यायाम है। जब आप रस्सी कूदते हैं तो इससे बोन डेंसिटी तो बढ़ती है ही, साथ ही यह आपके शरीर की किसी भी हड्डी पर अतिरिक्त प्रभाव नहीं डालती है। इसलिए अगर आपको अपनी बोन डेंसिटी बढ़ानी है तो रस्सी अवश्य कूदें। कुछ लोग रनिंग को रस्सी कूदने से अच्छा व्यायाम मानते हैं। रनिंग भले ही कैलोरी को बर्न करे, लेकिन वहीं दूसरी ओर यह जोड़ों पर भी असर डालता है। यहां तक कि इसके कारण आपके घुटनों में दर्द भी होने लगता है। इसलिए पहले अपनी बोन डेंसिटी को बढ़ाने के लिए रस्सी कूदें।
नहीं लटकती स्किन
खुद को फिट रखने के चक्कर में लोग अपनी खूबसूरती को नजरअंदाज कर देते हैं। उदाहरण के तौर पर, जो लोग मोटे हैं और अपना वजन कम करना चाहते हैं, वह डाइटिंग और एक्सरसाइज के जरिए वजन कम तो कर लेते हैं लेकिन साथ ही साथ उनकी स्किन भी लटकने लगती है। ऐसा मसल्स लाॅस के कारण होता है। लेकिन अगर आप रस्सी कूदते हैं तो इससे मसल्स लाॅस नहीं होती। यह आपके पैरों के साथ-साथ लोअर बाॅडी की मसल्स को भी टोनअप करता है।
बढ़ता स्टेमिना
चूंकि रस्सी कूदने से पूरे शरीर का व्यायाम बेहद आसानी से हो जाता है, इसलिए स्टेमिना बढ़ाने के लिए भी यह बेहद लाभकारी है। अगर आप प्रतिदिन रस्सी कूदते हैं तो इससे शरीर एकदम चुस्त-तंदरूस्त बनता है।
खर्चा कम, फायदा ज्यादा
जिस तरह आजकल लोग अपनी फिटनेस के प्रति काफी जागरूक हैं, उसके कारण जिम से लेकर अन्य कई उपाय अपनाते हैं। जिसके कारण खुद को फिट रखने के चक्कर में उनके काफी पैसे खर्च हो जाते हैं। लेकिन वहीं दूसरी रस्सी कूदने से आपके पैसे भी नहीं लगेंगे और आपके पूरे शरीर का व्यायाम हो जाएगा। रस्सी कूदने के लिए आपको महज एक रस्सी की आवश्यकता होगी। इसका एक अन्य लाभ यह है कि आप इसे कहीं भी अपने साथ कैरी कर सकते हैं और हर वक्त खुद को बेहद आसानी से फिट रख सकते हैं।
सुदंरता का वादा
खूबसूरत दिखने के लिए आप न जाने कितनी तरह के ब्यूटी प्राॅडक्ट व टीटमेंट करवाती होंगी लेकिन फिर भी मनचाही सुदंरता प्राप्त नहीं होती। ऐसे में आप हर दिन 15 से 20 मिनट रस्सी कूदना शुरू करें। दरअसल, रस्सी कूदना एक हाई इंटेसिटी व्यायाम है, जिसके कारण जब आप रस्सी कूदते हैं तो एक मिनट में ही पसीना आने लगता है और पसीने के साथ-साथ शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। इस तरह प्रतिदिन रस्सी कूदने से आपकी स्किन दमकने लगती है। इतना ही नहीं, रस्सी कूदने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है, जिसके कारण आपके शरीर के सभी हिस्सों तक रक्त संचार अच्छा होता है और स्किन में प्राकृतिक तरीके से निखार आता है। साथ ही साथ इस व्यायाम से फेफड़े भी मजबूत होती हैं।
दिमाग बनेगा चुस्त
रस्सी कूदना शारीरिक व मानसिक लाभ पहुंचाता है। दरअसल, जब हम किसी भी तरह का व्यायाम करते हैं तो इससे दिमाग अधिक सक्रिय हो जाता है। साथ ही एक्सरसाइज करने से मस्तिष्क में हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं और व्यक्ति का तनाव कम होता है।
इसका रखें ध्यान
यह सच है कि रस्सी कूदने से शरीर को सिर्फ लाभ ही लाभ होता है, लेकिन रस्सी कूदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि किसी भी तरह का नुकसान न हो। सबसे पहले तो हमेशा खाली पेट ही रस्सी कूदें। इसके अतिरिक्त रस्सी कूदते समय बेहद आरामदायक व खुले कपड़े पहनें। अगर आप पहली बार रस्सी कूद रहे हैं तो एकदम से बहुत अधिक, तेजी या उंची रस्सी न कूदें। इससे पैरों में दर्द हो सकता है। शुरूआत में धीरे-धीरे रस्सी कूदें और फिर धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाएं।