घर मे बहन कि शादी कि तैयारियां चल रही थीं. शादी नज़दीक ही थी. घर कि सा
मन में हर कोने में उठा सैलाब मानो शांत ही नहीं होगा, मन मस्तिष्क आंखों के सामने बस वही मंजर घूम स
मुझे नही पता था कि मेरे साथ ये सब क्यों हो रहा है । आज शाम को घर मे मम्मी से झगड़ा हो गय
यह एक सच्ची घटना है पर आधारित कहानी समय रात के 1:30 बजे स्थल रा
☺️☺️ अजी हां हम सही कह रहे हैं हमको जिंदगी के इस संध्या बेला में तुम
जिंदगी तु बता दे जरा
इरादा क्या हैँ
गणपति बप्पा मोरया डॉ शोभा भारद्वाज कई वर्षों तक हम ईरान में
ज़िंदगी मे गमो का डेरा है..
क्या पता कौन तेरा है कौन मेरा है..
इस मुस्कराती दुनि
सोचो एक दिन सोये और नींद खुले अपने कॉलेज के हॉस्टल में होते शोर से खोलें जब दरवाज़ा,जाते हु
कहते है पैसे मे बडी ताकत होती है ।कहावत है पैसा तेरे तीन नाम परसु ,पर