डियर काव्यांक्षी सुप्रभात प्यारी 🥰 तुम्हे पता है आज राजस्थान में बछ बारस यानी गोवत्स द्वादशी के त्यौहार को बड़ी उमंग
दिलरुबा दिनांक 19/8/22 दिन-शुक्रवार प्यारे साथियों मेरी और दिलरुबा की तरफ़ से जन्माष्टमी की आपको ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां,,,,। प्यारी दिलरुबा आज जन्माष्टमी है,, श्री कृष्ण जी से जुड़े हजारों प्रेरक
भगवान कृष्ण और मोरपंख आज और कल समूचा देश भगवान श्री कृष्ण का जन्म महोत्सव मनाएगा | भगवान कृष्ण की बात करते हैं तो उनके बालों में लगा मोरपंख का मुकुट अनायास ही सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है और
रेशम के डोर से बना ,एक अटूट बंधन , इस बंधन का नहीं है कोई मोल , ये राखी का बंधन है अनमोल । सदियों से चली आ रही है , भाई - बहन में रखी का प्रचलन , इस दिन की खुशियों का नहीं है
रिमझिम सावनी फुहार-संग पावन पर्व रक्षाबंधन आया है घर-संसार खोई बहिना को मायके वालों ने बुलाया है मन में सबसे मिलने की उमंग धमा-चैकड़ी मचाने का मन है पता है जहाँ सुकूं भरी जिंदगी वह बचपन
हमारी भारतीय संस्कृति में अलग-अलग प्रकार के धर्म, जाति, रीति, पद्धति, बोली, पहनावा, रहन-सहन के लोगों के अपने-अपने उत्सव, पर्व, त्यौहार हैं, जिन्हें वर्ष भर बड़े धूमधाम से मनाये जाने क
भारतीय सिने जगत का राखी के त्यौहार के साथ एक अनोखा बंधन है। आज भी हर वह फिल्म जिसमें भाई बहन हो तो राखी का एक दृश्य तो बनता ही है। लेकिन एक समय था, जब पूरी फिल्म भाई बहन की प्रेम, समर्पण और त्याग पर ह
किरायेदार मालिक मकान से , आइए साब ,मुंह मीठा करते हैं. ऐसा कहते हुए एक बड़े से गिलास में दूध और एक प्लेट में बर्फी उनके सामने सजा दी . मकान मालिक ने कहा कि मैं तो तुम्हे हर बात के लिए परेशान
हां तो काव्यांक्षी तुम्हे तो पता ही है हमारे देश को आजादी को मिले 75 वर्ष पूरे होने जा रहे है। आजादी के इस अमृत महोत्सव पर्व पर कुछ वीर सपूतों को याद कर कुछ कुछ शब्दों के रूप में भावपुष्प उनको अर्पण क
आज का समय आभासी दुनिया में डूबी दोस्ती–यारी का है। आज दुनिया में एक दिन फ्रेंडशिप डे का हो-हल्ला मचाकर दोस्त बनाने का समय है, जो साल भर में एक दिन आकर हमें भूले-बिसरे, नए-पुराने दोस्तों की याद दिलाता
हैलो प्यारी , कैसी हो तुम्हे तो पता एक अच्छा और सच्चा मित्र किस्मत वालों को ही मिलता है। दोस्ती का रिश्ता इस दुनिया का एक ऐसा रिश्ता होता है जो कि खून का नहीं होता। यह सिर्फ़ विश्वास पर टिका
हैलो प्यारी कैसी हो, मैं अच्छी हूं इतने दिनों बाद तुमसे मुलाकात वक्त मिला , क्या करू व्यस्त हो इतनी थी कि वक्त निकाल ही नहीं प
रक्षा बन्धन का मुहूर्त भारत में पर्व-त्यौहारों का विशेष महत्व है । कोई न कोई त्यौहार साल भर लगा ही रहता है | किन्तु श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला रक्षा बन्धन का पर्व एक ऐसा पर्व ह
छोड़ गाँव की अल्हड़ मस्ती।खुद को समझता शहरी हस्ती।।सोच ब्रांडेड पर चीजें सस्तीं।बातें जन-जन की अब डसतीं।।छूट गया ये रक्षाबंधन।टूट गया सपना तरु चंदन।।अब लगता नहीं मन किसी मोह में।गुजरे यौवन उहापोह
ग़म के सागर में है डूबा दिल हमारा देख लो कत्ल कर के मुस्कुराए कातिल हमारा देख लो क्यों भला ना दाग दे उनको तीरंदाजी की जॉ भी है और जिस्म भी घायल हमारा देख लोक्या खबर थी आज ही दरिया में त
कहते हैं लोग ख्वाब मे मै गीत लिखा करता हूँ अपने दुश्मन को भी मै तो मीत लिखा करता हूँ बदलकर जब दिनो के फेर आते हैं मकड़ी के जाल मे भी शेर आते हैं तक़दीर तेरे दिये हर पल को मैं रीत लिखा करता हूँ दोस्तों
गीत -- शिव महिमा==============================पुण्य मास सावन में जब जब,सोमवार का भोर हुआ।सभी जगह के शिवालयों में,शिव महिमा का जोर हुआ। &nbs
आज सावन का पहला सोमवार था। सावन माह में सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है। माना जाता है सावन माह के हर सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ अपने सूक्ष्म रुप में मंदिर में विराजमान रहते हैं। माना जाता है
सावन की खीर सावन की झमाझम बारिश लगी हुई है, मंडुये के खेत मे भगतू ने हल लगा दिया है, भगतू की पत्नी रज्जू ने घने मंडुये की पौध को एक तरफ निकाल दी है। शाम को दूसरे खेत मे मंडुये की पौध
इन दिनों हमारे पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में हरेला पर्व की धूम मची है। यह पर्व हमें प्रकृति से जोड़ता है। हरेला का मतलब हरियाली से है, यानि हरियाली का त्यौहार। ग्रीष्म के बाद वर्षा ऋतु के आगमन से प्