shabd-logo

विषय -आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?

24 अगस्त 2023

32 बार देखा गया 32

जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है!जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है!

(लूका 10:19)

मैंने तुम्हें सांपों और बिच्छुओं को रोदंने का अधिकार दिया है और किसी वस्तु से तुम्हें कोई हानि न होगी!

(यूहन्ना 1:12-13)

जितनो ने उसे ग्रहण किया उसने उन्हें परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं वे ना तो लहू से ना शरीर की इच्छा सेना मनुष्य की इच्छा से परंतु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं!

जी हां मित्रों हम परमेश्वर पर विश्वास करने के साथ उसे ग्रहण करने के बाद हम उसकी संतान बन गए और परमेश्वर ने हमें सांप और बिच्छू का रोदंने का अधिकार भी दे दिया उसके बाद भी हम शैतान से हारते हैं हमारी प्रार्थना परमेश्वर नहीं सुनता ऐसा कौन सा पिता है जो अपने बच्चों की प्रार्थना नहीं सुनता है क्या पिता की कमी है नहीं यह हमारी आपकी कमी है क्योंकि हमारा पिता पवित्र है इसलिए  वचन कहता है!

जैसा मैं पवित्र हूं वैसा तुम भी पवित्र बनो अब हम विश्वासी तो बन जाते हैं मसीह तो बन जाते हैं प्रभु में चलने तो लगते हैं परंतु पवित्र नहीं बनते अपने जीवन को पवित्र नहीं करते ईमानदार नहीं बनते इसीलिए परमेश्वर हमारी प्रार्थना को नहीं सुनता  क्योंकि परमेश्वर को विश्वासी  नहीं विश्वास योग्य लोग चाहिए आज विश्वासी तो पूरी दुनिया में भरे पड़े हैं परंतु विश्वास योग्य लोग बहुत ही काम है !

प्रत्येक आस्तिक को सभी शैतानों पर दिव्य अधिकार दिया गया है।

सर्प और बिच्छू क्या हैं?

सर्प और बिच्छू शैतान और उसके दुष्ट आत्मा रूपी मानव एजेंट है क्योंकि दुष्ट आत्मा मानव के अंदर काम करती हैं।

( लूका 10:19)

यीशु मसीह ने शैतान और उसकी शक्तियों और कार्य करने वाली दुष्ट आत्माओं को नागों और बिच्छुओं के रूप में संदर्भित किया। शैतान को  नाग कहा जाता है, कोई आश्चर्य नहीं कि उसके सेना को नाग और बिच्छू भी कहा जाता है। इसके अलावा हर बुरा आदमी या औरत जो आपके पतन की तलाश करता है वह भी एक नागिन और एक बिच्छू है। आपके परिवार, कार्य स्थल, व्यवसाय स्थल पर आपसे लड़ने वाला हर दुष्ट मानव एजेंट भी एक नाग या बिच्छू है। अच्छी खबर यह है कि परमेश्वर ने आपको उन सभी को कुचलने का अधिकार दिया है। उन्हें रखने के जगह आपके पैरों के नीचे है।

इतना सारा अधिकार पाने के बाद भी अगर हम शैतान और उसकी सेना से नहीं लड़ पाते और परमेश्वर ही हमारी प्रार्थना को नहीं सुनता तो आप अपने स्वभाव को चेक करें कि आपके अंदर परमेश्वर का स्वभाव है या किसी और का स्वभाव है क्योंकि यदि आप पुत्र हैं तो पुत्र की परमेश्वर सुनता है लेकिन यदि आपको कुपुत्र है तो परमेश्वर की नहीं किसी और की संतान है!

इतना सारा अधिकार पाने के बाद भी अगर हम शैतान और उसकी सेना से नहीं लड़ पाते और परमेश्वर ही हमारी प्रार्थना को नहीं सुनता तो आप अपने स्वभाव को चेक करें कि आपके अंदर परमेश्वर का स्वभाव है या किसी और का स्वभाव है क्योंकि यदि आप पुत्र हैं तो पुत्र की परमेश्वर सुनता है लेकिन यदि आपको कुपुत्र है तो परमेश्वर की नहीं किसी और की संतान है! क्योंकि वचन कहता है

क्योंकि जो परमेश्वर से जन्मा है वह पाप कर ही नहीं सकता!

जी हां मित्रों जिसके अंदर परमेश्वर का बीज है वह पाप कर ही नहीं सकता लेकिन हम प्रतिदिन पाप करते हैं अब आप कहेंगे हम कौन सा पाप करते हैं हम तो चोरी नहीं करते, हम तो झूठ नहीं बोलते, हम तो बेमानी नहीं करते, आप दिखाने के लिए शरीर के ऊपर काम तो सच में नहीं करते पर परमेश्वर शरीर के ऊपर के काम को नहीं देखता आपके अंदर के मन के कार्यों को देखता है!जी हां मित्रों जिसके अंदर परमेश्वर का बीज है वह पाप कर ही नहीं सकता लेकिन हम प्रतिदिन पाप करते हैं अब आप कहेंगे हम कौन सा पाप करते हैं हम तो चोरी नहीं करते, हम तो झूठ नहीं बोलते, हम तो बेमानी नहीं करते, आप दिखाने के लिए शरीर के ऊपर काम तो सच में नहीं करते पर परमेश्वर शरीर के ऊपर के काम को नहीं देखता आपके अंदर के मन के कार्यों को देखता है!

क्या आप अपने मन को बदल चुके हैं क्या आप मन  पवित्र हो चुका हैं क्या आपके मन के अंदर के विचार पवित्र हो चुके हैं क्योंकि बुराई आज भी हमारी जुबान पर होती है, जलन आज भी हमारी जुबान पर होती, कुढ़ना आज भी हमारी जुबान होता है ,क्रोध आज भी हमारी जुबान पर होता  है, छल कपट आज की हमारी जुबान पर होता है, चतुराई आज भी हमारी जुबानो पर होती है , मैं घमंड यह सब भी पाप है जो मन के अंदर के विचारों में उत्पन्न होते है और यही सबसे बड़ा पाप है यही सबसे बड़ा मन का रोग है जिसके कारण से परमेश्वर हमारी प्रार्थना को नहीं सुनता!क्या आप अपने मन को बदल चुके हैं क्या आप मन  पवित्र हो चुका हैं क्या आपके मन के अंदर के विचार पवित्र हो चुके हैं क्योंकि बुराई आज भी हमारी जुबान पर होती है, जलन आज भी हमारी जुबान पर होती, कुढ़ना आज भी हमारी जुबान होता है ,क्रोध आज भी हमारी जुबान पर होता  है, छल कपट आज की हमारी जुबान पर होता है, चतुराई आज भी हमारी जुबानो पर होती है , मैं घमंड यह सब भी पाप है जो मन के अंदर के विचारों में उत्पन्न होते है और यही सबसे बड़ा पाप है यही सबसे बड़ा मन का रोग है जिसके कारण से परमेश्वर हमारी प्रार्थना को नहीं सुनता!

यह सब लक्षण किसके हैं आईए देखते हैं कि आप किसकी संतान है

शैतान के एजेंट

जहरीला -सर्प और बिच्छू दोनों समान रूप से जहरीले जीव हैं। जहर एक घातक तरल है जो इसके शिकार को मार सकता है। आत्मा में जहर बुराई  का प्रतीक है। दानव भी जहरीले होते हैं, वे अपने पीड़ितों के जीवन में बुरे आध्यात्मिक जहर को जमा करने की क्षमता रखते हैं। आज भी बहुत से लोग, यहां तक ​​कि विश्वासियों की आत्मा बुराई रूपी आध्यात्मिक जहर से पीड़ित हैं, कुछ  इसी स्वभाव  के चलते परिणामस्वरूप मारे गए हैं।

जैसे इजरायली मिश्र से निकलने के बाद रास्ते में मारे गए क्योंकि परमेश्वर उनकी प्रार्थना को नहीं सुनता था क्योंकि उनके अंदर के मन का कोढ़ वैसा का वैसा ही था भले वे मिश्र की गुलामी से छूट के कानान की ओर जा रहे थे!ैसे इजरायली मिश्र से निकलने के बाद रास्ते में मारे गए क्योंकि परमेश्वर उनकी प्रार्थना को नहीं सुनता था क्योंकि उनके अंदर के मन का कोढ़ वैसा का वैसा ही था भले वे मिश्र की गुलामी से छूट के कानान की ओर जा रहे थे!

परमेश्वर की संतान -

लेकिन परमेश्वर के संतान के रूप में, आप अजेय हैं, यीशु मसीह ने कहा, आप नागों को उठाएंगे, और यहां तक ​​कि अगर शैतान आपके जीवन में कोई भी आध्यात्मिक जहर डालता है, तो यह आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगा।

(मरकुस 16: 17-18)

परमेश्वर अपनी संतानों की प्रार्थना को सुनता है और अधिकार देता है!

इजराइली मारे गए क्योंकि मिश्र से निकलने के बाद भी उन्होंने अपने अधर्म के काम जो उनके मन के विचारों में थे उनको नहीं त्यागा इसी तरह बहुत से विश्वासी आज भी प्रभु में आने के बाद भी परमेश्वर के साथ विश्वास योग्य नहीं होते उनके मन में आज भी कुकर्म के विचार चलते रहते हैं अधर्म के विचार चलते रहते और इसी अधर्म के कामों के कारण परमेश्वर हमारी प्रार्थना को नहीं सुन पाता इसलिए अपने अंदर के विचारों को मन के विचारों को बदलिए और अपने कर्मों के द्वारा उसे सिद्ध करके दिखाइए तब परमेश्वर आपकी प्रार्थना को सुनेगा!इजराइली मारे गए क्योंकि मिश्र से निकलने के बाद भी उन्होंने अपने अधर्म के काम जो उनके मन के विचारों में थे उनको नहीं त्यागा इसी तरह बहुत से विश्वासी आज भी प्रभु में आने के बाद भी परमेश्वर के साथ विश्वास योग्य नहीं होते उनके मन में आज भी कुकर्म के विचार चलते रहते हैं अधर्म के विचार चलते रहते और इसी अधर्म के कामों के कारण परमेश्वर हमारी प्रार्थना को नहीं सुन पाता इसलिए अपने अंदर के विचारों को मन के विचारों को बदलिए और अपने कर्मों के द्वारा उसे सिद्ध करके दिखाइए तब परमेश्वर आपकी प्रार्थना को सुनेगा!

प्रभु आप सबको आशीष दे!प्रभु आप सबको आशीष दे!

50
रचनाएँ
आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?
0.0
जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका 10:19) मैंने तुम्हें सांपों और बिच्छुओं को रोदंने का अधिकार दिया है और किसी वस्तु से तुम्हें कोई हानि न होगी! (यूहन्ना 1:12-13) जितनो ने उसे ग्रहण किया उसने उन्हें परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं वे ना तो लहू से ना शरीर की इच्छा सेना मनुष्य की इच्छा से परंतु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं!
1

विषय -आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?

24 अगस्त 2023
3
0
0

जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्

2

विषय -आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है? पार्ट --2

24 अगस्त 2023
1
0
0

जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्

3

अध्याय २ "*विषय - प्रभु भोज .***

24 अगस्त 2023
1
0
0

जी हां मित्रों प्रभु भोज भी एक बड़ा गंभीर विषय है जिसको आज बड़े हल्के में लोग लेते हैं और बड़े हल्के में लोग प्रभु भोज को ले भी रहे हैं लेकिन उसकी गंभीरता को उसकी चेतावनी को नहीं जानते कि प्रभु

4

* विषय - प्रभु भोज पार्ट- 2 "**

24 अगस्त 2023
2
0
0

मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया कि प्रभु भोज हमें कभी भी अनुचित रीति से नहीं लेना चाहिए प्रभु भोज कोई हलवा नहीं कि आप जब चाहे खा लो लेकिन प्रभु एक मिठाई और दवाई है तो एक मीठा जहर भी है जिसे ख

5

**विषय -प्रभु भोज पार्ट--- 3.#**

24 अगस्त 2023
1
0
0

पिछले दो भागों में मैंने आपको प्रभु भोज की गंभीरता के बारे में बताया कि कैसे हमको प्रभु भोज लेना चाहिए और किन लोगों को लेना चाहिए यह बहुत जरूरी बात है । प्रभु भोज हर एक व्यक्ति के लिए नहीं है परंतु उ

6

विषय -एक विश्वासी के जीवन की कहानी! पार्ट- 2

25 अगस्त 2023
1
1
0

मित्रों कल मैं आपको मसीह जीवन के बारे में बताया की कैसे हमको एक मसीह जीवन को नए जीवन को इस दुनिया में बिताना है और स्वर्ग जाने के कुछ परमेश्वर की आज्ञा और नियम बताएं और नए जन्म के बारे में बताया!म

7

विषय. 1 -एक विश्वासी के जीवन की कहानी!

25 अगस्त 2023
2
0
0

एक मसीह जीवन मतलब एक नया जीवन जो हमें इस दुनिया से परे एक नई दुनिया में ले जाने वाला है जिसमें हम बगैर नया जन्म लिए नहीं जा सकते हैं और एक मसीह जीवन की कहानी है जो एक फिल्म की तरह उत्पत्ति से शुरू होत

8

विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! Part1.

25 अगस्त 2023
1
0
0

जी हां मित्रों आज आप परमेश्वर का वचन कैसे सुनते हो क्योंकि आज वचन का सुनना हमारे मन के मुताबिक होता है यदि हमारे मन का वचन है तो हम सुनते हैं और नहीं है तो हम उसको हल्के में लेते हैं जब चर्च में कलीसि

9

विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट 2..

25 अगस्त 2023
1
0
0

(प्रेरितो के काम 16:11-13)(प्रेरितो के काम 16:11-13) जी हां मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया जो लोग परमेश्वर का वचन ध्यान से सुनते हैं और संगति रखते हैं और परमेश्वर के सेवको का आदर करते हैं

10

विषय- आप कैसे वचन सुनते हो .part 3

26 अगस्त 2023
1
0
0

(प्रेरितो के काम 16:11-13) मित्रों कल मैंने आपको बताया कि हमें खुदा के खादिमों का आदर करना चाहिए क्योंकि खुदा के खादिम परमेश्वर की ओर से चुने हुए उसके सेवक होते हैं और जो कुछ वाह सिखाएं हमें बड़े ध्य

11

विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट -4

26 अगस्त 2023
1
0
0

(प्रेरितो के काम 16:11-13) मित्रों कल मैंने आपको बताया कि हमें खुदा के खादिमों का आदर करना चाहिए क्योंकि खुदा के खादिम परमेश्वर की ओर से चुने हुए उसके सेवक होते हैं और जो कुछ वाह सिखाएं हमें बड़े

12

13.प्रार्थना में बड़ी शक्ति होती है .।।

27 अगस्त 2023
1
0
0

डॉ. सुश्रुत जो की एक बहुत ही प्रसिद्ध  प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद स्पेशलिस्ट सर्जन थे , उन्हें एक बार किसी समारोह में भाग लेने के लिए किसी दूर शहर जाना था . उस समारोह में उन्हें उनकी नई मेडिकल

13

विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट -5.

26 अगस्त 2023
1
0
0

मित्रों पिछले भागों में हमने देखा कि कैसे खुदा का वचन सुनने से और खुदा के खादिमों का आदर करने से और वह जो वचन सुनाते हैं उनको ध्यान से सुनने से परमेश्वर कैसे हमें आशीषित करता है यह हम कई उदाहरणों में

14

14.विषय-आत्मिक युद्ध .

29 अगस्त 2023
0
0
0

-प्रभु और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवंत बनो ! -प्रभु और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवंत बनो !-परमेश्वर के सारे हथियार बांध लो कि तुम शैतान की युक्तियों के सामने खड़े रह सको!की युक्तियों के सामने खड़े

15

विषय-आत्मिक युद्ध पार्ट... 2.

29 अगस्त 2023
1
0
0

16

विषय-आत्मिक युद्ध पार्ट...3.

29 अगस्त 2023
1
0
0

(इफिसियों 6:10-17) (प्रकाशितवाक्य 21:7 -8)  जो जय पाए वही इन वस्तुओं का वारिश होगा ! स्वर्ग और उसकी वस्तुओं के वारिस हम तभी होंगे जब हम एक जैवंत जीवन जीकर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करेंगे!

17

.विषय- क्या आप जल और आत्मा से जन्मे है.

30 अगस्त 2023
1
0
0

मित्रों जब हम हवा की बात करते हैं तो हमारा पूरा का पूरा भूमंडल बहुत सी गैसों और हवा के आवरण से घिरा हुआ है जिसमें लगातार ऑक्सीजन कम होती जा रही है जिसकी वजह है प्रकृति से छेड़छाड़ आज मनुष्य जाति अपने

18

विषय- अच्छी औषधि .*

30 अगस्त 2023
1
0
0

अच्छी औषधि मतलब दवाई जो आपको चंगाई देती है बीमारी से परंतु एक औषधि और है जो आपको संपूर्ण मन में छुटकारा देती है संपूर्ण प्राण में छुटकारा देती है संपूर्ण आनंद देती है और वाह औषधि है परमेश्वर का वचन!

19

20.विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं.

30 अगस्त 2023
0
0
0

जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

20

विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं .

30 अगस्त 2023
0
0
0

जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

21

21.विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं .

30 अगस्त 2023
0
0
0

जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

22

विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं. part 2.

30 अगस्त 2023
1
0
0

जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

23

विषय- कपड़े गंदे क्यों .*

30 अगस्त 2023
0
0
0

 परमेश्वर कहता है और हम आपस में बातचीत करें  वह आपको बुला रहा है पर हम कहते हैं कि हमारे पास समय नहीं है डॉक्टर के पास बिमार को समय निकालकर जाना पड़ता है तभी इलाज होता है हमको भी परमेश्वर के प

24

विषय- तिनका और लढ्ढा .*

30 अगस्त 2023
1
0
0

(मत्ती 7:1-5) भैंस ने गाय से कहा तेरी पूंछ काली है परंतु गाय ने कहा तू पूरी काली है इंसान की बहुत बड़ी आदत बन चुकी है कि दूसरे की कमी निकालना जबकि उसको अपनी कमी कभी नहीं दिखती और पूरे संसार म

25

विषय- सबसे बड़ी समस्या .

30 अगस्त 2023
1
0
0

एक भाई ने मुझसे कहा मेरी पांच समस्या इस साल में हल होना चाहिए इसके लिए प्रार्थना करो मैंने कहा मैं जरूर प्रार्थना करूंगा और आपकी यह 5 समस्या हल भी हो जाएंगे वाह भाई बहुत खुश हो गया उसके बाद मैंने

26

विषय- सुखी परिवार.*

30 अगस्त 2023
0
0
0

मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते ! मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते !मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते ! (यूहन्ना 15:5)  जी हां मित्रो एक परिवार तभी सुखी रह सकता है जब वह परमेश

27

विषय- उजियाला बुझ ना जाए.*

30 अगस्त 2023
0
0
0

यीशु ने कहा दिया जलाकर पैमाने के नीचे मत रखो पैमाने का अर्थ माप तोल कर बर्तन जिससे हम लेनदेन करते हैं मसीह जीवन में अगर आप ज्योति में रहना चाहते तो आज ही आप लेन-देन में पवित्र बने वरन आपका दिया बुझ

28

विषय- मन में मूरत .*

30 अगस्त 2023
0
0
0

जी हां मित्रों मूरत वाह नहीं जो मिट्टी की बनी है लेकिन मूरत वाह है जो आपके मन में बसी है मिट्टी की मूरत तो तो हम तोड़ सकते हैं हटा सकते हैं पर मन की मूरत को तोड़ना और हटाना इतना आसान नहीं क्

29

विषय- धोखा *. मैं धर्मी हूं .

30 अगस्त 2023
0
0
0

यदि कोई अपने आप को भक्त समझे और अपनी जीभ पर लगाम ना दे पर अपने हृदय को धोखा दे तो उसकी भक्ति व्यर्थ है! (याकूब 1:26) जी हां मित्रों आज ज्यादातर  विश्वासियों  में यह सबसे बड़ा धोखा है कि मैं धर्म

30

विषय -पहले आप .

3 सितम्बर 2023
0
0
0

हमारे हिंदुस्तान की रीति है पहले आप से शुरूआत की जाती है किसी भी काम को जो हम करते हैं तो पहले आप के द्वारा संबोधन से करते हैं और यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि यह शब्द हमारी ओर से नहीं परंतु परमेश्वर

31

विषय- धोखा मुझ में पाप नहीं.

9 सितम्बर 2023
1
1
1

हे प्रिय भाइयों धोखा ना खाओ!       (याकूब 1:16) एक व्यक्ति पेढें बेचा करता था रोज दोपहर से शाम तक चिल्लाता मथुरा के पेढें ले लो मथुरा के पेढें ले लो एक व्यक्ति ने उससे पूछा अरे भैया आप सुबह शाम

32

विषय- छोटी लोमड़ियां 1.

9 सितम्बर 2023
0
0
0

जो छोटी लोमड़िया दाख की बारीयों को बिगाड़ती है उन्हें पकड़ ले! ( श्रेष्ठ गीत 2:15) मित्रों लोमड़ी पाप को बताती हैं छोटी लोमड़ी का मतलब है छोटे पाप आज हमने बड़े-बड़े पाप पकड़ लिए हैं जैसे शराब, सि

33

विषय- चमत्कार के बाद आपका जीवन .

9 सितम्बर 2023
0
0
0

वह उन नगरों को उलाहना देने लगा जिनमें उसने बहुतेरे समर्थ के काम किए थे क्योंकि उन्होंने अपना मन नहीं फिराया था ! (मत्ती 11:20) यीशु जब इस दुनिया में था बड़े बड़े चमत्कार किए मुर्दों को भी जिला

34

विषय- विश्वास या कर्म *

9 सितम्बर 2023
0
0
0

तू अपना विश्वास मुझे कर्म  बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा!तू अपना विश्वास मुझे कर्म  बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा! (याकूब 2:18) आज ए

35

विषय- क्या आप बांझपन के शिकार हैं *

9 सितम्बर 2023
0
0
0

जी हां मित्रों बांझपन  एक ऐसा शब्द है जिसका मतलब है पुर्नवर्ती ना होना यह किसी चीज का निर्माण ना कर पाना बांझपन  दो प्रकार का होता है एक शारीरिक और एक आत्मिक शारीरिक बांझपन को ज्यादातर स्त्रियों के

36

विषय- गंभीर बात बाद में *

9 सितम्बर 2023
0
0
0

एक राजा था उसके दोस्त को पता चला कि कोई उसका खून करने वाला है उसने उसको पत्र लिखा कि तो कोई तुझे जान से मारने  आने वाला है इसलिए सावधान रहें और अपनी जान बचा इस खत को लेकर एक आदमी राजा के पास आया खत के

37

विषय -पहले आप .

12 सितम्बर 2023
0
0
0

हमारे हिंदुस्तान की रीति है पहले आप से शुरूआत की जाती है किसी भी काम को जो हम करते हैं तो पहले आप के द्वारा संबोधन से करते हैं और यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि यह शब्द हमारी ओर से नहीं परंतु परमेश्वर

38

विषय - सेवकाई सीजन 2.2

12 सितम्बर 2023
0
0
0

एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि आज हर एक विश्वासी प्रभु की सेवा करना चाहता है परंतु वह अच्छा सेवक नहीं बनना चाहता आज लोग पास्टर तो बनना चाहते हैं लेकिन सेवक नहीं बनना चाहते और एक अच्छा सेवक ही अच

39

विषय- सेवकाई 2.2.*2

12 सितम्बर 2023
0
0
0

मित्रों एक बड़ी और समर्थी प्रभु की मिनिस्ट्री करने के लिए हमें सबसे पहले एक अच्छा चेला बनने की जरूरत है जिसके अंदर ईमानदारी पवित्रता अनुशासन और आज्ञाकारिता हो क्योंकि आप पूरी बाइबल में उठा कर देख लो

40

विषय- सेवकाई 2.2*3

12 सितम्बर 2023
0
0
0

पिछले  भागों में मैंने आपको बताया कि कैसे परमेश्वर सेवकाई के लिए लोगों को चुनता है और इस्तेमाल करता है और कैसे लोग खुद अपने मन से परमेश्वर की सेवा को चुनते हैं और अपने जीवन को बर्बाद करते हैं! पिछले

41

क्या हम आजाद हैं.??

12 सितम्बर 2023
0
0
0

आज हम 76 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं आजादी का जश्न मना रहे हैं लेकिन क्या हम सचमुच आज हम आजाद हैं आजादी तीनं प्रकार की होती है  भौतिक शारीरिक और मानसिक हम भौतिक रूप से शारीरिक रूप से इस दुनिया म

42

विषय- सेवकाई 2.2.4

13 सितम्बर 2023
0
0
0

मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया यीशु मसीह जो परमेश्वर का एकलौता पुत्र था पुत्र होने के बावजूद भी वह स्वर्ग में एक सेवक की तरह रहता था और राजा बनने से पहले यीशु मसीह एक सेवक के रूप में परमेश्वर

43

विषय- कपटी (मक्कार)

13 सितम्बर 2023
0
0
0

 हे कपटी शास्त्री और फरीसियों तुम पर हाय तुम एक जन को अपने मत में लाने के लिए सारे जल और थल में फिरते हो और जब वह मत में आ जाता है तो उसे अपने से दूर ना नारकिय बना देते हो!  हे कपटी शास्त्री और फरी

44

विषय- मसीह में हमारा आत्मिक जीवन व चाल चलन*.

13 सितम्बर 2023
1
0
0

इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भारतीय स्थित इच्छा को मालूम करते रहो ! इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के

45

विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन 2.

13 सितम्बर 2023
0
0
0

इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भारतीय स्थित इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) जी हां मित्रों यीशु मसीह ने

46

विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन .3.

13 सितम्बर 2023
0
0
0

इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) जी हां मित्रों यीशु मसीह न

47

विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन .4

13 सितम्बर 2023
0
0
0

इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) (इफिसियों 5:9-13) मित्रों अब हम जब

48

विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन 5 *

13 सितम्बर 2023
1
0
0

इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जा

49

विषय- सेवकाई 2.2.5

16 सितम्बर 2023
0
0
0

मित्रों सेवकाई के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है वह होती है अभिषेक और पवित्र आत्मा की सामर्थ जो हमें खुदा के अभिषिक्त खादिमों की संगति करने से मिलता है उनकी सेवा टहल करने से मिलता है! मित्रों स

50

विषय- न्याय के दिन आपका प्रतिफल क्या होगा?

19 सितम्बर 2023
0
0
0

मित्रों प्रत्येक जन चाहे वह विश्वासी हो या अविश्वासी जब भी वह कोई काम करता है तो उस काम के बदले प्रतिफल की इच्छा रखता है कि हम जो कर रहे हैं उसका फल हमको क्या मिलेगा इसी तरह हर एक विश्वासी व्यक्ति ज

---

किताब पढ़िए