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विषय -एक विश्वासी के जीवन की कहानी! पार्ट- 2

25 अगस्त 2023

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मित्रों कल मैं आपको मसीह जीवन के बारे में बताया की कैसे हमको एक मसीह जीवन को नए जीवन को इस दुनिया में बिताना है और स्वर्ग जाने के कुछ परमेश्वर की आज्ञा और नियम बताएं और नए जन्म के बारे में बताया!मित्रों कल मैं आपको मसीह जीवन के बारे में बताया की कैसे हमको एक मसीह जीवन को नए जीवन को इस दुनिया में बिताना है और स्वर्ग जाने के कुछ परमेश्वर की आज्ञा और नियम बताएं और नए जन्म के बारे में बताया!

परंतु आज कुछ विश्वासी नया जन्म पाने के बाद भी अपने उस नए जीवन को संभाल कर नहीं रख पाते अपने जीवन को पवित्रताई से नहीं बिता पाते और अपने जीवन को पहले से ज्यादा बर्बाद कर लेते हैं और नरकीय बना लेते हैं इसके विषय में यीशु मसीह ने कहा!

(मत्ती 12:43-45)

जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूंढ़ती फिरती है, और पाती नहीं। तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहां से निकली थी, लौट जाऊंगी, और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा सजाया पाती है।

पहले जब हम अंधकार में थे यानी बहुत सारी अशुद्ध आत्माओं से भरे हुए थे और जब हम प्रभु में आते हैं तो प्रभु  हमें मुक्ति देता है सारी अशुद्ध बातों से अशुद्ध आत्माओं से अशुद्ध कामों से और वह हमें एक पवित्र जीवन देता है लेकिन हम उस पवित्र जीवन को  नए जन्म को  संभाल कर नहीं रख पाते और संसार के साथ  मिलकर ही चलते रहते हैं और संसार की चीजों को संसार के बातों को और सारी अशुद्धता को ग्रहण करते रहते हैं उसे छोड़ नहीं पाते और इसीलिए जब हम उसको नहीं छोड़ पाते तो हमारा उद्धार नहीं हो पाता जो उद्धार  परमेश्वर दिया  होता है हम उसे दोबारा खो देते हैं और जो जीवन प्रभु में आने से पहले हमारा अच्छा होता है थोड़ा बहुत वह प्रभु में आने के बाद और ज्यादा बर्बाद और नरकीय हो जाता है क्योंकि बाद में जब अशुद्ध आत्माएं आपके अंदर प्रवेश करती हैं उस घर को खाली देखकर  पहले से ज्यादा दुष्ट आत्माओं को साथ लेकर आपके अंदर प्रवेश करती हैं!

और एक आदमी जो पहले केवल चोरी करता था अब वह झूठ बोलता है, चोरी भी करता है, व्याभिचार भी करता है, लालच भी करता है ,बुराई भी करता है, बहुत कुछ करने लगता है और धीरे-धीरे उसकी शांति जाती रहती है उसके मन का चैन जाता रहता है उसके अंदर बुराई बढ़ती रहती है और अशांति बनी रहती है डर और भय लगने लगता है!

यानी पहले की अपेक्षा अब उसका जीवन ज्यादा नरकीय हो जाता है यह एक सच्ची हकीकत है जिससे हर दूसरा तीसरा विश्वासी गुजर रहा है क्योंकि मैंने ऐसी बहुत सी लोगों की

गवाहियां को और लोगों के जीवन को देखा जिन्होंने खुद बताया कि पहले तो हम अच्छे थे जब शुरू में प्रभू आए थे लेकिन अब हमारा जीवन बहुत ज्यादा नरकीय हो गया है अब हमारे दिलों में शांति नहीं आराम नहीं चैन नहीं क्योंकि हम प्रभु की आज्ञा का पालन नहीं कर पाए उसके साथ वफादार नहीं हो पाए और संसार को छोड़ नहीं पाते!

मैं खुद कई ऐसे विश्वासियों को जानता हूं जो प्रभु में आने से पहले सांसारिक रूप से एक खुशहाली का जीवन तो बिता रहे थे दुख तकलीफ उनके जीवन में था कष्ट था लेकिन इतना नहीं था जितना प्रभु में आने के बाद हो गया कारण क्या था?

प्रभु ने उन्हें अपने राज्य के लिए पहले से ही चुन लिया था और समय आने पर उनको अपने राज्य में बुला भी लिया और परमेश्वर ने उनको बहुत सारी आशीषे दी शांति दी और प्रभु में आने के बाद उनका जीवन आशीष से और शांति से भर गया लेकिन वे परमेश्वर के साथ उसके वचन के साथ आज्ञाकारिता में ईमानदारी में पवित्रता में अपने जीवन को नहीं बिता पाए और अपने मन की मर्जी के साथ चलते रहे जीते रहे और संसार की चीजों को नहीं छोड़ पाए और पाप भी करते रहे परमेश्वर ने उन्हें कई बार मौका दिया लेकिन वह नहीं सुधरे और अंत में परमेश्वर का आत्मा उनके ऊपर से हट गया और उनका जीवन नरकीए हो गया !

पहले वह दयालु थे, कृपालु थे, लालची नहीं थे, वह व्याभिचारी  नहीं थे यह प्रभु में आने के पहले उनका जीवन था पर अब लालच भी कर रहे थे, चोरी भी कर रहे थे, बेईमानी भी कर रहे थे ,सारे गलत काम कर रहे थे, जो एक अन्य जाति का व्यक्ति करता है अब वह विश्वासी कर रहे थे!

जिनको प्रभु ने शांति दी थी और स्वर्ग का राज्य दिया था लेकिन आनाज्ञाकारिता और आपावित्रता के कारण उन्होंने दुष्ट आत्माओं को अपने ऊपर अधिकार दिया जिसके कारण पहले से ज्यादा बुरी आत्माओं ने उनके शरीर के अंदर प्रवेश किया और उनके जीवन को बर्बाद किया!

जैसा कि हम इसराइलियों के विषय में देखते हैं जिनको प्रभु ने मिस्र की गुलामी से निकालकर का कनान देश देने का वादा किया था परंतु वह कानान देश में प्रवेश करने से पहले ही उस जीवन के सफर में नष्ट हो गए और कानन नहीं पहुंच पाए क्योंकि मिश्र में रहते रहते वह सांसारिक चीजों के आदी हो गए थे भोगी है हो गए थे और इसीलिए उनका मन नहीं फिर पाया था वह केवल मिश्र की गुलामी से आजादी चाहते थे लेकिन अपने मन की गुलामी से आजादी नहीं चाहते थे इसीलिए जब वह सफर में थे तो उनको कष्ट हो रहा था उनको वह चीज भोग के लिए नहीं मिल रही थी जो उन्हें मिश्र मे मिलती थी!

इसीलिए वह बार-बार कहते थे इससे अच्छा तो हम मिस्र में थे इससे अच्छा तो हम मिश्र में थे और इसी कारण वह कुड़कुराड़ाते थे और इसीलिए परमेश्वर का  क्रोध उन पर प्रकट हुआ और इजरायली उस मिश्र से कानन के सफर के रास्ते में ही नष्ट हो गए!

आज हम में से बहुत सारे विश्वासी भी पुराने अंधकार के जीवन से निकलने के बाद भी आज उस स्वर्ग के रास्ते में चलते-चलते नष्ट हो रहे हैं क्योंकि हम मन नहीं फिरा पा रहे हैं हम संसार को नहीं छोड़ पा रहे हैं उसकी अभिलाषाओं को नहीं छोड़ पा रहे हैं और दुष्ट आत्माओं को अपने ऊपर अधिकार दे रहे हैं जो हमें बीच में ही नष्ट कर रही हैं!

मित्रों विश्वासी जीवन अनमोल है जो आपको यीशु मसीह के बलिदान के बाद मिला है अगर आज हम उस बलिदान की कीमत को नहीं समझ पाए याद रखिए जो अंधकार पहले हमारे जीवन का हिस्सा था वह अंधकार दुगनी रीति से प्रभु में आने के बाद आपके जीवन का हिस्सा बन जाएगा!

प्रभु आप सबको आशीष दे!प्रभु आप सबको आशीष दे!

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रचनाएँ
आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?
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जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका 10:19) मैंने तुम्हें सांपों और बिच्छुओं को रोदंने का अधिकार दिया है और किसी वस्तु से तुम्हें कोई हानि न होगी! (यूहन्ना 1:12-13) जितनो ने उसे ग्रहण किया उसने उन्हें परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं वे ना तो लहू से ना शरीर की इच्छा सेना मनुष्य की इच्छा से परंतु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं!
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विषय -आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है?

24 अगस्त 2023
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जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्

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विषय -आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है? पार्ट --2

24 अगस्त 2023
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जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्

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अध्याय २ "*विषय - प्रभु भोज .***

24 अगस्त 2023
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जी हां मित्रों प्रभु भोज भी एक बड़ा गंभीर विषय है जिसको आज बड़े हल्के में लोग लेते हैं और बड़े हल्के में लोग प्रभु भोज को ले भी रहे हैं लेकिन उसकी गंभीरता को उसकी चेतावनी को नहीं जानते कि प्रभु

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* विषय - प्रभु भोज पार्ट- 2 "**

24 अगस्त 2023
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मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया कि प्रभु भोज हमें कभी भी अनुचित रीति से नहीं लेना चाहिए प्रभु भोज कोई हलवा नहीं कि आप जब चाहे खा लो लेकिन प्रभु एक मिठाई और दवाई है तो एक मीठा जहर भी है जिसे ख

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**विषय -प्रभु भोज पार्ट--- 3.#**

24 अगस्त 2023
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पिछले दो भागों में मैंने आपको प्रभु भोज की गंभीरता के बारे में बताया कि कैसे हमको प्रभु भोज लेना चाहिए और किन लोगों को लेना चाहिए यह बहुत जरूरी बात है । प्रभु भोज हर एक व्यक्ति के लिए नहीं है परंतु उ

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विषय -एक विश्वासी के जीवन की कहानी! पार्ट- 2

25 अगस्त 2023
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मित्रों कल मैं आपको मसीह जीवन के बारे में बताया की कैसे हमको एक मसीह जीवन को नए जीवन को इस दुनिया में बिताना है और स्वर्ग जाने के कुछ परमेश्वर की आज्ञा और नियम बताएं और नए जन्म के बारे में बताया!म

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विषय. 1 -एक विश्वासी के जीवन की कहानी!

25 अगस्त 2023
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एक मसीह जीवन मतलब एक नया जीवन जो हमें इस दुनिया से परे एक नई दुनिया में ले जाने वाला है जिसमें हम बगैर नया जन्म लिए नहीं जा सकते हैं और एक मसीह जीवन की कहानी है जो एक फिल्म की तरह उत्पत्ति से शुरू होत

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विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! Part1.

25 अगस्त 2023
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जी हां मित्रों आज आप परमेश्वर का वचन कैसे सुनते हो क्योंकि आज वचन का सुनना हमारे मन के मुताबिक होता है यदि हमारे मन का वचन है तो हम सुनते हैं और नहीं है तो हम उसको हल्के में लेते हैं जब चर्च में कलीसि

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विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट 2..

25 अगस्त 2023
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(प्रेरितो के काम 16:11-13)(प्रेरितो के काम 16:11-13) जी हां मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया जो लोग परमेश्वर का वचन ध्यान से सुनते हैं और संगति रखते हैं और परमेश्वर के सेवको का आदर करते हैं

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विषय- आप कैसे वचन सुनते हो .part 3

26 अगस्त 2023
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(प्रेरितो के काम 16:11-13) मित्रों कल मैंने आपको बताया कि हमें खुदा के खादिमों का आदर करना चाहिए क्योंकि खुदा के खादिम परमेश्वर की ओर से चुने हुए उसके सेवक होते हैं और जो कुछ वाह सिखाएं हमें बड़े ध्य

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विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट -4

26 अगस्त 2023
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(प्रेरितो के काम 16:11-13) मित्रों कल मैंने आपको बताया कि हमें खुदा के खादिमों का आदर करना चाहिए क्योंकि खुदा के खादिम परमेश्वर की ओर से चुने हुए उसके सेवक होते हैं और जो कुछ वाह सिखाएं हमें बड़े

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13.प्रार्थना में बड़ी शक्ति होती है .।।

27 अगस्त 2023
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डॉ. सुश्रुत जो की एक बहुत ही प्रसिद्ध  प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद स्पेशलिस्ट सर्जन थे , उन्हें एक बार किसी समारोह में भाग लेने के लिए किसी दूर शहर जाना था . उस समारोह में उन्हें उनकी नई मेडिकल

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विषय- आप कैसे वचन सुनते हो ! पार्ट -5.

26 अगस्त 2023
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मित्रों पिछले भागों में हमने देखा कि कैसे खुदा का वचन सुनने से और खुदा के खादिमों का आदर करने से और वह जो वचन सुनाते हैं उनको ध्यान से सुनने से परमेश्वर कैसे हमें आशीषित करता है यह हम कई उदाहरणों में

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14.विषय-आत्मिक युद्ध .

29 अगस्त 2023
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-प्रभु और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवंत बनो ! -प्रभु और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवंत बनो !-परमेश्वर के सारे हथियार बांध लो कि तुम शैतान की युक्तियों के सामने खड़े रह सको!की युक्तियों के सामने खड़े

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विषय-आत्मिक युद्ध पार्ट... 2.

29 अगस्त 2023
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विषय-आत्मिक युद्ध पार्ट...3.

29 अगस्त 2023
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(इफिसियों 6:10-17) (प्रकाशितवाक्य 21:7 -8)  जो जय पाए वही इन वस्तुओं का वारिश होगा ! स्वर्ग और उसकी वस्तुओं के वारिस हम तभी होंगे जब हम एक जैवंत जीवन जीकर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करेंगे!

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.विषय- क्या आप जल और आत्मा से जन्मे है.

30 अगस्त 2023
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मित्रों जब हम हवा की बात करते हैं तो हमारा पूरा का पूरा भूमंडल बहुत सी गैसों और हवा के आवरण से घिरा हुआ है जिसमें लगातार ऑक्सीजन कम होती जा रही है जिसकी वजह है प्रकृति से छेड़छाड़ आज मनुष्य जाति अपने

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विषय- अच्छी औषधि .*

30 अगस्त 2023
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अच्छी औषधि मतलब दवाई जो आपको चंगाई देती है बीमारी से परंतु एक औषधि और है जो आपको संपूर्ण मन में छुटकारा देती है संपूर्ण प्राण में छुटकारा देती है संपूर्ण आनंद देती है और वाह औषधि है परमेश्वर का वचन!

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20.विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं.

30 अगस्त 2023
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जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

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विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं .

30 अगस्त 2023
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जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

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21.विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं .

30 अगस्त 2023
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जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

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विषय- जो मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हैं. part 2.

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जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो! जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु कहते हो!जब तुम मेरा कहना नहीं मानते तो क्यों मुझे हे प्रभु हे प्रभु

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विषय- कपड़े गंदे क्यों .*

30 अगस्त 2023
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 परमेश्वर कहता है और हम आपस में बातचीत करें  वह आपको बुला रहा है पर हम कहते हैं कि हमारे पास समय नहीं है डॉक्टर के पास बिमार को समय निकालकर जाना पड़ता है तभी इलाज होता है हमको भी परमेश्वर के प

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विषय- तिनका और लढ्ढा .*

30 अगस्त 2023
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(मत्ती 7:1-5) भैंस ने गाय से कहा तेरी पूंछ काली है परंतु गाय ने कहा तू पूरी काली है इंसान की बहुत बड़ी आदत बन चुकी है कि दूसरे की कमी निकालना जबकि उसको अपनी कमी कभी नहीं दिखती और पूरे संसार म

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विषय- सबसे बड़ी समस्या .

30 अगस्त 2023
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एक भाई ने मुझसे कहा मेरी पांच समस्या इस साल में हल होना चाहिए इसके लिए प्रार्थना करो मैंने कहा मैं जरूर प्रार्थना करूंगा और आपकी यह 5 समस्या हल भी हो जाएंगे वाह भाई बहुत खुश हो गया उसके बाद मैंने

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विषय- सुखी परिवार.*

30 अगस्त 2023
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मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते ! मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते !मुझसे अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते ! (यूहन्ना 15:5)  जी हां मित्रो एक परिवार तभी सुखी रह सकता है जब वह परमेश

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विषय- उजियाला बुझ ना जाए.*

30 अगस्त 2023
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यीशु ने कहा दिया जलाकर पैमाने के नीचे मत रखो पैमाने का अर्थ माप तोल कर बर्तन जिससे हम लेनदेन करते हैं मसीह जीवन में अगर आप ज्योति में रहना चाहते तो आज ही आप लेन-देन में पवित्र बने वरन आपका दिया बुझ

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विषय- मन में मूरत .*

30 अगस्त 2023
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जी हां मित्रों मूरत वाह नहीं जो मिट्टी की बनी है लेकिन मूरत वाह है जो आपके मन में बसी है मिट्टी की मूरत तो तो हम तोड़ सकते हैं हटा सकते हैं पर मन की मूरत को तोड़ना और हटाना इतना आसान नहीं क्

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विषय- धोखा *. मैं धर्मी हूं .

30 अगस्त 2023
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यदि कोई अपने आप को भक्त समझे और अपनी जीभ पर लगाम ना दे पर अपने हृदय को धोखा दे तो उसकी भक्ति व्यर्थ है! (याकूब 1:26) जी हां मित्रों आज ज्यादातर  विश्वासियों  में यह सबसे बड़ा धोखा है कि मैं धर्म

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विषय -पहले आप .

3 सितम्बर 2023
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हमारे हिंदुस्तान की रीति है पहले आप से शुरूआत की जाती है किसी भी काम को जो हम करते हैं तो पहले आप के द्वारा संबोधन से करते हैं और यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि यह शब्द हमारी ओर से नहीं परंतु परमेश्वर

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विषय- धोखा मुझ में पाप नहीं.

9 सितम्बर 2023
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हे प्रिय भाइयों धोखा ना खाओ!       (याकूब 1:16) एक व्यक्ति पेढें बेचा करता था रोज दोपहर से शाम तक चिल्लाता मथुरा के पेढें ले लो मथुरा के पेढें ले लो एक व्यक्ति ने उससे पूछा अरे भैया आप सुबह शाम

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विषय- छोटी लोमड़ियां 1.

9 सितम्बर 2023
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जो छोटी लोमड़िया दाख की बारीयों को बिगाड़ती है उन्हें पकड़ ले! ( श्रेष्ठ गीत 2:15) मित्रों लोमड़ी पाप को बताती हैं छोटी लोमड़ी का मतलब है छोटे पाप आज हमने बड़े-बड़े पाप पकड़ लिए हैं जैसे शराब, सि

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विषय- चमत्कार के बाद आपका जीवन .

9 सितम्बर 2023
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वह उन नगरों को उलाहना देने लगा जिनमें उसने बहुतेरे समर्थ के काम किए थे क्योंकि उन्होंने अपना मन नहीं फिराया था ! (मत्ती 11:20) यीशु जब इस दुनिया में था बड़े बड़े चमत्कार किए मुर्दों को भी जिला

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विषय- विश्वास या कर्म *

9 सितम्बर 2023
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तू अपना विश्वास मुझे कर्म  बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा!तू अपना विश्वास मुझे कर्म  बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा! (याकूब 2:18) आज ए

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विषय- क्या आप बांझपन के शिकार हैं *

9 सितम्बर 2023
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जी हां मित्रों बांझपन  एक ऐसा शब्द है जिसका मतलब है पुर्नवर्ती ना होना यह किसी चीज का निर्माण ना कर पाना बांझपन  दो प्रकार का होता है एक शारीरिक और एक आत्मिक शारीरिक बांझपन को ज्यादातर स्त्रियों के

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विषय- गंभीर बात बाद में *

9 सितम्बर 2023
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एक राजा था उसके दोस्त को पता चला कि कोई उसका खून करने वाला है उसने उसको पत्र लिखा कि तो कोई तुझे जान से मारने  आने वाला है इसलिए सावधान रहें और अपनी जान बचा इस खत को लेकर एक आदमी राजा के पास आया खत के

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विषय -पहले आप .

12 सितम्बर 2023
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हमारे हिंदुस्तान की रीति है पहले आप से शुरूआत की जाती है किसी भी काम को जो हम करते हैं तो पहले आप के द्वारा संबोधन से करते हैं और यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि यह शब्द हमारी ओर से नहीं परंतु परमेश्वर

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विषय - सेवकाई सीजन 2.2

12 सितम्बर 2023
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एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि आज हर एक विश्वासी प्रभु की सेवा करना चाहता है परंतु वह अच्छा सेवक नहीं बनना चाहता आज लोग पास्टर तो बनना चाहते हैं लेकिन सेवक नहीं बनना चाहते और एक अच्छा सेवक ही अच

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विषय- सेवकाई 2.2.*2

12 सितम्बर 2023
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मित्रों एक बड़ी और समर्थी प्रभु की मिनिस्ट्री करने के लिए हमें सबसे पहले एक अच्छा चेला बनने की जरूरत है जिसके अंदर ईमानदारी पवित्रता अनुशासन और आज्ञाकारिता हो क्योंकि आप पूरी बाइबल में उठा कर देख लो

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विषय- सेवकाई 2.2*3

12 सितम्बर 2023
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पिछले  भागों में मैंने आपको बताया कि कैसे परमेश्वर सेवकाई के लिए लोगों को चुनता है और इस्तेमाल करता है और कैसे लोग खुद अपने मन से परमेश्वर की सेवा को चुनते हैं और अपने जीवन को बर्बाद करते हैं! पिछले

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क्या हम आजाद हैं.??

12 सितम्बर 2023
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आज हम 76 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं आजादी का जश्न मना रहे हैं लेकिन क्या हम सचमुच आज हम आजाद हैं आजादी तीनं प्रकार की होती है  भौतिक शारीरिक और मानसिक हम भौतिक रूप से शारीरिक रूप से इस दुनिया म

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विषय- सेवकाई 2.2.4

13 सितम्बर 2023
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मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया यीशु मसीह जो परमेश्वर का एकलौता पुत्र था पुत्र होने के बावजूद भी वह स्वर्ग में एक सेवक की तरह रहता था और राजा बनने से पहले यीशु मसीह एक सेवक के रूप में परमेश्वर

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विषय- कपटी (मक्कार)

13 सितम्बर 2023
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 हे कपटी शास्त्री और फरीसियों तुम पर हाय तुम एक जन को अपने मत में लाने के लिए सारे जल और थल में फिरते हो और जब वह मत में आ जाता है तो उसे अपने से दूर ना नारकिय बना देते हो!  हे कपटी शास्त्री और फरी

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विषय- मसीह में हमारा आत्मिक जीवन व चाल चलन*.

13 सितम्बर 2023
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इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भारतीय स्थित इच्छा को मालूम करते रहो ! इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के

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विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन 2.

13 सितम्बर 2023
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इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भारतीय स्थित इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) जी हां मित्रों यीशु मसीह ने

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विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन .3.

13 सितम्बर 2023
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इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) जी हां मित्रों यीशु मसीह न

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विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन .4

13 सितम्बर 2023
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इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! (रोमियो 12:2) (इफिसियों 5:9-13) मित्रों अब हम जब

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विषय- मसीह में हमारा आत्मिक चाल चलन 5 *

13 सितम्बर 2023
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इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भवती इच्छा को मालूम करते रहो ! इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जा

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विषय- सेवकाई 2.2.5

16 सितम्बर 2023
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मित्रों सेवकाई के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है वह होती है अभिषेक और पवित्र आत्मा की सामर्थ जो हमें खुदा के अभिषिक्त खादिमों की संगति करने से मिलता है उनकी सेवा टहल करने से मिलता है! मित्रों स

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विषय- न्याय के दिन आपका प्रतिफल क्या होगा?

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मित्रों प्रत्येक जन चाहे वह विश्वासी हो या अविश्वासी जब भी वह कोई काम करता है तो उस काम के बदले प्रतिफल की इच्छा रखता है कि हम जो कर रहे हैं उसका फल हमको क्या मिलेगा इसी तरह हर एक विश्वासी व्यक्ति ज

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