जो छोटी लोमड़िया दाख की बारीयों को बिगाड़ती है उन्हें पकड़ ले!
( श्रेष्ठ गीत 2:15)
मित्रों लोमड़ी पाप को बताती हैं छोटी लोमड़ी का मतलब है छोटे पाप आज हमने बड़े-बड़े पाप पकड़ लिए हैं जैसे शराब, सिगरेट, पान, तंबाकू ,गुटखा, सिनेमा, टीवी सीरियल ,और भी बहुत से बड़े-बड़े पाप हमने पकड़ कर अपने जीवन से निकाल दिए हैं लेकिन फिर भी पूरी शांति हमारे मन में नहीं है इसका कारण है कि कुछ बहुत से छोटे पाप अभी भी हमारे जीवन में है जिनके कारण हम अभी भी परेशान हैं उनको भी पकड़कर हमारे जीवन से बाहर निकालना है!
क्योंकि हमारे जीवन रूपी दाख की बारी में अभी भी फूल लगे हैं इसके बाद फल लगेंगे लेकिन यह छोटे-छोटे पाप फूलों को ही नाश कर देते हैं यह छोटी लोमड़ी फूलों को तोड़ देती है और आप आत्मा के फल लगने नहीं देती!
(गलातियों 5:22-23)
इसलिए अब हमको छोटे छोटे पापों की तरफ ध्यान देना पड़ेगा एक छोटा पाप कर्ज लेने का है यह पाप लूत के समय में भी था और आज भी है!
(लूका 17:28)
आज के अधिकतर भाई-बहन लेन-देन में फंसे हुए हैं और उनका मन अधिक लेनदेन होने के कारण परमेश्वर से दूर है प्रार्थना भी करते हैं तो केवल कर्ज उतारने की ही प्रार्थना करते हैं इस कर्ज लेने की लोमड़ी को पकड़ लो और अपने जीवन रुपी दाख की बारी से बाहर फेंक दो!
एक भाई ने सोफा खरीदा किस्तों पर लिया और किस्त नहीं दे पाया सोफे वाला सोफा उठाकर ले गया उससे उसकी बहुत बेइज्जती हुई और वह खुद भी बहुत परेशान हुआ अपने दिमाग को शांत रखने के लिए कर्जा लेना बंद करें जो भी पैसा आपके पास है उसी में गुजारा करें शांत मन तन का जीवन है!
( नीति वचन 14:30)
मन में घबराहट और परेशानियां होने से तन में बहुत सी बीमारियां हो जाती हैं इसलिए दाऊद कहता है कि मैंने अपना मन शांत किया!
( भजन संहिता 131:2)
आपके मन को समझाओ कि मैं संसार में खाली आया हूं और खाली ही हाथ जाऊंगा!
(तिमुथियुस 6:7)
फिर आपका मन शांत हो जाएगा और आप फिर फालतू में कर्ज लेना बंद कर देंगे इसके बाद और भी बहुत से छोटे पापों को छोड़ना है!
लालच का पाप, घमंड का पाप ,गुस्से का पाप, झूठ का पाप ,जलन का पाप, निंदा का पाप , आविश्वास का पाप जब यह सब पाप निकल जाएंगे तो फिर हममें आत्मा के फल लगना शुरू हो जाएंगे परमेश्वर को हमारे जीवन में फल चाहिए!
यीशु को भूख लगी और वह अंजीर के पेड़ में फल ढूंढने लगा पर केवल पत्ते ही मिले!
( मरकुस 11:13-14 )
आज भी येशु को भूख है और वह हममे आत्मिक फल ढूंढ रहा है यदि हम सब छोटे लोमड़ीयों को पकड़ लेंगे तो हमें जरूर फल लगेंगे !
प्रभु आप सबको आशीष दे!