तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा!तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा और मैं अपना विश्वास कर्म के द्वारा तुझे दिखाऊंगा!
(याकूब 2:18)
आज एक बड़ा सवाल है कि स्वर्ग हमको विश्वास से मिलेगा य कर्मों से कुछ कहते हैं कि कर्म करने की कोई जरूरत नहीं विश्वास से हम स्वर्ग जा सकते हैं लेकिन कुछ का कहना है कि खाली विश्वास से काम नहीं चलता उसके अनुसार कार्य करना पड़ेगा तब स्वर्ग मिलेगा नहीं तो नरक को जाना पड़ेगा याकूब कहता है कि दुष्ट आत्मा भी विश्वास रखती है और थरथाराती है परंतु कर्म नहीं कर सकती !
(याकूब 2:10)
विश्वास और कर्म दोनों साथ साथ चलते हैं बिना कर्म के विश्वास मरा हुआ है!
( याकूब 2:26)
जैसे शरीर में से आत्मा निकल जाए तो वह मर जाता है उसी प्रकार यदि विश्वास में से कर्म निकाल जाए तो वह मरा हुआ विश्वास कहलाएगा परमेश्वर ने कहा है कि अब्राहम तो अपना बेटा बलिदान कर दे उस पर विश्वास किया यह आवाज परमेश्वर की है और बेटे को बलिदान की वेदी पर रख दिया!
( याकूब 2:21)
और वह इस कर्म से धर्मी ठहरा अगर वह अपने बेटे को बलिदान करने को तैयार ना होता तो धर्मी नहीं ठहरता इब्रानियों 11 अध्याय इन विश वासियों का अध्याय है जिन्होंने कर्म किया वह मार खाते-खाते मर गए परंतु छुटकारा नहीं चाहा ताकि उत्तम पुनरुत्थान के भागी हो!
(इब्रानियों 11:35)
बहुत से लोग कहते हैं कि हम परमेश्वर को जानते हैं उस पर विश्वास करते हैं परंतु उसके काम गलत है और कामों से वह उसका इनकार करते हैं!
(तीतुस 1:16)
आज हमारे कर्मों से ही हमारा विश्वास प्रकट होता है यदि काम नहीं है तो मरा हुआ विश्वास है एक मुर्दे को कोई ज्यादा दिन घर में नहीं रखता इसी तरह मरा हुआ विश्वास भी ज्यादा दिन दिखाई नहीं देता बिना कर्म का मरा हुआ विश्वासी एक दिन आविश्वासी बन जाता है हनोक 300 साल परमेश्वर के साथ साथ चलता रहा उसका परमेश्वर के साथ चलना एक कर्म है!
(उत्पत्ति 5:22)
प्रेरितों के काम विश्वास की पुस्तक नहीं परंतु कर्म की पुस्तक है
विश्वसियों ने क्या-क्या किया यह उसमें लिखा है रोमन कैथोलिक कहते कि हम कर्म से स्वर्ग में जाएंगे विश्वास से नहीं तब प्रभु का दास मार्टिन लूथर खड़ा हुआ और कहा कि स्वर्ग जाने के लिए हमको कर्म नहीं विश्वास करना है यह इसलिए हुआ कि रोमन कैथोलिक में कर्मों पर ही जोर दिया जाता था कठिन कठिन काम करने को कहा जाता था पैसा दो तो तुम्हारे पाप माफ हो जाएंगे तुम स्वर्ग में चले जाओगे उसके बाद जिन्होंने कैथोलिक छोड़ा उन्होंने कर्म करना बंद कर दिया खाली विश्वास करो और स्वर्ग जाओ इसके बाद प्रभु के दास जॉन वेसली आए उन्होंने कहा विश्वास और कर्म दोनों जरूरी है पहले विश्वास आता है फिर उसको कर्म मे बदलना बहुत जरूरी नहीं तो वह मरा हुआ विश्वास है!
यदि आपको विश्वास है कि यीशु का लहु सब पापों से शुद्ध करता है तो इसको कर्म में बदले और अपने सब पापों से उसके लहु के द्वारा छुटकारा पाए अगर आप ऐसा ना करें तो आप का मरा हुआ विश्वास है अपने कर्मों से अपने विश्वास को जीवित प्रकट करें!
प्रभु आप सबको आशीष दे!