जी हां मित्रों बांझपन एक ऐसा शब्द है जिसका मतलब है पुर्नवर्ती ना होना यह किसी चीज का निर्माण ना कर पाना बांझपन दो प्रकार का होता है एक शारीरिक और एक आत्मिक शारीरिक बांझपन को ज्यादातर स्त्रियों के गर्भ से जोड़ा जाता है जहां पर वह बच्चे की पैदाइश को नहीं कर सकती परंतु इसके लिए केवल स्त्री जिम्मेदार नहीं होती पुरुष भी जिम्मेदार होता है!
लेकिन आत्मिक बांझपन भी होता है आत्मिक बांझपन जहां पर आत्मा के किसी प्रकार के फल हमारे अंदर नहीं लग पाते और आपने जीवन नष्ट हो जाता है और यह बांझपन बड़ा ही खतरनाक होता है!
क्योंकि यह बांझपन हमें सीधे नर्क की ओर ले जा सकता है लेकिन परमेश्वर जो कि हमारा दयालु है और सर्वशक्तिमान है किसी भी बाझपन को मिटाने और उसे फिर से सुधारने में हमारी मदद करता है और जहां बांझपन होता है वहां पर परमेश्वर बहुत बड़ी आशीष हमारे जीवन में रखता है और ऐसे बहुत से उदाहरण हम बाइबिल देखते हैं!
( उत्पत्ति 18)
1- सारा- जो कि विश्ववासियों की आदि माता कहलाई और हम सब जानते कि सारा की कोई संतान नहीं थी और वह बूढ़ी हो चुकी थी और संतान होना एक अनहोना था लेकिन परमेश्वर की योजना सारा के लिए एक अद्भुत थी क्योंकि उस योजना के तहत एक मसीहा उत्पन्न होना था आगे जाकर और अब्राहम के द्वारा सारी जाति को आशीष मिलनी थी और विश्वास के द्वारा सारा गर्भवती हुई और उसका बांझपन परमेश्वर ने उसके जीवन से मिटा दिया और वह बहुतों के लिए आशीष का कारण बन गई!
(उत्पत्ति 25: 23-25)
2-रिबेका से इसहाक उत्पन्न हुआ और इसहाक से याकूब एक राष्ट्र का निर्माण इजरायल उत्पन्न हुआ आज दुनिया का एक शक्तिशाली देश है!
3-राहेल- से यूसुफ उत्पन्न हुआ जो एक प्रधान हुआ!
(न्यायियों 13)
4- मनोह की पत्नी मनीह से शिमशोन पैदा हुआ जो कि खुदा का एक चुना हुआ नाजिर था एक समर्थ के साथ पैदा हुआ था!
(1-शमूएल 1-19)
5- हन्ना- शमूएल पैदा हुआ जो कि एक बहुत बड़ा भविष्यवक्ता हुआ!
(यूहन्ना 1)
6-इलीशिबा - यूहन्ना पैदा हुआ जोकि लोगो को मन फिराओं का बपतिस्मा देता था जो कि पुरुषों में सबसे सामर्थी था और उसने यीशु मसीह को भी बपतिस्मा दिया!
यह सारी स्त्रियां शारीरिक रूप से तो बांझ थी लेकिन अपने विश्वास के द्वारा इन्होंने अपनी बांझपन को दूर किया और बड़ी आशीष का कारण बनी इनके द्वारा जो लोग उत्पन्न हुए बड़े आत्मिक आशीशों का कारण बने!
हम जिस सर्वशक्तिमान की आराधना करते हैं वह आपके जीवन में किसी प्रकार का भी बांझपन हो उसको मिटा देता है और उसको फलवंत कर देता है इसलिए यदि आपके जीवन में किसी भी तरह का बांझपन है चाहे वह शारीरिक हो या आत्मिक आप परमेश्वर पर भरोसा रखें परमेश्वर आपके अंदर जीवन के फल को जरूर उत्पन्न करेगा!
प्रभु आप सबको आशीष दे!