वह उन नगरों को उलाहना देने लगा जिनमें उसने बहुतेरे समर्थ के काम किए थे क्योंकि उन्होंने अपना मन नहीं फिराया था !
(मत्ती 11:20)
यीशु जब इस दुनिया में था बड़े बड़े चमत्कार किए मुर्दों को भी जिला या परंतु यीशु को एक बात का दुख था कि जो लोग चंगाई पाकर और चमत्कारों के होने के बाद वह सब यीशु को छोड़ कर चले जाते थे वह अपना मन नहीं फिराते थे उसने कहा हाय खुराजीन, हाय बैतसैदा जो सामर्थ के काम तुममे किए गए यदि वाह सूर और सैदा में किए जाते तो टाट ओढ़कर और राख में बैठकर लोग कबके मन फिरा लेते!
(मत्ती 11:29)
जब परमेश्वर हमारे जीवन में चमत्कार करता है हमारी समस्याएं हल करता है हमें बीमारी से चंगाई देता है तो वह भी हमसे कुछ चाहता है जैसे डॉक्टर के द्वारा चंगाई मिलती है उसको फीस देनी पड़ती है यीशु मसीह हमारे सारे काम मुफ्त में कर देता है और हम खुश हो जाते हैं उसके बाद हम अपना संबंध उससे तोड़ लेते हैं !
जैसे कि चंगे होने के बाद बार-बार डॉक्टर के पास नहीं जाते उसी तरह हमारी समस्याएं हल हो जाने के बाद यीशु को छोड़ देते हैं ऐसा करने पर यीशु को को बहुत दुख होता है और वह कहता है कि मैंने तुम्हारी समस्या इसलिए हल नहीं की कि तुम मुझे छोड़ दो परंतु इसलिए हल की है कि तुम संसार से मन फिराकर हमेशा हमेशा के लिए मेरे हो जाओ यह काम जरूरी है यह काम हम सबको करना है!
एक पास्टर ने चंगाई सभा में कहा कि चंगाई पाने के बाद मन फिराकर बपतिस्मा लेना पड़ेगा मैंने यहां कोई हॉस्पिटल नहीं खोल रखा है अस्पताल में तो बहुत पैसे खर्चे होते हैं यहां पर सब कुछ मुफ्त है और यह इसलिए है कि तुम मन फिरा कर के स्वर्ग राज्य के वारिश हो जाओ यीशु मसीह का पहला प्रचार था कि मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है!
(मत्ती 4:17)
इसका मतलब कि मरने के बाद एक जगह है जिसको स्वर्ग कहते हैं जिस तरह इस पृथ्वी पर राज्य है उसी तरह स्वर्ग में भी राज्य है यह राज्य हमें छोड़ना है स्वर्ग राज्य बहुत निकट है मरने के तुरंत बाद उस राज्य में हमें जाना पड़ेगा और वहां पर हमारा न्याय होगा!
(इब्रानियों 9:27)
जैसा जीवन इस संसार में जिया उसके अनुसार या तो हमको स्वर्ग मिलेगा या नरक मिलेगा इसलिए इस दुनिया में से अपना दिल बिल्कुल हटा ले क्योंकि हमें यहां से बहुत जल्दी जाना है कहां जाना है इसकी गारंटी अभी हमारे पास होनी चाहिए जो यीशु सब बीमारी से चंगाई देता है तथा सारी संसारिक समस्याओं से छुटकारा देता हैं!
यही यीशु हम को मरने के बाद स्वर्ग राज्य भी देता है यीशु स्वर्ग राज्य मुफ्त में मन फिराने पर देता है चंगाई तो थोड़े दिन की है बाद में मौत है जो सबको आनी है इसलिए चंगाई ज्यादा जरूरी नहीं स्वर्ग राज्य ज्यादा जरूरी है फिर भी यीशु चंगाई देता है ताकि हम मन फिराए और उसके लहू के द्वारा हमारे पापों से छुटकारा पाकर स्वर्ग राज्य में जाए चंगाई तो डॉक्टर भी देते हैं दवाई से भी मिलती है मन फिराने के बाद स्वर्ग केवल यीशु ही देते हैं!
प्रभु आप सबको आशीष दे!