पल जब साथ होता हैं
तब उसकी कद्र नहीं होती
जब तक एहसास होता हैं
याद बन चुकी होती हैं
जो लौट वापस कभी आती नहीं
रूलाती तो हैं, पर फिर
से करीब आती नहीं
धुंधलाने लगती हैं, तस्वीरें भी
पल वापिस फिर आते नहीं
जरूरी है, तो बस
पल-पल की कद्र, हर पल की कद्र
क्योंकि
वक्त बीतने के बाद
पल वापस आते नहीं
बिख़र जाये जो मोती
वापस माला में पिरोये
जा सकते नहीं।।