नारी में है, संसार समाया
ये जोड़े जीवन से जीवन का साया
स्वयं ईश्वर भी करते इसे प्रणाम
क्योंकि मिला इसे जननी का नाम
ये जो कष्ट पायेगी
ऐ मूर्ख !
धरती पे प्रलय आयेगी
ये जो जन्म दे सकती हैं
जन को
तो नष्ट भी कर सकती हैं
प्राणों को!!
14 जनवरी 2016
नारी में है, संसार समाया
ये जोड़े जीवन से जीवन का साया
स्वयं ईश्वर भी करते इसे प्रणाम
क्योंकि मिला इसे जननी का नाम
ये जो कष्ट पायेगी
ऐ मूर्ख !
धरती पे प्रलय आयेगी
ये जो जन्म दे सकती हैं
जन को
तो नष्ट भी कर सकती हैं
प्राणों को!!
nai tu nar ki shakti, tujhe sadar naman
16 जनवरी 2016
nari nar ki khan
16 जनवरी 2016