हाथों में मेरे तेरा हाथ हो,
सुख हो या दुख हमसफर साथ होl
गमों की फिर क्या औकात हो,
यूं ही कट जाएगा सफर
तुम अगर साथ होl
नजरों से नजरें टकराती रहे,
लब पे खामोशी छाती रहेl
बिन बोले ही दोनों में जब बात हो,
यूं ही कट जाएगा सफर,
तुम अगर साथ होl
मंजिल तक पहुंचने की ख्वाहिश ना हो,
रिश्तो में कोई आजमाइश ना होl
उम्र भर साथ चलने का वादा रहे,
साथी जीने और मरने का इरादा रहेl
यू हि कट जाएगा सफर
तुम अगर साथ होl