यारियां यारियां यारियां
हमको जान से प्यारी है हमारी यारियां।
ईश्वर की दी हुई प्यारी सौगात है यह यारियां।
हर किसी के नसीब में नहीं नहीं होती है निस्वार्थ यारियां।
बड़े नसीबों से मिलती है ऐसी यारियां।
है हम वह खुशनसीब जिन्हें बचपन से मिली है प्यारी यारियां।
जो आज तक है जिंदा निस्वार्थ प्रेम भरी है प्यारी-प्यारी यारियां।
भले हम एक दूसरे से दूर रहे पर एक दूसरे के दिल में बसते हैं।
आजकल तो टेक्नोलॉजी की वजह से व्हाट्सएप के बेस्ट फ्रेंड ग्रुप में बसते हैं।
है हमको जान से प्यारी ये यारियां।
रखेंगे हम संभाल कर हमेशा जब तक हम रहेंगे जिंदा।
जाने के बाद भी हमारे दोस्तों के दिलों में हम रहेंगे जिंदा।
ऐसी है प्यारी हमारी यारियां
यारियां यारियां यारियां
जान से प्यारी है यह यारियां
स्वरचित कविता 16 सितंबर 21