सैनिक तो सैनिक है ।
युद्ध हो या ना हो ।
सैनिक तो सैनिक है ।
यदि ना हो तो सीमा सुरक्षा।
जहां भी वहां पर लोगों की रक्षा।
जहां भी कुदरती आपदा हो ।
वहां पर लोगों की रक्षा।
देशभक्ति का जज्बा तो।
इन में कूट-कूट के भरा है।
भले छुट्टी में गांव जाए।
वहां भी हो कुछ दंगे अनहोनी ।
तो सैनिक का सैनिक पन जागे ।
और वह करे सब का सामना ।
और करे सबकी रक्षा।
क्योंकि रक्षा का व्रत जो ले रखा है ।
इसीलिए सैनिक तो सैनिक है ।
भले युद्ध हो या ना हो।
हम करते हैं उनको सलाम।
सैनिक तो सैनिक है।
देश की शान है सैनिक
सैनिकों को हम करते हैं सलाम।
स्वरचित कविता 30 अप्रैल 21