तुम्हारे रुक-रुक कर जाते पाँवों की सौगन्ध बापू तुम्हें खाने को आते रातों के जाड़ों का हिसाब मैं लेकर दूँगा तुम मेरी फ़ीस की चिंता न करना मैं अब कौटिल्य से शास्त्र लिखने के लिए विद्यालय नहीं जाया
पाश का पूरा नाम अवतार सिंह संधु था। पंजाब के प्रमुख कवियों के रूप में उनको जाना जाता है। पाश की पहली कविता 1967 में छपी, जबकि पहली कविता उन्होंने पद्रह वर्ष की आयु में लिखी थी। कवि के रूप में पाश को
"हम सब भारतीय हैं" अद्भुत है हमारी भारतीय संस्कृति एवं ज्ञान हिन्दू हैं हम,होने पर हिन्दू है हमें अभिमान राह विध्वंस की कभी हमने नहीं अपनाई मानव मात्र के विकास में अपनी ऊर्जा लगाई बहुत डाल चु
मैं सात समंदर
पार से, सब छोड़ के,
लौट आती हूँ; पास तेरे, ए वतन मेरे।
कुछ
कोई और रंग अब ज़्ज़ता ही नहीं है, रंग बसंती रंग में रंगरंग कर आया हूं, सांसों की जागीर नाम तेरे लिखकर, मैं केशरिया तिलक लगा कर आया हूं। मैया को यादों की, बाबा को जाड़े की, धूप मखमली
चलो देश को राम बना लें! अपना-अपना भगवान बना लें।
कहते हैं, सब मुझको "सैनिक" पर, सच्ची प्रहरी तो तुम हो "माँ" मैं सपूत इस
18 सितंबर 2016 को वह दिन था जब आतंकवादी समूह भारतीय सैनिकों पर हमला कर रहे थे जब वे बस से जा रहे थे। यह भारतीय सेना पर बड़े आतंकवादी हमलों में से एक था। इस हमले में 19 बहादुर सैनिक मारे गए थे।भारतीय सरकार के समर्थन के साथ भारतीय सेना ने आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने के बदला पर इस बहादुर ऑपरेशन को अं
*देशभक्ति की भूख*प्रिय स्नेही मित्रों जय श्रीकृष्णा *देशभक्ति की भूख* मैंं जाति से ब्राह्मण पं0 रमाकान्त मिश्र हूँँ, लेकिन आज मैं एक ठाकुरवादी (राजपूताना) पोस्ट लिख रहा हूं।राजपूतोंं के बारे में कहा जाता है.. अजी साहब बहुत भेदभाव हुआ दलितों के साथ।उनसे खेतों में काम कराया गया।हरवाह
🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞"बचपन" से हीं जिस वीर शिवा ने सुनेतृत्व निभाया!युद्ध - चक्रव्युह रच मिट्टी -बालू के कीले पर ध्वज फहराया!!🎌🎌🎌🎌🎌🎌🎌१६ साल का तरुण ने, पुणे के तोरण दुर्ग पर परचम् लहराया!बीजापुर के आदिलशाह को लोहे के चने वीर शिवा चबवाया!!⛺🎪⛺🎪⛺🎪⛺🎪⛺प्रपंच से पिता शाह को बंदी कर,शिवा का क्र
आज अभिव्यक्ती स्वातंत्र्याच्या नावावर धर्मनिरपेक्ष देशात आपण स्वतःची दयनीय अवस्था करून घेत आहोत व देशाचीही. उच्चशिक्षित तथाकथित भारतीय तरुण( तथाकथित यासाठी म्हणत आहे की त्याच्या कृतीतून विचारातून राष्ट्रभक्ती मुळीच दिसत नाही)कदाचित प्रसिद्धीसाठी काहीही विचार न करता सोशल मीडियावर ट्विट करतो. आपले मत
👁️👁️👁️👁️👁️👁️👁️👁️शरहद की ओर तकने वालों केसंग 'खून की होली' वीर खेलते।शरहद की ओर तकते वालों केसंग खून की होली बाँकुणे खेलते।।कौन धृष्ट कहता "एल. ओ. सी."की तरफ न भारतीयों तुम देखो!शरहद पार कर हमने खदेड़ापुलवामा को जा जरा देखो!!'सोने की चिड़िया' को अरेबहुतो ने सदियों था नोचा।संभल गये अब हम- ब
शब्दों की कमी भाव को समझ जाइए । जय हिंद आत्मन: शांति भवति: भारत माँ की गोद में ॐ शांति शांति शांति !
03.12.15देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस के बीच आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोगों द्वारा एक मुस्लिम परिवार को सिनेमाहाल से बाहर जाने के लिए कहा जा रहा है।बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने सिनेमाहाल में पिक्चर देखने आए एक मुस्लिम परिवार को बाहर निकाल दिया क्योंकि वो परिव
माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।चरणों में अपनी माँ के, हम शीश झुकाते रहे।।है मन में इक आस, कि बढ़ता रहे विश्वासप्रेम की धारा दिलों में, हम सदा बहाते रहे।माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।।खेतों में हो हरियाली, चहुँओर हो खुशहाली फूल खुशियों के हम, सदा ही उगाते रहे।माँ भारती की आरती, हम यूँ
देशप्रेम सदा ही बहता है,हमसब की ही नस-नस में। आन पड़ी तो जान भी देंगे,खाते हैं हम, ये कसमें। माना हमने कभी लड़ी नहीं,देशहित में एक लड़ाई। पर हमको जब-जब मौका मिला,हम ने भी, जान
नई दिल्ली: 15 August, 2018: भारत में 72वें स्वतंत्रता दिवस (72nd Independence Day) का जश्न मनाया जा रहा है. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2018) के मौके पर लाल किले की प्राचीर से जब प्रधानमंत्री तिरंगा लहराते हैं तो हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है. 1947 में भा