कस्टम अधिकारियों ने चेयरमैन को लिखा पत्र, अपना कमिश्नर शामिल है गोल्ड तस्करी में
नई दिल्ली : देशभर के हवाई अड्डों पर सोने की तस्करी साल 2014 के बाद आसमान छू रही है। कांग्रेस सरकार ने देश में सोने के आयात को रोकने के लिए इस पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी थी जिसके बाद सोना आयात से नही बल्कि तस्करी से आने लगा। आज से करीब एक महीने पहले मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने एक तस्कर को 7 किलो सोने के साथ पकड़ा। तस्कर ने सोना अपने जूतों और अंडरवियर में छिपाया था। अब इस मामले ने पूरे कस्टम विभाग को हिलाकर रख दिया है। 7 दिसंबर को कस्टम विभाग की एयर इंटेलिजेंस यूनिट ने वसंत जाधव नामक व्यक्ति को 1.6 करोड़ के सोने के साथ गिरफ्तार किया गया। उसने कस्टम विभाग को बताया कि वह इस सोने को एक ज्वैलर को सौंपने वाला था गौरव कस्टम विभाग में काम करने वाले एक वकील अपेक्षा जैन के भाई हैं। जिसके बाद कई ऐसे खुलासे सामने आ रहे हैं जिनमे कस्टम विभाग की तस्करी में संलिप्तता का संदेह है। सूत्रों के अनुसार इस मामले के बाद कस्टम विभाग के अन्दर चल रहे एक बड़े गोल्ड तस्करी के रेकेट का पता चल सकता है। इस मामले में पहले भी कई शिकायतें मुंबई सीमा शुल्क अतिरिक्त आयुक्त मिलिंद लंज्वार के खिलाफ आ चुकी हैं। मुंबई की केन्द्रीय उत्पाद शुल्क अधीक्षक एसोसिएशन (CESA) ने सीबीईसी के चेयरमैन नजीब शाह को एक पत्र लिखकर कहा है कि वह इस कस्टम अधिकारी मिलिंग पर कार्रवाई करे। उनका कहना है कि ऐसे अधिकारियों की वजह से कस्टम विभाग की छवि को नुकसान पहुँच रहा है। वही एक अन्य शिकायत CVC को अधिवक्ता की ओर से आई है। जिसमे उसने कहा है कि मुंबई एयरपोर्ट पर मिलिंद और प्रिंसिपल कमिश्नर APS सूरी द्वारा एक गोल्ड रेकेट चलाया जा रहा है।