CBI की जांच 'सेट' करने के लिए मुलायम के भाई एक ख़ास अफसर को देना चाहते है ख़ास कुर्सी
लखनऊ: गर्दन पर लटकी सीबीआई की तलवार से बचने के लिए यूपी सरकार अब नया दांव चलने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक करोड़ों रूपए के यादव सिंह घोटाले से बचने के लिए मुलायम के भाई राम गोपाल एक ऐसे पुलिस अफसर को डीजीपी बनाने जा रहे है जिसकी सगी रिश्तेदार के पास ही सीबीआई में इस घोटाले की जांच है. इस नए डीजीपी का राजतिलक नए साल पर किया जायेगा. सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव के भाई प्रोफेसर राम गोपाल और उनके सांसद बेटे सीधे सीधे 'यादव सिंह घोटाले' में फंस रहे हैं. रामगोपाल के कथित निर्देशों पर ही यादव सिंह दूसरी बार नॉएडा के चीफ इंजीनियर बने थे जिन पर 100 करोड़ रूपए से ज्यादा के घोटाले के आरोप हैं. रामगोपाल यादव क्यों चाहते है प्रवीण सिंह को डीजीपी बनाना ? सूत्रों के मुताबिक रामगोपाल चाहते हैं की 1982 बैच के आईपीएस अफसर प्रवीण सिंह को यूपी का डीजीपी बना दिया जाय. मौजूदा डीजीपी इस महीने रिटायर हो रहे हैं. सूत्रों ने बताया की प्रवीण सिंह की सगी भाभी नीना सिंह सीबीआई में जॉइंट डायरेक्टर हैं और उन्ही के पास यादव सिंह घोटाले की जाँच है. ऐसा कहा जाता है की प्रवीण सिंह के डीजीपी बनने के बाद राम गोपाल सीबीआई की जांच मैनेज कर सकते हैं. नीना सिंह इस वक़्त सीबीआई की सबसे ताकतवर अफसर हैं जिनके पास सभी प्रमुख जाँचे हैं. यादव सिंह घोटाले के अलावा नीना सिंह NRHM घोटाले के भी सुपरवाइजरी अफसर है. सूत्रों के मुताबिक प्रवीण सिंह को यूपी का डीजीपी बनाने पर कई अधिकारी पुलिस प्रमुख की दौड़ से बाहर हो जाएंगे. फिलहाल इस पूरे मामले की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को भी दी गयी है.
यह भी पढ़े : Meet CBI’s queen of hearts who finally takes on UP’s most powerful queen
प्रवीण सिंह के करीबियों ने कहा विरोधी कर रहे साजिश
उधर प्रवीण सिंह के करीबी एक अफसर ने बताया कि इस तरह की खबरें उनके विरोधी फैला रहे हैं. इस करीबी ने कहा कि प्रवीण सिंह एक ईमानदार अफसर रहे हैं और डीजीपी बनाया जाना कोई संयोग या सिफारिश का मामला नही हो सकता है. अगर मेरिट है तो प्रवीण सिंह का डीजीपी बनना क्यों गलत माना जाय. जहाँ तक बात रही नीना सिंह की तो वो उनकी भाभी ज़रूर हैं पर वो सीबीआई में आईपीएस अफसर होने के नाते नियुक्त की गयी हैं.