ख़ास : देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद का 6 दशक का सियासी सफ़र
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद नही रहे। सईद राजनीती के बड़े मझे हुए खिलाड़ी रहे अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर मोदी तक के दौर तक राजनीती के मैदान में टिके रहे। सईद देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री थे। सईद की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वह अपने सियासी पत्तों को हमेशा संभालकर रखते थे। लगभग 6 दशक तक वह कश्मीर में ताकतवर अब्दुल्ला परिवार को चुनौती देते रहे। मुफ़्ती मोहम्मद की ख़ास पहचान यह थी कि पूरे जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के भी वह करीबी रहे इसीलिए मुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अलगाववादियों, पाकिस्तान और आतंकवादियों ने मिलकर जम्मू-कश्मीर में चुनाव के लिए बेहतर माहौल तैयार किया। सईद ने राज्य में अच्छे माहौल में इलेक्शन होने का क्रेडिट सिक्युरिटी फोर्सेज को नहीं दिया था। हालांकि इस बयान के बाद काफी बवाल मचा था, लेकिन मुफ्ती अपने बयान पर अड़े हुए थे। उन्होंने कहा था कि मैंने जो कह दिया वह कह दिया। 1989 को मुफ्ती सईद की बेटी रूबिया को जेकेएलएफ (जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट) ने किडनैप कर लिया। जिसके बाद उन्होंने 5 आतंकियों को भी रिहा किया था। 1950 के दशक के आखिर में जी एम सादिक की डेमोक्रेटिक नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होकर राजनीति की दुनिया में कदम रखा। सादिक ने युवा वकील की क्षमताओं को पहचानकर उन्हें पार्टी का जिला संयोजक नियुक्त किया। सईद 1962 में बिजबेहड़ा से राज्य विधानसभा में चुने गए। उन्होंने पांच साल बाद भी इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा। उन्हें सादिक ने उप मंत्री नियुक्त किया। सादिक उस समय मुख्यमंत्री थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनके न रहने से देश और जम्मू कश्मीर में एक शून्य पैदा हो गया है और सुकून की राह पर आगे बढ़ाने वाले इस नेता की कमी खलेगी। मोदी ने एक ट्वीट में कहा ‘‘मुफ्ती साहब ने अपने नेतृत्व के माध्यम से जम्मू कश्मीर को सुकून की राह पर आगे बढ़ाया। हम सभी को उनकी कमी खलेगी। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं।’’ उन्होंने कहा ‘‘मुफ्ती साहब एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व थे। राजनीतिक परिदृश्य में, अपने लंबे राजनीतिक सफर में उनके कई प्रशंसक थे।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन से एक बहुत बड़ा शून्य देश में और जम्मू कश्मीर में पैदा हो गया है जहां के लोगों के जीवन पर उनके अनुकरणीय नेतृत्व का गहरा प्रभाव है।
बेटी का हुआ था अपहरण
नेशनल कांफ्रेंस का भी रहे हिस्सा
क्या कहा मोदी ने
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर आज दुख जताया और कहा कि सार्वजनिक सेवा में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। सईद के निधन पर हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक सेवा में लंबे अरसे तक रहने के दौरान जम्मू कश्मीर और भारत के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सईद के निधन की खबर सुनकर उन्हें बेहद दुख हुआ। वह आम आदमी के प्रति, खासतौर पर वंचितों के प्रति अपने प्यार के लिए जाने जाते थे।