सबसे बढ़िया मित्र कहकर बिग-बी ने किया शत्रु को खामोश
नई दिल्ली : एक दौर मे शत्रुघ्न सिंहा कि चिर प्रतिद्दंदी रहे अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू मे आज उनकी जमकर तारीफ की सदी के महानायक से आज जब पूछा गया कि काला पत्थर फिल्म के दिनों में आपके और शत्रुघ्न के बीच कुछ मन मुटाव की काफी चर्चा रही थी और शत्रुघ्न पर हालिया रिलीज बायोग्राफी Anything but Khamosh में इस बात का भी जिक्र किया गया है. शत्रुघ्न का कहना है कि अमिताभ मेरे स्टारडम से जलते थे? क्या अब भी आप दोनों में मनमुटाव है? जबाव मे अमिताभ ने कहा मेरे और शत्रुघ्न जी के बीच कभी कोई मन मुटाव नहीं रहा. यहां तक की हाल ही में उनकी किताब में इस किताब की राइटर भारती प्रधान ने मुझसे शत्रुघ्न के बारे में कुछ सवाल पूछने के लिए संपर्क भी किया. मैं एक बात जरूर कहना चाहूंगा मैं इंडस्ट्री के दो शख्सों की खूब प्रशंसा करता हूं जिनमें से एक विनोद खन्ना हैं और दूसरे शत्रुघ्न सिन्हा हैं. क्योंकि इन दोनों ने ही हर तरह के रोल अदा किए. शत्रुघ्न सिन्हा ने विलेन से लेकर एक हीरो के तौर पर खुद को बखूबी साबित किया और मैंने तो सिर्फ हीरो वाली फिल्में ही कीं. इसके अलावा दोनों ही स्टार्स ने राजनीति में भी कदम रखा उसमें भी सफल रहे, लेकिन मैं राजनीति में फेल हो गया. इस तरह से मैं शत्रुघ्न सिन्हा को अपने से ज्यादा काबिल और कामयाब इंसान मानता हूं. अमिताभ बच्चन ने FTII विवाद पर कहा कि भले ही जया बच्चन इस संस्थान से जुड़ी रही हो लेकिन मे इस मुद्दे पर कुछ नही कहना चाहुगा. क्योकि मे यहां का छात्र नही रहा हू. उन्होने कहा जया बच्चन इस सवाल का जवाब बेहतर दे सकतीं हैं. इसके अतिरिक्त अमिताभ बच्चन ने अपनी आने बाली फिल्म 'वजीर' को लेकर भी कुछ मजेदार बाते शेयर की. अमिताभ बच्चन ने कहा 'वजीर' बहुत ही मजेदार फिल्म है इसकी सबसे बड़ी खूबी है फिल्म की कहानी जो कि शतरंज के खेल के साथ आगे बढ़ती है. इस फिल्म में मैं एक कश्मीरी पंडित के किरदार में हूं जिनका नाम 'ओंकार नाथ धर' है. उनका ताल्लुक कश्मीर से है लेकिन अब वो दिल्ली में रहते हैं. एक घटना की वजह से उन्होंने अपनी टांगे खो दी हैं और शतरंज के खेल में बहुत माहिर हैं, बच्चों को शतरंत भी सिखाते हैं. लेकिन उनकी एक खास मकसद है एक दर्द है जिसकी लड़ाई वह शतंरज के खेल के अंदाज में लड़ते हैं. इस तरह से फिल्म में आपको शतरंज के खेल का हर किरदार देखने को मिलेगा फिर चाहे वह वजीर हो, प्यादा हो या फिर घोड़ा.