PM मोदी के नजदीकी डोभाल ने किये मनमाने फैसले, राजनाथ और परिकर भी थे अँधेरे में
इंडिया संवाद ब्यूरो प्रधानमंत्री मोदी के सबसे नज़दीकी अफसर अजित डोभाल पर अब पठानकोट हमले में मनमाने फैसले लेने के गंभीर आरोप लग रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की कुर्सी पर बैठे डोभाल के लिए कहा जा रहा उन्होंने पठानकोट हमले के मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के उपेक्षा की और रक्षा मंत्री मनोहर परिकार को भी कई अहम फैसले काफी देर बाद बताए. सूत्रों के मुताबिक डोवाल ने बिना राजनाथ से मशविरा किये बैगैर राष्ट्रिय सुरक्षा गॉर्ड(NSG ) के ब्लैक कैट कमांडो पठानकोट रवाना कर दिए.यही नही पठानकोट में NSG के आईजी को ऑपेरशन की सीधी कमान डोभाल के निर्देश पर दी गयी जिस के कारण वायु सेना के वरिष्ठतम एयर-अफसर कमांडिंग-इन-चीफ आफ वेस्टर्न कमांड मौके पर तो थे लेकिन वहां फैसले आईजी ही ले रहे थे. ऐसा कहा जाता है की आईजी से डोभाल की फोन पर सीधी बात हो रही थी. जानकारों का कहना है कि बेहतर होता की पठानकोट के आपरेशन का ज़िम्मा GOC 29 डिवीज़न यानी सेना के परिचय कमांड के प्रमुख को दिया जिनके पास अपेक्षाकृत ज्यादा फ़ोर्स मौके पर उपलब्ध थी. ऐसा कहा जा रहा की केंद्र के देरी के कारण पठानकोट हमले में सुरक्षा बालों का रिस्पांस टाइम धीमा था. पहली जनवरी की सुबह केंद्र को मालूम हो चूका था की पठानकोट में 4 आतंकवादी घुस गए हैं और उन्होंने एसपी की गाडी लूट ली है पर दोपहर तक आईबी मुख्यालय में हलचल नही थी. काफी देर बाद जब आतंकवादियों के फ़ोन कॉल ट्रैक गए तब केंद्र को पता लगा फिदायीन आतंकवादी पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले है. तब तक एयरबेस की नाकेबंदी करने देर हो चुकी थी.यही नही गृह मंत्री और गृह सचिव भी ऑपेरशन के लूप में नही थी जिसे एक तरह से गंभीर गलती कहा जायेगा. जानकारों का कहना की प्रधानमंत्री को भी आपरेशन की बृहद समीक्षा के लिए CCS यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक बुलानी चाहिए थी जो नही बुलाई गयी.