टैगोर की किताब का अश्लील अनुवाद करने वाले चीनी लेखक नही आयेंगे दिल्ली पुस्तक मेले में
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली : बीजिंग अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला में भारत को अतिथि देश का दर्जा मिलने के छह वर्ष बाद इस वर्ष नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेला में चीन अतिथि देश है। मेला नौ जनवरी से शुरू हो रहा है। 81 प्रकाशकों और संगठनों, नौ लेखकों और 255 प्रतिनिधियों के साथ चीन को उम्मीद है कि वह भारत से अपने संबंध मजबूत करेगा। बीजिंग अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला के निदेशक लिन लियिंग ने कहा, एनडीबीएफ ने हमें अतिथि देश के तौर पर हिस्सा लेने के लिए आमंत्रण दिया और हमें उम्मीद है कि समारोह से दोनों देशों के बीच मित्रता और गहरी होगी क्योंकि दोनों देश प्राचीन सदस्यता वाले हैं। तांग ने कवि रविन्द्रनाथ टैगोर के ‘स्ट्रे बर्डस’ का अनुवाद किया था जिसे चीन में प्रकाशक ने दुकानों से हटा लिया है। पिछले वर्ष कुछ लोगों द्वारा इसे ईशनिंदा वाला और अश्लील बताने के बाद ऐसा किया गया था। इस बारे में पूछने पर लियिंग ने कहा कि हिस्सा नहीं लेने का निर्णय ‘‘लेखक का निजी निर्णय है।’’ बहरहाल चीन के अन्य महत्वपूर्ण लेखकों लियू झेनयांग, वांग शूफेंग, शू टिंग, काओ वेनजुआन, लान लान, जियांग लियांग और जू जेचेन शामिल हैं जो मेले में शिरकत कर रहे हैं। प्रगति मैदान के हॉल संख्या सात में चीन की पैवेलियन का मुख्य हिस्सा है।लियिंग ने कहा, ‘‘चीनी, अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में पांच हजार किताबों की दस हजार से ज्यादा प्रतियां वहां प्रदर्शित की जाएंगी।
नही आयेंगे टैगोर की किताब से अश्लीलता वाले लेखक
मेला शुरू होने से पहले ही चीन के उपन्यासकार फेंग तांग समारोह से अलग हो गए हैं। ये वही लेखक है जिन्होंने टैगोर की किताब का अश्लीलता के साथ अनुवाद किया था। चीन के लेखक ने रबींद्रनाथ टैगोर की कृतियों का 'अश्लील' लैंगिक निहितार्थ के साथ अनुवाद किया था, जिसकी टैगोर के प्रशंसकों ने कड़ी निंदा की। प्रशंसकों ने इसे लोकप्रियता हासिल करने का हताशा भरा प्रयास करार दिया।
लेखक फेंग टांग ने इसका चाइना में अनुवाद किया था। चीनी लेखकों ने इसका विरोध किया था और कहा था उन्होंने अश्लील निहितार्थ वाली भाषा में अनुवाद करके हद पार कर दी है। उन्होंने कहा कि रबीन्द्रनाथ टैगोर एशिया के प्रमुख दिग्गज साहित्यकारों में शामिल हैं, जिनकी पहचान विश्वभर में है और चीन में उन्हें बहुत पसंद किया जाता है।