खुलासा: महज 1100₹ में सेना की वर्दी खरीद आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं आतंकवादी
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली: आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पठानकोट हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों का हौसला बुलंद करने में खुद सेना की वर्दियां शामिल रही हैं। गौरतलब है कि बॉर्डर पार करने में आतंकियों ने सेना की जिस वर्दी का सहारा लिया, वह देश में गैर-कानूनी रूप से खुलेआम बाजारों में बिक रही है। सीमा से सटे राज्यों सहित लगभग पूरे देश में खुलेआम सेना की वर्दी बिकती दिख जाएगी। पंजाब के पठानकोट में भी वर्दी की आड़ में आतंकियों ने एयरबेस पर हमले को अंजाम दिया है। कोई भी खरीद सकता है वर्दी श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क के दोनों ओर करीब एक दर्जन से अधिक दुकानों पर वर्दी, जूते, स्टार, स्तंभ वगैरह बिक रहे हैं। वह भी बिल्कुल तैयार। यानी सैनिक ही नहीं, आम नागरिक भी आसानी से किसी भी दुकानदार के पास जाकर अपनी वर्दी खरीद सकते हैं। वर्दी के साथ मैडल्स भी महज 1,100 रुपये में आप न सिर्फ सेना के जवान बन सकते हैं बल्कि 1,500 रुपये में कर्नल या ब्रिगेडियर भी दिख सकते हैं, वह भी अशोक स्तंभ, स्टार, रिबिन व ड्यू साइन वाले। राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित अलवर और श्रीगंगानगर में तो सेना की वर्दी धड़ल्ले से बिक रही है। सेना नहीं दिखती गंभीर सेना इस मुद्दे को गंभीरता से लेती है, लेकिन मामला कानूनी तौर पर सिविल प्रशासन और पुलिस के दायरे में आता है। पिछले दिनों सेना की वर्दी की वजह से आतंकी आसानी से पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन में घुसने में कामयाब रहे। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि इतना सब होने के बावजूद एलआईयू, आईबी और सेना की इंटेलीजेंस खामोश बैठी है। पुलिस भी है लापरवाह सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी आतंकी कई वारदातों को अंजाम देने में सेना की वर्दी का इस्तेमाल कर चुके हैं। ऐसे ही चलता रहा तो पुलिस प्रशासन की यह लापरवाही किसी दिन इससे भी कहीं भयंकर वारदात की वजह बन सकती है हालांकि अब पुलिस इस पर कार्रवाई करने की बात कर रही है।