मैं रक्का में हूँ.. मुझे जान से मारे जाने का खतरा है, .... लेकिन मुझे गला कटवाना मंजूर है
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली : सोशल मीडिया खासतौर से फेसबुक पर पोस्ट लिखने वालों में बड़ी संख्या पत्रकारों की है। सोशल मीडिया पर पत्रकारों की यह जमात हमेशा अपनी भावनाओं खुलकर अपने पोस्ट के जरिये रखते हैं। आइएस के खिलाफ न्यूज़ वेबसाईट चलाने वाली स्वतंत्र महिला पत्रकार राकिया हसन ने फेसबुक पर आईएस के कब्जे वाले इलाके में रहने वालों की जिंदगी को लेकर एक पोस्ट डाला था, साथ ही साथ वो रक्का शहर में मौजूद आईएस के ठिकानों पर होने वाले हवाई हमलों की को भी फेसबुक के जरिए साझा किया करती थी, जिसके बाद आईएस ने उसका सिर कलम कर दिया। आतंकी संगठन आईएस की दहशतगर्दी के खिलाफ न्यूज वेबसाइट चलाने वाले अबु मोहम्मद ने राकिया के आखिरी शब्दों को ट्विटर के जरिए बयां किया। राकिया ने अपने आखिरी पलो में कहा कि ‘वो रक्का में हैं और उन्हें जान से मारे जाने का खतरा है और अगर आईएस के आतंकी उनका गला काट देते हैं तो उनके लिए ये ठीक है क्योंकि अपमान के साथ जीने से ज्यादा सम्मान अपना गला कटवाने में है। सीरिया की एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, आईएस के आतंकियों ने राकिया के परिवारवालों को जानकारी दी है कि 2 दिसंबर को राकिया का सिर कलम कर दिया गया था। साथ ही ये भी जानकारी दी जा रही है कि आईएस ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर किसी महिला का सिर कलम किया हालाँकि आइएस कई लोगों के सर कलम कर चुकी है।