हंगामे से बेफिक्र मोदी आज जायेंगे रूस यात्रा पर, परमाणु ऊर्जा से लेकर तेल पर समझौता
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली : एक तरफ देश में राजनीतिक उठापटक मची हुई है। विपक्षी लगातार मोदी से लेकर अरुण जेटली का इस्तीफ़ा मांग रहे हैं लेकिन इन सबसे बेफिक्र प्रधानमंत्री मोदी आज रूस की यात्रा पर रवाना होंगे। मोदी रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ वाषिर्क शिखर वार्ता के लिए रूस की दो दिवसीय यात्रा पर जायेंगे। इस शिखर वार्ता का लक्ष्य परमाणु उर्जा, हाइड्रोकार्बन, रक्षा और व्यापार पर खास बल देते हुए विशिष्ट रणनीतिक संबंधों का विस्तार करना है। इस वार्ता में भारत में तेल के आयात पर अहम समझौता होने की संभावना है। चीन और अमेरिका के बाद भारत दुनियां का सबसे बड़ा तेल इम्पोटर है। रूस दुनियां का सबसे बड़े तेल उत्पादकों में शामिल है। इस लिए यह समझौता भारत के लिए अहम हो सकता है। परमाणु ऊर्जा पर भी होगा समझौता बृहस्पतिवार को वार्ता के बाद, समय की कसौटी पर खरे उतरे दोनों पक्ष परमाणु उर्जा और रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। शीषर्तम स्तर पर दोनों देशों के बीच वार्ता वर्ष 2000 से ही एक बार मास्को में तो एक बार नयी दिल्ली में बारी बारी से होती आ रही है। विदेश सचिव एस जयशंकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की आशा है । उनमें से कुछ को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ’’ उन्होंने कहा कि आर्थिक संबंधों में विस्तार एक बड़ी प्राथमिकता होगी क्योंकि दोनों देशों का वाषिर्क द्विपक्षीय व्यापार अगले दस सालों में 10 अरब डालर से बढ़ाकर 30 अरब डालर तक ले जाने का लक्ष्य है। मोदी और पुतिन द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा सीरिया की स्थिति तथा आतंकवाद से निबटने के तौर तरीके समेत विविध वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं।जयशंकर ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए निश्चित ही अति महत्वपूर्ण संवादों में एक होगा।