VIDEO : जब पाक सेना ने भेजा 'बीटिंग द रिट्रीट' सेरेमनी के दौरान अपने सिख सैनिक को
इंडिया संवाद ब्यूरो नई दिल्ली : पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर भारत-पाक के रिश्तों में सीमा पर कड़वाहट बढ़ गई है। पाकिस्तान की जमीन से आये आतंकियों ने पठानकोट में 7 सेना के जवानों को मार दिया। वही भारत और पाकिस्तान की सीमा बाघा पर हर रोज होने वाली बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी पाक ने एक सिख जवान को उतारकर दोस्ती का हाथ बढ़ाने का प्रयास किया। पाक की तरफ से सिख जवान को देखकर लोग हैरान दिखे। गौरतलव है कि सीमा पर भारत की और से भी बड़ी संख्या में सिख जवान इस सेरेमनी में हिस्सा लेते हैं। ऐसा भी नही है कि पाक सेना में मुस्लिम जवान ही शामिल हैं पाकिस्तानी सेना में ननकाना साहिब के गुरचरण को साल 2009 में पहले सिख जवान के तौर पर शामिल किया गया था। बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी के दौरान जब इस जवान ने भारतीय जवानों से हाथ मिलाया तो दोनों तरफ से जोरदार तालियाँ बजी। पाकिस्तानी सेना में साल 2013 में वजीरिस्तान के हिंदू सैनिक अशोक कुमार पाकिस्तानी आर्मी की तरफ से लड़ते हुए अपनी जान भी गँवा चुका है। 156 सेकंड चलने वाली इस बीटिंग द रिट्रीट की शुरुआत सन 959 से शुरू हुई थी। इसे देखने के लिए हजारों लोग रोज जमा होते हैं। भारत -पाक युद्ध के दौरान 1965 और 1971 में यह रस्म नही मनाई गई थी।