'पाक से पंजाब' में फैले ड्रग तस्करों के गठजोड़ ने बनाया पठानकोट तक का सुरक्षित रास्ता ?
नई दिल्ली : पठानकोट एक ऐसा इलाका जहाँ भारतीय सेना हमेशा किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार रहती है और इसी इलाके में बसा है सैनिकों परिवारों का बड़ा रिहायश जहाँ जिसके अंदर इनके परिवारों के लिए स्कूल से लेकर और अस्पताल और पार्क तक शामिल हैं। इस लिहाज से यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था सबसे कड़ी होती है। फिर सवाल उठना लाजिम है कि आतंकी इस इलाके के अंदर इतनी सुरक्षा के बावजूद आखिर घुसे कैसे? पाकिस्तान से लगे बॉर्डर की सुरक्षा में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) 24 घंटे बॉर्डर पर नजर रखते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरी बिना अंदरूनी मदद के आतंकी इतनी सुरक्षित कैसे पहुँच गए। कहीं आतंकियों के 'हनी ट्रेप' में तो नही फंसे थे अगवा SP और टैक्स ड्राइवर पठानकोट हमले से पहले अगवा किये गए एसपी सलविंदर सिंह से एनाइअए पूछताछ कर रही है। एनाइअए को शक है कि NIA ने उसे आखिर कैसे रिहा कर दिया। वही आतंकियों ने जिस टैक्स को बुक किया था उसका ड्राइवर भी संदेह के घेरे में है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आतंकी ड्रग तस्करी के जरिये इन लोगों की मदद से सुरक्षित भारत में घुसे थे। क्योंकि टैक्स ड्राइवर एकागर सिंह के काल रिकॉर्ड कुछ ऐसे ही इशारे कर रहे हैं। पाकिस्तान से आती है करोड़ों की ड्रग्स आज ही पंजाब में पुलिस ने 30 करोड़ की हेरोइन बरामद की जो पाकिस्तान से आ रही थी। पंजाब में ड्रग तस्करी के कारोबार ने बेटे कुछ समय में पूरे पंजाब के युवाओं को इसका आदि बना दिया। पाकिस्तान की सीमा से ड्रग की तस्करी का आलम यह है कि साल 2015 में बीएसएफ ने 345 किलो हेरोइन जब्त किया, जिसकी कीमत 1725 करोड़ रुपये है। पिछली बार 20 दिसंबर की रात में बीएसएफ ने 22 किलो हेरोइन जब्त किया था जिसकी कीमत 110 रुपये आंकी गई। इससे पहले भी साल 2014 में बीएसएफ ने पंजाब में तस्करी का सबसे बड़ा खेप बरामद किया था, जो 361 किलो था। यह हेरोइन अफगानिस्तान से लाया जाता है जो पाकिस्तान से भारत भेजा जाता है। ड्रग तस्करी में BSF जवान व नेता भी शामिल पाकिस्तान से होने वाली दर्ज तस्करी कारोबार इतना व्याप्त हो चूका है कि सीमा की सुरक्षा में तैनात BSF के जवान इसकी जद में आ गए हैं। अभी कुछ ही दिन पहले अबोहर सेक्टर का पच्चीस वर्षीय बीएसएफ का जवान से कई किलो हेरोइन बरामद की गई। ये जवान मई 2015 से लेकर अब तक 163 किलो हेरोइन बार्डर से क्रॉस करवा चुका है। बीएसएफ जवान को एक किलो हेरोइन के बदले 70 हजार रुपये मिलते थे। बीएसएफ का जवान तस्करों से अब तक 1.14 करोड़ रुपये ले चुका था। पंजाब भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा (ग्रामीण) के जिला प्रधान जरनैल सिंह व उनके 3 साथियों को राजस्थान पुलिस ने ड्रग तस्करी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपियों से 190 किलो चूरा पोस्त और 3 किलो अफीम बरामद की गयी है। इससे पहले पंजाब भाजपा के 4 नेताओं को ड्रग तस्करी के मामलों में