ऊँची जाति के लोगों के डर से हरियाणा के लादनपुर गांव के दलित मांग रहे हैं अलग बूथ
चंडीगढ़ : देश में अब अपने मत का अधिकार भी सुरक्षित नही रह गया है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे जातिगत बहुलता और दलित बर्चस्व वाले राज्यों में यह और भी मुश्किल हो गया है। पंचायत चुनावों में लगातार बढती जातिगत हिंसा और बूथ कैप्चर करने वाली घटनाओं से लोग डरे हुए हैं। यूपी पंचायत चुनावों में इंडिया संवाद ने कई ऐसी खबरें दिखाई थी जिसमे बूथ कैप्चर किया गया और चुनाव के दौरान हिंसा फैली थी। वहीँ हरियाणा के भिवानी में पंचायत चुनाव के लिए धाना लादनपुर गांव के दलितों ने बूथ बदलने की मांग की है उन्हें अपने वहां पिछले पंचायत चुनावों में हुई हिंसा की याद डरा रही है। भले ही गाँव में दलित सरपंच है। लोगों का कहना है कि पिछली बार ऊंची जाति वालों और दलितों के बीच हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी। यही कारन है कि इस बार गाँव के दलित समुदाय ने डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर अलग बूथ की मांग की है। गाँव में 10 जनवरी को पंचायत चुनाव हैं। पिछली बार हुए चुनावों के बाद दलितों को ऊँची जाती के लोगों के डर के कारण गान तक छोड़ना पड़ा था। पुलिस की कोशिशों और आश्वासनों के बाद ही लोग गाँव में वापस आये थे। कमिश्नर को सौंपे अपने ज्ञापन में लोगों का कहना है कि गांव में ऊंची जाति के लोगों और दलितों के बीच दुश्मनी अभी भी कायम है।