अजी ये क्या हुआ…?
होली रास नहीं आया
कोरोना काल जो आया
महामारी साथ वो लाया
अपना भी हुआ पराया
बीपी धक धक धड़काया
छींक जो जोर से आया…
तापमान तन का बढ़ाया
ऐंठन बदन में लाया
थरथर काँपे पूरी काया
छूटे लोभ मोह माया
दुश्मन लागे पूरा भाया
पूरा विश्व थरथराया……
नाम दिया महामारी
जिससे डरे दुनिया सारी
चीन की चाल सभी पे भारी
बौखलाई दुनिया है सारी
वुहान बना कोविड का दाता
जोड़ा इससे दुनिया का नाता
फ्रांस अमेरिका इटली टूटा
संसाधन पर जग को लूटा
वैक्सीन की करे जोहाई
हर देशों ने गुहार लगाई
तालेबंदी में बीता चौमासा
फेल हो गया इसरो नासा
फार्मा भी दे रहा दुहाई
वैक्सीन पर है दांव लगाई
बहुरूपिया जो निकला कोरोना
इसी बात का बस है रोना
विज्ञान साबित हो रहा है बौना
जीवन साथी बन गया कोरोना
माह बीते बीत गया पखवारा
दाल रोटी से अब होय गुजारा
काम धंधा बंद किया सरकार
कमाई के नाहीं कौनों आसार…?
राशन का नाहीं कौनों जुगाड़…?
दिन कैसे बीते, लागे है पहाड़…?
अजी काढ़ा संग जीवन बीता जाय
घर ही में कैद बने असहाय
अशोका अब तो करो उपाय….
➖ प्रा. अशोक सिंह