पीने के पानी की सुविधा न होने से त्रस्त हैं लोग
मुंबई उपनगर से लगा हुआ और तेजी से विकास की ओर आग्रसर हो रहे नालासोपारा (पश्चिम) स्थित यशवंत गौरव कॉम्प्लेक्स इलाके में लोग पिछले पाँच-सात साल से रह रहे हैं और अभीतक मूलभूत सुविधाओं के लिए तरश रहे हैं।
इस इलाके का बहुत तेजी से विस्तार हुआ है। लोंगों ने अपनी गाढ़ी कमाई लगाकर फ्लैट खरीदे की आरामतलब जीवन व्यतीत करेंगे पर उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हर कदम उन्हें ऐसा प्रतीत होता है जैसे इस इलाके में फ्लैट लेकर वे फँस गए हैं। बिल्डर लॉबी के द्वारा सिर्फ और सिर्फ आश्वासन मिलता है। मैं स्थानीय प्रशासन व स्थानीय नेताओं व जनप्रतिनिधियों का ध्यान इन समस्याओं की तरफ आकर्षित करते हुए रहिवासियों की तरफ से आग्रह करता हूँ कि वे अतिशीघ्र इसे सुलझाने का प्रयास करें।
समस्याएँ इस प्रकार हैं ➖
⏺️ सबसे बड़ी समस्या व मनमानी की बिना ओसी के लोंगों को पजेशन दे दिया गया जबकि सुविधाएँ उपलब्ध नहीं कराई गई। जो सुविधा मिली भी तो उसका पूरा कीमत वसूला गया।
⏺️पीने के पानी की समस्या। पिछले 5-7 साल से लोग रह रहे हैं और उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एक तरफ महंगा मेंटेनेंस तो दूसरी तरफ पीने का पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। बिल्डर्स सिर्फ टैंकर के पानी की आपूर्ति करते हैं जो कि पीने योग्य नहीं होता है।
⏺️आवागमन के लिए रोड की समस्या। तेज़ी से आबादी बढ़ी है पर विकास और सुविधा के नाम पर सड़क निर्माण न करके सिर्फ और सिर्फ आश्वासन मिलता है। जिसके कारण आवागमन की समस्या होती है। दीप हाईट्स और विमल कॉम्प्लेक्स के कोने पर आए दिन दुर्घटना घटती है पर इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं देता है।
⏺️नियम के अनुसार पजेशन मिलने के बाद बिल्डर द्वारा दो साल के अंदर सोसायटी बनाकर रहिवासियों को सौंपना चाहिए। पर इस इलाके में मनमानी चल रही है। लोंगों को रहते हुए 5 से 7 साल हो गए हैं। पर अभी तक सोसायटी नहीं बनाई गई है और बिल्डर मनमाने तरीके से तीन रुपये स्क्वायर फीट के मुताबिक मेंटिनेंस वसूल रहे हैं।
⏺️पहले कहते थे कि प्रोपर्टी टैक्स लगते ही सब ठीक हो जाएगा। पर दस महीने पहले प्रोपर्टी टैक्स भी लग गया पर सुविधा नहीं मिली, ढुलमुल रवैया और टालमटोल की कार्यवाही चल रही है।
⏺️ लोंगों को ढाई से तीन हजार रुपए पीने के पानी के लिए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे हैं। कोरोना काल में तो लोंगों की हालत और बदतर हो गई है। सभी की आय व आमदनी प्रभावित हुई है।
⏺️ नियमित साफ-सफाई न होने के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ चला है। ऐसे में यदि मलेरिया और डेंगू के मामले आने लगे तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी।
⏺️आवागमन के लिए ऑटोवालों की मनमानी चलती है इसलिए वसई-विरार शहर महानगरपालिका की बस सेवा यशवंत गौरव कॉम्प्लेक्स के लिए चलाई जानी चाहिए।
⏺️ फन फिएस्टा से लेकर यशवंत गौरव कॉम्प्लेक्स तक सिर्फ और सिर्फ एक तरफ का रोड कंक्रीट किया हुआ है। दूसरी तरफ का रोड वैसे ही कच्चा रोड है। इसलिए लोग आवागमन के लिए उसका प्रयोग नहीं करते हैं।
अतः प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से निवेदन करता हूँ कि वे यशवंत गौरव कॉम्प्लेक्स की समस्या को प्राथमिकता देते हुए अतिशीघ्र मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
खासकर के पीने के पानी की आपूर्ति और सोसायटी हैंडओवर का कार्य अतिशीघ्र कराकर लोंगों को राहत दिलायें।
यशवंत गौरव कॉम्प्लेक्स के रहिवासी असंतुष्ट हैं।
विमल कॉम्लेक्स, डिव बेरी, ब्लूबेरी, चेरी, दीप हाईट्स, दीप पैराडाइस, दीप प्राइड, शांतिनगर 1,2,3,4.., डीजीएस, संदीप हाईट्स, ऑरेंज हाईट्स, जयविजय नगरी, सेगेल, साई हाईट्स, नाकोड़ा....आदि बिल्डिंगों के रहिवासियों को असुविधाएँ हो रही हैं।
आपलोंगों से आग्रह है कि इस कार्य में सहयोग करें और व्यवस्था बदलाव की आवाज को बुलंद करें।
➖ अशोक सिंह 'अक्स'
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