"उठो बहना शमशीर उठा लो..."
उठो बहना शमशीर उठा लो
सोयी सरकार न जागेगी
हर घर में है दुःशासन बैठा
और कब तक तू भागेगी...?
समय आ गया फिर बन जाओ
तुम झाँसी की रानी
शमशीर उठाकर लिख डालो
एकदम नई कहानी
मरते दम तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी....।
उठो बहना शमशीर उठा लो
बन जाओ तुम मरदानी
कोई नज़र उठाकर देखे
या करता हो छेड़खानी
याद करा दो उसकी नानी
उठो बहना अपने साहस से
लिख डालो नई कहानी
मरते दम तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी....।
उठो बहना शमशीर उठा लो
आज कान्हां ना आएंगे
कानून की देवी अँधी देखो
पट्टी बंधी है आँखों पे
सच्चाई दिखती ही नहीं है
अँधी गूँगी सरकार बनी है......
बहना बन जाओ तुम अभिमानी
अपने जौहर से अब
लिख डालो एक कहानी
मरते दम तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी...।
उठो बहना शमशीर उठा लो
न्याय की कोई आस नहीं
बहरी ये सरकार है देखो....
करती रही है मनमानी
शोहदों की करतूतों को ये
बतलाती है नादानी
उठो बहना स्वाभिमान जगा लो
रच डालो नई कहानी
मरते दम तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी....।
उठो बहना शमशीर उठा लो
अब आस न पालो बीरन से
जाति-पाति में उलझे हैं सभी
उम्मीद नहीं रणधीरन से
उठो बहना तुम हुँकार भरो
बन जाओ रणचंडी की रानी
दुश्मन के खून से लिख डालो
फिर से एक नई कहानी
जो सदियों तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी....।
उठो बहना शमशीर उठा लो
सुखा दो आँखों का पानी
बुरी नज़र रखने वालों को
देनी पड़ जाए कुर्बानी
दहशत फैला दो बहना तुम
बन के माँ अंबे भवानी
कांप उठे आत्मा दुश्मन की
रच दो एक ऐसी कहानी
जो सदियों तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी....।
उठो बहना शमशीर उठा लो
लिख दो मौलिक एक कहानी
जिससे.....
हर अबला बेखौफ हो घूमें
सफलता के आसमान को चूमें
शोहदों के लिए हो झाँसी की रानी
सक्षम बन जाए हर बिटिया रानी
उठो बहना रच डालो तुम
ऐसी एक कहानी
जो मरते दम तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी...
जो सदियों तक याद रहे
सबको एकदम जुबानी.....।
➖ प्रा. अशोक सिंह...🖋️
☎️ 9867889171
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