अनमोल वचन
श्रद्धा सम भक्ति नहीं, जो कोई जाने मोल
हीरा तो दामों मिले, श्रद्धा-भक्ति अनमोल।
दयावान सबसे बड़ा, जिय हिय होत उदार
तीनहुँ लोक का सुख मिले, करे जो परोपकार।
स्वार्थी सारा जग मिले, उपकारी मिले न कोय
सज्जन से सज्जन मिले, अमन चैन सुख होय।
सब कुछ होत है श्रम से, नित श्रम करो तुम धाय
सीधी उँगली घी न निकसे, तो टेढ़ो होत उपाय।
खूबसूरती मन मा होत है, बिनु यहि प्रेम न होय
जाहिं खूबसूरती न बसे, जीवन नर्क सम होय।
ईश को खोजन जो चला, मिला न ईश्वर ठौर
ठोकर लागि जब गिरा, मिला ईश ताहिं ठौर।
➖ अशोक सिंह
☎️ 9867889171
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