चायना को जाना (चीन)
डॉ शोभा भारद्वाज
जिस तरह करोना वायरस चीन में महामारी का रूप ले रहा था चीन की सरकार का रोग की
रोकथाम की कोशिश भी सराहनीय रही रोंज दो से तीन हजार तक केस आते थे अब संख्या 300
तक पहुंच गयी है |यहाँ का बुहान शहर यांगत्जी नदी के किनारे बसा चीन का सातवाँ बड़ा
एवं ओद्योगिक शहर है विश्व की 230 कम्पनियों ने वुहान में निवेश किया, जिनमें
फ्रांस प्रमुख है | यहाँ उच्च शिक्षा के
52 संस्थान है यहाँ के इंटरनेशनल एयर पोर्ट से विश्व के बड़े –बड़े शहरों के लिए
सीधी हवाई सेवा है विश्व के अनेक देशों से यात्री यहाँ आते हैं शायद यहीं से करोना
वायरस का संक्रमण दूसरे देशों में भी फैल रहा है |यहाँ सबसे पहले करोना वायरस तेजी
से फैला था सरकार ने वुहान शहर समेत अन्य पाँच शहरों में आवागमन बंद कर दिया| रोगियों
को लगभग कैद कर दिया जिनमें भी रोग के लक्षण दिखाई दिए उनके न चाहते हुए भी भर्ती
कर सबसे अलग कर इलाज दिया गया |
लोग घरों में कैद है खाने के सामान की दिक्कत है अत : खाना आर्डर किया जाता है
खाना लाने वाला पूरी तरह से ढके हुए ड्रेस को पहन कर आता है खाने का पैकेट रखने के
बाद फोन द्वारा ग्राहक को सूचित कर वह दस कदम पीछे हट जाता है खाने के पैकेट पर
सप्लायर का पूरा नाम पता लिखा रहता है | चीन की सरकार एवं वहाँ के नागरिकों ने करोना
वायरस के खिलाफ पूरी जंग लड़ी है |कोई हंगामा नहीं | भारत में भी करोना वायरस दस्तक
दे रहा है |हर बात पर चैनलों मे टीआरपी की बढ़ाने की होड़ लग जाती है जिसका मुख्य
विषय कमियाँ निकालना रहता इससे निराशा बढ़ती हैं चीन की न्यूज एजेंसी पूरी तरह
सरकारी कंट्रोल में हैं आशा करते हैं हमारे न्यूज चैनल करोना की जंग में सरकार का
साथ देंगें |
चीन
में फ्रीडम आफ थौट अर्थात वैचारिक स्वतन्त्रता -शी जिनपिंग ने 2012 में राष्ट्रपति
का पद सम्भालने के बाद अपनी शक्ति बढ़ाने अपने व्यक्तित्व की उत्तम छवि पेश करने के
लिए एक प्रमुख चीनी विश्वविद्यालय के चार्टर में फ्रीडम आफ थॉट पर रोक लगा दी शिक्षकों
और छात्रों के मस्तिष्क में शी जिनपिंग की चीनी गुणों वाली समाजवादी विचारधारा के नये
युग का सूत्रपात हो कम्यूनिस्ट पार्टी का दबाब बना रहे छात्र और शिक्षक मूल
समाजवादी मूल्यों के अनुसार चलें
कालेज
परिसरों में किसी भी प्रकार की सरकार विरोधी भावना न पनप सके मंत्रालय
ने पूर्वी चीन की नानजिंग यूनिवर्सिटी और उत्तरी चीन के शांग्सी नोर्माल यूनिवर्सिटी
में भी परिवर्तन किये |चीन के छात्र अधिकतर सरकार विरोधी अभियानों को नहीं चलाते लेकिन
इस शीर्ष विश्वविद्यालय के अलावा भी देश के दो
दूसरे उच्चशिक्षा संस्थान के छात्रों ने शी जिनपिंग और उनकी कम्युनिस्ट पार्टी के
इस कदम का विरोध किया है | छात्र एक गीत गा रहे हैं जिसमें शैक्षिक स्वतंत्रता और विचारों की आजादी का बखान किया
गया है |
भारत में फ्रीडम आफ थौट पर रोक लगाने के विषय में सोचा भी नहीं जा सकता अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता के नाम पर सरकार
विरोधी सोच चरम पर है |हल्के कोर्सों में एडमिशन लेने वाले छात्र अक्सर ढपली बजाते,
विरोध जताते सडकों पर उतरते हैं उनका नारा है हम लेके रहेंगें आजादी कैसी आजादी आम
जनता की समझ से बाहर है इनमें ‘दिल्ली’ में जवाहर लाल यूनिवर्सिटी एवं जामिया के
स्टूडेंट प्रमुख है यह वायरस और शहरों में भी फैल रहा है |कम्यूनिस्ट विचार धारा
का चलन विश्व में कम होता जा रहा है लेकिन जेएनयू में बाम पंथी विचार धारा से प्रेम बढ़ रहा है सबका नुक्सान उन स्टूडेंट्स को
भुगतना पड़ता है जो पढ़ाई से कैरियर के बनाकर अपना भविष्य सवारना चाहते हैं लेकिन ढपली
वालों के सामने लाचार हैं लेकिन ढपली
वालों का भविष्य नारे लगाने का शौक उन्हें भी कितना भारी पड़ेगा समय बताएगा हाँ
बेरोजगारों की लाइन और लम्बी होती जायेगी|
चीन के समाज को जानने से पहले चीनी संस्कृति को समझना होगा | ईसा पूर्व 550
में जन्में चीन के महान समाज सुधारक कन्फ्यूशियस के दर्शन को न चीनी भूले हैं न
सत्तासीन नीति विशेषज्ञ| चीन के लोगों में
आम धारणा है सत्ता के महत्व को स्वीकार कर कानूनों का पालन करना हर नागरिक का राज
धर्म है वह कनफ्यूसियस को अपना मार्ग दर्शक मानते हैं चीन के लोगों को प्रजातंत्र
समझ में नहीं आता इस पर घंटों लाल मुहँ कर बहस कर सकते हैं आपके तर्कों को काटते
रहेंगे उनके लिए राष्ट्र प्रथम है काम से कोई नहीं मरता हर इन्सान को अपना काम लगन
और ईमानदारी से निभाना चाहिए यही भावना उनको मेहनत के लिए प्रोत्साहित करती है | उन्हें चीनी होने
पर गर्व है विश्व में कहीं भी बसते हैं आत्म विश्वास और मेहनत की संस्कृति को कभी
नहीं छोड़ते विदेश में भी अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं वहाँ जमीन और घर खरीद
कर वहीं के बाशिंदे बन जाते हैं | चीन ने गरीबी की पराकाष्ठ देखी थी वहाँ की येलो रिवर दुनिया
की तीसरी बड़ी नदी है उसमें ऐसी भयानक बाढ़ आती रही है सब कुछ बहा कर ले जाती है
जिससे भुखमरी फैलती थी | समृद्धि बढ़ने के
बाद भी चीनी कुछ भी खा सकते हैं |
उनके अनुसार जीवन का मूल मन्त्र “जीतने की इच्छा
शक्ति” ,सफलता पाने की
लगन, किसी भी काम को
अपनी पूरी क्षमता से करने की दृढ़ता, इससे हर व्यक्ति के लिए दुनिया
में सबसे ऊंचा मुकाम हासिल करने का मार्ग प्रशस्त होता है | अँधेरे को कोसने
के बजाए एक छोटा सा दीपक जलायें” रत्न रगड़ने के बाद चमकता है ऐसे ही संघर्षों से व्यक्ति का
व्यक्तित्व निखरता है |किसी भी राष्ट्र
की शक्ति वहाँ के निवासियों की सत्य निष्ठा और दृढ नैतिकता पर आधारित होती है| मैं कुछ समय सिंगापुर में
रही वहाँ मैने चीनी मौम को देखा है वह आगे आगे तेजी से चलती दिखाई पीछे भागता बच्चा, उनका मूल मन्त्र है मेहनत से
कोई नहीं मरता वह अपने बच्चों का चहुमुखी विकास करने के लिए प्रयत्नशील रहती
है स्कूल में बच्चे की क्लास खत्म होते ही
गाड़ी में ही वह यूनिफार्म बदलता है माँ उसे हाबी क्लास के लिए ले जाती है यहाँ वह
अपनी रूचि के अनुसार वाद्य यंत्र सीखता है जिनमें प्यानों प्रमुख है लेकिन शारीरिक
व्यायाम और खेल साथ चलते हैं बच्चों का चुहुमुखी विकास प्रवासी भारतीयों ने भी सीख
लिया है |
हन्यु फिनयिन -चीनी बाशिंदों को अपनी भाषा मेंदारिन पर गर्व
है लेकिन सीखना आसान नहीं है चीनी भाषा जिन चिन्हों से बनी है उन्हें समझना कठिन
है चीन में भाषा
सीखने-सिखाने की जो मौजूदा शैली है वह मानते हैं चीनी भाषा में
सबसे ज़्यादा इस्तेमाल आने वाले लगभग 3,500 चिह्नों
(अक्षरों) को हूबहू रट लेना चाहिए अब कोशिश हो रही है चीनी भाषा सीखने के सरल तरीके
को अपनाया जाए चीन का व्यापार विश्व में फैला हुआ है अत : वार्तालाप के लिए भाषा का ज्ञान होना अनिवार्य है |
रशिया के फार ईस्ट में चीनी भाषा
को जानने वाले लोग रहते अत: वहाँ हन्यु पिनयिन ( hanyu pinyin )का चलन किया गया
ईसाई धर्म प्रचारक चीनी समुदाय से बात करने के लिए रोमन लिपि में लिख कर चीनी
बोलचाल की भाषा को सीखा अर्थात रोमन में चीनी भाषा का ट्रांसलेशन | चीन के
शहरों के नाम चीनी से इंग्लिश में ट्रांसलेट कर रहे हैं सिंगापूर में बहुसंख्यक चीनी
रहते हैं ताईवान के चीनी परिवारों की
मात्र भाषा मेंडरिन है लेकिन अपने बच्चों को वह पिनयिन के तरीके से बोलना सिखाते
हैं चीनी अंग्रेजी सीखने के बहुत इच्छुक हैं| मैं सिंगापूर में बसे परिवार से बात
कर रही थी आप अपनी बच्ची को मेंदारिन कैसे सिखा रहीं है उन्होंने बताया पिनयिन
तरीके से मुश्किल से पांच वर्ष की बेटी वहीं बैठी थी उसने उसने अपनी कापी के एक
पेज की मोबाईल से कापी कर वाट्सअपभेज दी हंसी आई ऐसे ही चीनी भाषा में बात चीत की
जा सकती है |