डॉ शोभा भारद्वाज
‘न्यूज नेशन चैनल’ के लिये दीपक चौरसिया जी
नें मोदी जी का 10 मई को इंटरव्यू लिया पांचवें चरण के चुनाव हो चुके थे केवल
दो चरण बाकी थे |इंटरव्यू में विभिन्न
विषयों पर मोदी जी से प्रश्न पूछे गये उन्होंने अपने द्वारा लिखित कविता की कुछ
पंक्तियाँ भी सुनाई विषय ‘अभी तो सूरज उगा है’ इन्हीं पंक्तियों पर चैनल में कवि
सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें मशहूर तीन कवियों एवं बालीवुड के तीन गीतकार
आमंत्रित किये गये | श्री दिलीप चौहान अशोक चक्रधर ,बलबीर सिंह करुण ,समीर अनजान
,संतोष आनन्द , अंत में फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकार ए.एम दौराज इन्होने पद्मावत एवं
बाजीराव मस्तानी जैसी मशहूर फिल्मों के
गीत लिखे हैं उन्होंने कवि सम्मेलन के अन्त में भाव पूर्ण विषय मुहब्बत ( प्रेम)
के विषय पर मधुर स्वर से गीत सुनाया| मोदी जी सबका साथ , सबका विकास ,एवं विश्वास
लेकर चलना चाहते हैं | अधिकाँश लोग नरेंद्र मोदी जी को राजनीतिज्ञ एवं कूटनीतिज्ञ
के रूप में जानते हैं अब कवि नरेंद्र मोदी जी से परिचय हुआ उनका काव्य संग्रह ‘साक्षी
भाव’ है पहले भी खाली समय में वह गुजराती में कविताओं की रचना करते रहते थे | मोदी
जी की रचना में उनके हृदय के भाव एवं इच्छायें अनेक पंक्तियों में दिखाई देती हैं चुनाव
में वह पाँच का कार्यकाल और चाहते थे ‘अभी
तो सूरज उगा है’ कविता की इन चार लाईनों में उनकी महत्वकांक्षा छिपी है जनता ने
खुले दिल से उन्हें बहुमत के साथ पांच वर्ष का कार्यकाल दिया है पहले कार्यकाल में
‘सूरज उगा था’ अब उनकी
विश्वास की लो को जला कर
विकास का दीपक लेकर
सपनों को साकार करने
अभी तो सूरज उगा है ,” सत्ता का सूरज परवान पर चढ़ा” |
एनडीए ने बहुमत से चुनाव जीता भाजपा की अपनी 303 सीटें हैं बहुमत के केंद्र
बिन्दू में मोदी जी प्रमुख हैं भाजपा समर्थक एवं कार्यकर्ता मोदी जी के सामने
नतमस्तक हैं|
चढ़ते सूरज को सभी प्रणाम करते हैं
डूबता सूरज अन्धकार लाता है तब भी लोग डूबते सूरज को भी जल अर्पित करते हैं छट के
पर्व पर अनगिनत लोग नदियों के घाटों, समुद्र ,नहरों या तालाबों , महानगरों में कृत्रिम
तालबों के किनारे डूबते सूरज को जल एवं मौसमी सब्जिया फल अर्पित करते हैं दीप दान
भी करते हैं | भोर में सूर्य फिर उदित होगा उजियारा फैल जाएगा | व्यक्ति अपने
कृतित्व से इतिहास के पन्नों पर अपना नाम लिखता हैं मोदी जी ने अपने कार्यकाल के
दौरान आम जनसमाज के लिए ऐसे कार्य किये जिन पर किसी की सोच ही नहीं गयी थी जैसे घरों
में शौचालय महिलाओं को इसकी सबसे अधिक जरूरत थी दिल्ली में झुग्गियाँ हटाई गयीं
उनके स्थान पर पुनर्वास कालोनियों में गरीबों
को प्लाट मिले उनपर गड्ढा खोद कर शौचालय के पौट भी लगवा कर दिए गये उनकी अहमियत न
समझ कर पहले निकाल कर फेक दिया गढ्ढे भर दिये व हाथ में पानी की बोतल लेकर खुला
स्थान ढूँढना गंदगी फैलाना जारी रहा धीरे – उन्हीं गलियों में सीवर बने टीवी एवं
प्रचार माध्यम से लोगों की समझ में शौचालय की अहमियत आने लगी|
जन धन योजना सबके अकाउंट खुलवाना
,गरीब परिवारों के लिए गैस का चूल्हा एवं आयुष्मान भारत गरीब अपने परिवार के बीमार
की खाट पकड़ कर रोते थे काश उनके पास पैसा होता वह अंतिम सांस तक इलाज करवाते अब
कोइ लाचारी अनुभव नहीं करेगा |मोदी जी का मूल मन्त्र है सबका साथ, सबका विकास,
सबका विश्वास| मोदी जी चाहते हैं विकास हर गरीब के पास पहुंचे उनकी नजर में सभी
अल्पसंख्यक एवं बहुसंख्यक समान हैं | संसद के सेंट्रल हाल एनडीए के सभी सदस्य एवं विजित
सांसदों को सम्बोधित करने से पहले मोदी जी ने संविधान को सिर झुकाया देश के
संविधान एवं प्रजातांत्रिक व्यवस्था में आस्था जताई |
उन्होंने कहा विकास गरीबों के पास भी पहुंचे उनके जीवन में उजियारा आये हमें
समाज के सभी वर्गों को नई उचाईयों पर ले जाना है ,आज तक मुस्लिमों के हित चिंतक बन कर राजनीतिक दलों ने उनको डराया है वह उन्हीं
के वोट बैंक बन कर सुखी रह सकते हैं लेकिन
मोदी जी ने उन्हें आश्वस्त किया विकास सभी के लिए हैं सभी के लिए रहा है धर्म जाति
के आधार पर किसी किस्म का भेद भाव नहीं किया जाएगा , मुस्लिम महिलाओं की गृहस्थी
तीन तलाक के भय से त्रस्त थी पत्नी को रखना या निकालना मर्द समाज का अधिकार रहा है
,सरकार के प्रयत्न का फल सर्वोच्च न्यायालय में तीन तलाक पर बैन लगाने की कोशिश की
गयी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की
जरूरत थी लोकसभा में विधेयक पास हो गया लेकिन राज्यसभा में अटक गया सरकार ने
अध्यादेश जारी कर मुस्लिम महिलाओं के जीवन में आशा जगाई कई मुस्लिम महिलाओं ने
कट्टर सोच वाले परिवार के विरुद्ध जाकर मोदी जी के नाम पर वोट दिया |
उन्होंने कहा हमें घोर विरोधियों को
भी साथ लेकर चलना है , सरकार का हर फैसला संविधान की कसौटी पर खरा उतरेगा , हमें जन
भागीदारी बढ़ानी है नेता गण सेवा भाव से कार्य करें ,जनता पर अहसान न करें | मेरा
जन प्रतिनिधियों से आग्रह है वह सभी को साथ लेकर चलें सबके दिलों को जीतने की
कोशिश करें| तभी 21 वीं सदी भारत की सदी
बन सकेगी उन्होंने भाजपा के नेताओं को चेतावनी
देते हुए कहा वह बड़बोले पन से बचे कहीं भी माईक देख कर शुरू न हो जायें बिना सोचे
न बोले ,नेता जनता के सेवक हैं वीआईपी कल्चर से बचे | हमारे यहाँ कर्म का महत्व है
ईमानदार को जनता सिर पर बिठाती है आज समय बदल गया है हमारा संकल्प सबके लिए रोजगार
होना चाहिए जनता को अपने हिसाब से चलाया
नहीं जा सकता आज की जनता सतर्क हैं |जनता की सकारात्मक सोच से इतना बड़ा जनादेश
मिला है चुनावों द्वारा नये युग की शुरुआत हुई है हमारे पास पाँच वर्ष सत्ता थी अब
और अधिक बहुमत से संसद में पहुंचाया अपने अधिकारों से अधिक कर्तव्यों के प्रति
जागरूक रहें |
उन्होंने कहा एनडीए के साथियों ने मुझे आशीर्वाद दिया है मुझे नेता चुना मैं इसे व्यवस्था का हिस्सा मानता हूँ, मैं भी
आपमें से एक हूँ , चुनावी वातावरण में दूरिया पैदा हो जाती हैं, चुनाव में मिली
जीत के बाद हमें दिलों से जुड़ना है एक तरह से सामाजिक आन्दोलन है| विभागों का
बटवारा किया गया सूरज तो उग चुका है अब प्रकाश को जन – जन तक पहुँचाना है मोदी जी
अपने पाँच वर्ष के कार्यकाल में विश्व पटल पर सशक्त नेता के रूप में उभरे अब तो
भारत को विश्व गुरु बनना है |
चैनल द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में ए.एम
दौराज ,श्री संतोष आनन्द एवं अन्य कवियों को सुनने का अवसर मिला |
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