हमारी मम्मा और पापा स्टोन ऐज के हैं जब पत्थरों से शिकार किया जाता था लेकिन हमारी नानी बिलकुल आज कल की माँ जैसी ‘ड्रीम माँ’ |यह शब्द मेरी बेटी के थे जो दिल्ली के स्कूलों के साथ होने वाली वाद विवाद प्रतियोगिता में जैनरेशन गैप विषय पर अपना पक्ष रख रही थी | हमारी नानी हमारी दोस्त है वह क्रिकेट और फ़ुटबाल की शौकीन है खिलाड़ियों के बारे में बात करती हैं आप उनसे बात कीजिये आपको कौन सा खिलाड़ी पसंद है क्यों पसंद है बतायेगी ? न्यूज की बहुत शौकीन हैं देश में कहीं भी कुछ हो जाये उन्हें चिंता हो जाती है |वह सीरियल देखती है उन पर बहस भी करती हैं हमारे साथ इंग्लिश फिल्म देखने जाती है वह क्लासिकल म्यूजिक जानती हैं परन्तु वेस्टर्न म्यूजिक भी हमारे साथ सुनती हैं | वेस्टर्न म्यूजिक में गाने के यही बोल होते हैं have you seen my wife Mr John और मेरी मम्मा छूटते ही पढाई पर लेक्चर देती हैं या टैस्ट के नम्बर पूछेंगी यदि बताओ बीस में से साढ़े उन्नीस आयें कहेंगी पहले यह बताओ आधा नम्बर कैसे कटा ? और पापा, बाबा आदम के जमाने की मैथ की किताबें हमारे लिए सम्भाल कर रखीं है |
मम्मा पापा की हाबी हमारी कमियाँ निकालना| जब हम बोतल से दूध पीते थे बी.सी.राय चिल्ड्रन लायबरेरी की मेंबर शप हमें ले दी थी हम अंगूठा चूसते हुए अपने वजन से भी भारी किताबें पढ़ते थे | मेरी बेटी ने वादविवाद में प्रथम स्थान लिया शील्ड को साईकिल के सामने बांध कर तेजी से साईकिल चलाती घर आई पीछे भाई बहन साईकिल की घंटियाँ बजाते आ रहे थे सड़क पर घर है परन्तु आसपास के लोग जानते थे जम कर शैतान हैं , आते ही शील्ड मेरे आगे रख दी | मुझे बड़ी हैरानी हुई उसने अकेले तैयारी कब कर ली साथ ही बच्चे बोले कल आपको स्कूल में प्रिंसिपल मैम ने बुलाया हैं मुझे बहुत ख़ुशी हुई शायद स्कूल में मुझे सम्मानित करने बुलाया है अब तक तो सौरी मैम कह कर सिर झुका कर उनकी शैतानियाँ ही सुनी हैं |
मैं स्कूल पहुंची पहले रिसेप्शनिष्ट मुझे देख कर मुस्कराई उसने प्रिंसिपल को सूचित किया जैसे ही मैने प्रिंसिपल के कमरे में पैर रखा वह पहले मुस्कराई फिर हंसने लगीं |उन्होंने बताया आपकी बेटी डिबेट में शील्ड जीत कर लाई हैं स्कूल का नाम ऊँचा किया है लेकिन जैसे ही आपकी बेटी स्टेज पर गई उसके साथ आपके दोनों बच्चों साथ में खड़े हो गये उसने कहा हमारी माँ स्टोन ऐज की हैं जब लोग पत्थरों से शिकार करते थे तीनों ने ऐसा मुहँ बनाया ( गैश्चर दिया ) जैसे बहुत सताए हुए हैं दोनों स्टेज से नीचे आ गये फिर आपकी सपुत्री ने अपने दिल के ऐसे दुःख ब्यान किये पूरा हाल हंस रहा था या ताली बजा रहा था| मैं भी हंसने के अलावा क्या कर सकती थी |जब प्राईज देने का समय आया शील्ड देते समय अध्यक्ष महोदय ने पूछा अगले जन्म में यह मम्मा चाहिए जबाब था नों ,नेवर| यह शब्द आज भी बरकरार हैं |
मेरा सपुत्र तो और भी बढ़ कर कहता हैं मेरे घर में दरवाजा कभी बंद नहीं होगा मेरे बच्चे जहाँ चाहें घूमें कोई रोक टोक नहीं शाम को जहाँ होंगे बटोर लाऊगा| यह है मेरे बच्चों का मदर्स डे पर मेरे लिए विचार और मैं जब मेरा विवाह भी नहीं हुआ था दिल्ली में अभी पढ़ रही थी आई.आई.टी. के एडमिशन की जानकारी के लिए बेचैन रहती थी | एक दिन इतवार के दिन हम अपने समय की दिलचस्प फिल्म टाईटैनिक दिल्ली के प्रगति मैदान के शाकुंतलम थिएटर में लगी हुई थी मेरी सन्तान नानी के घर गई थी हमने सोचा चलो हम भी फिल्म देख आयें बच्चों से कहा चलोगे ?जबाब था जी नहीं हमें बोर नहीं होना हम जैसे ही प्रगति मैदान के गेट पर पहुंचे देखा चार जानी पहचानी शक्लें गप मारती हंसती शोर मचाती चली आ रहीं थी पास आने पर मेरे बच्चे ,भांजी और उनकी नानी थीं मैने हैरान हो कर पूछा अम्मा आप इंग्लिश फिल्म देखने आई हैं आपके समझ में कैसे आई होगी ? अम्मा ने कहा हम अक्सर यहाँ फिल्म देखने आते हैं यह दोनों लडकियों को मैं लेकर आती हूँ यह मेरे साथ सिर जोड़ लेती हैं डायलोग का धीरे-धीरे तर्जुमा करती रहती हैं बाकी तो एक्शन ही हैं | तुम्हें तो फिल्म के नाम से अलर्जी हैं पता नहीं तुम दोनों कैसे आ गये |क्या बच्चे अकेले भेजे जाएँगे ? जम कर झाड़ अलग पड़ी |
मेरी बेटी अब विदेश में रहती है ऊंचे पद पर कार्य रत हैं ,वह भारत में अपनी डेढ़ वर्ष की नन्हीं बच्ची को लेकर आई | बच्ची के साथ उसकी उम्र के हिसाब से तीन किताबे भी थी बच्ची नें आते ही अपनी किताबें खोली और बोली मम्मा लर्निंग टाईम मतलब काम खत्म करो फिर वह खेल े सभी उपस्थित लोग हंसने लगे मेरी बेटी झेंप कर बोली इसके दादा इसे पढाते हैं मैं नहीं असल में प्ले स्कूल में वहाँ बच्चों की वोकैब्लरी देखी जाती है |बच्ची भी समझ गई यहाँ कोइ मदरसा नहीं हैं उसने दो दिन किताबों को बर्दाश्त किया उसके बाद सबकी उपस्थिति में किताब के दो टुकड़े किये पहले उन पर जम्पिंग –जम्पिंग कह कर कूदी उसके बाद हवा में उड़ा कर बोली फ्लाई ऑन दा स्काई फिर उसने किताबें के टुकड़े ऐसी जगह छुपाये किसी को नजर नहीं आये | अब मेरी बेटी माँ हैं और मैं नानी |