फिदायीन,
डॉ शोभा भारद्वाज
विश्व धीरे – धीरे आतंक वाद
की गिरफ्त में घिरता जा रहा है |आतंकवाद एक ऐसी हिंसात्मक गतिविधि है जो शान्ति काल में भी
चलती रहती है, परिणाम घातक होता है आतंकवाद के पोषक की नीयत आर्थिक ,धार्मिक राजनीतिक व्यवस्था एवं शन्ति को
भंग कर अधिक से अधिक नुक्सान पहुंचा कर आम नागरिकों में भय का माहौल पैदा किया
करना | देश की सरकार को डराने उस पर दबाब डालने के लिए आतंकी आम नागरिकों को अपना निशाना बना कर धरती
को खून से रंगते हैं | जम्मू कश्मीर जिले के पुलबामा जिले के अवन्तिपुरा में 14
फरवरी के दिन सीआरपीएफ के श्री नगर जाते काफिले पर घात लगा कर फिदायीन हमला हुआ
जिसमें आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया इस हमले की जिम्मेदारी जैश –ए-मुहम्मद आतंकी
संगठन ने ली |आतंकी हमला करने वाला पुलबामा के काकोर का निवासी आदिल अहमद था उसने
विस्फोटकों से भरी कार से सीआरपीएफ के जवानों की बस पर टक्कर मारी हमला बहुत भयानक
था जिसमे 40 जवान शहीद और कुछ जख्मी हो गये |
युद्ध
में सैनिक लड़ते हैं उनका पोरुष लड़ता है दुश्मन सामने खड़ा है सैनिकों के पीछे पूरा
देश खड़ा होता है मरने मारने को तैयार सैनिक मातृभूमि के लिए शहीद होना गौरव समझते
है लेकिन आत्मघाती हमला किधर से होगा आतंकी की मंशा क्या है भापना आसान नहीं है इन
आत्मघातियों को फिदायीन का नाम भी दिया गया है| ‘फिदायीन’ अरबी शब्द है फ़िदा
कुर्बान हो जाना खुदा की राह में बलिदान देना ऐसा आत्मघाती हमला अक्सर अरब गुरिल्ला
इजराईल के विरुद्ध करते हैं जिसमें फिदायीन की मृत्यू तय है उसके सामने लक्ष्य रखा
जाता है वह अधिक से अधिक नरसंहार करे किसी को आत्मघात के लिए तैयार करना भी आसान
नहीं है |आत्म घाती हमला जेहाद का एक हथियार है जेहाद का अर्थ अधिकतर धर्म युद्ध
माना जाता हैं|
जेहाद शब्द से सभी परिचित
हैं लेकिन इसका अर्थ क्या है ?मुस्लिम धर्म ग्रन्थ पवित्र कुरआन में इसकी व्याख्या
की गयी है| जिहाद अरबी शब्द जहाद से निकला है अर्थ संघर्ष एवं कोशिश करना है |
अधिक तर दूसरे धर्मावलम्बी जेहाद को धर्म युद्ध समझते हैं | मुस्लिम धर्म के
पैरोकार कहते हैं जो नास्तिक हैं या उनकी नजर में काफिर हैं उन्हें दंडित करने का
तरीका है जेहाद इस्लाम का महत्वपूर्ण शस्त्र है | इसके दो अर्थ समझाये जाते हैं
इस्लाम का प्रचार करना दूसरे धर्मावलम्बियों के सुधार के लिए संघर्ष करना ,दूसरे
धर्मों के मानने वालों में अपने आप को श्रेष्ठ दिखाओ ,धार्मिक नियमों का पालन करो रोजा
नमाज के पाबन्द बनों इसी लिए जहाँ लोग बैठे बातें कर रहे हैं वहीं सिफरा बिछा कर
कुछ लोग नमाज अदा करने लगते है बताते हैं वह कितने बड़े नमाजी हैं दूसरो से अच्छा
व्यवहार कर उनका दिल जीतो उन्हें इस्लाम के बारे में समझाओ लोग इस्लाम की तरफ
आकर्षित होंगे जबकि “दूसरे धर्म के बारे में जानना दीनदार के लिए कुफ्र माना
जाता है” |’जेहाद’ भारत की भूमि ने सदियों विदेशी हमलावरों का दंश झेला है घोड़े दौड़ाते
हुये यहाँ की शस्य श्यामला धरती को रोंदना जीतना एक प्रकार का इस्लामिक विचारधारा
वालों के लिए जेहाद था बुतशिकनी मानसिकता के नाम पर कहते थे वह कुफ्र को खत्म कर
रहे हैं सत्ता को पकड़ कर इस्लाम का राज्य स्थापित करना एक उलेमाओं का वर्ग उन्हें
शरियत के अनुसार राज चलाने का मशवरा देता था |डरा धमका कर या लालच देकर धर्म
परिवर्तन करवाना जिसे ईमान लाना कहते थे बाद में गैर मुस्लिम पर जजिया लगाया गया
|अपने ही देश का हिन्दू जजिया देने के लिए मजबूर था |
जेहाद का अर्थ – कुरआन के अनुसार ईश्वर का मार्ग है आधुनिक इस्लामिक स्कालर कहते हैं जेहाद का अर्थ अपने अंदर की बुराईयों से लड़ना है एक अर्थ यह भी बताया जाता है इस्लाम की रक्षा के लिए संघर्ष करना मुसलमानों का यदि शोषण या उन पर अत्याचार हो रहा है उनकी रक्षा में बलिदान देना |आज प्रजातन्त्रात्मक व्यवस्था का युग है इसमें धर्म निरपेक्षता , सभी नागरिकों के समान अधिकारों एवं लोककल्याण कारी राज्य की कल्पना की जाती है |यहाँ तक एक के बाद एक मुस्लिम राष्ट्रों में भी प्रजातंत्र की बयार है बुद्धिजीवियों का वर्ग प्रश्न करता है हमारे देश में निरंकुश शाही किस लिये ?कुछ मुस्लिम देशों के
नौजवानों ने प्रजातंत्र के लिए संघर्ष किया लेकिन उन पर इस्लाम के नाम पर मौलाना
सवार हो गये उन्होंने इस्लाम के नाम पर किसी को बोलने नहीं दिया मुस्लिम देशों में
‘दीन की सियासत का तोड़ मुश्किल’ है |
आज वक्त बदल रहा है किसी देश पर हमला करना
प्रत्यक्ष युद्ध को निमन्त्रण देना है कुछ देश एटमी शक्ति सम्पन्न देश है जैसे ही
किसी क्षेत्र में युद्ध की स्थिति बनती है कोशिश की जाती है आपसी झगड़े वार्ता से सुलझ जाएँ | शान्ति काल में आतंकवादी
सोच ने सत्ता पर अधिकार जमाने के लिए आतंक
का सहारा लिया है आतंकी सरगना अक्सर सीमा पार पाकिस्तान में भारत के खिलाफ जहर
उगलते रहते हैं जिन्हें आईएसआई एवं सेना का समर्थन एवं खुला बजट प्राप्त है भारत
के खिलाफ युद्ध को जेहाद का नाम दिया है | कश्मीर भारत का सिरमौर है यहाँ पाक
आतंकी निरंतर छद्म युद्ध का सहारा ले रहे हैं कश्मीर के नौजवानों को निरंतर भड़काते रहते हैं उनके
हाथ में किताबों के बजाय पत्थर पकड़ा दिए जिन्हें वह सुरक्षा बलों पर चलाते हैं
जिसके लिए उन्हें रुपया दिया जाता है आदिल अहमद आतंकी बनने से पहले पत्थरबाज था |
इसे आजादी की जंग कहते हैं जबकि कश्मीर को धारा 370 एवं 35 A के अंतर्गत विशेष
अधिकार दिए गये हैं |कश्मीरी अपनी सरकार स्वयं चुनते हैं |
फिदायीन तैयार करने का तरीका नया नहीं है अक्सर
प्रश्न किये जाते हैं आपने दीन के लिए क्या किया, क्या कर रहे हैं ? |फिदाईन तैयार
करने वाले, पहले किशोर या जवानों को ढूंढा जाता है पहला सवाल आपने दीन के लिए कुछ
नहीं किया आखिरत के बाद जब तुम्हारा हिसाब होगा क्या जबाब दोगे? प्रभावित नौजवानों
को विश्व में कहीं भी कोई घटना होती है उसके चित्र ‘मजलूमों पर होने वाले जुल्म यह
कह कर दिखाए जाते हैं मुसलमीन पर कितने जुल्म हो रहे हैं क्या तुम इसे सह लोगे
उत्तेजना से पूर्ण उत्तर होता है नहीं आवाज और तेज करते जातें हैं कच्चे दिमाग के
पूरी तरह ट्रांस में आ जाने बाद उन्हें छांट कर अलग कर लिया जाता है अब उनके दिमाग
में ख़ास आवाज में जनून कुछ कर गुजरने का भाव भरा जाता है इन्हीं में आँखों में
सुर्खी देख कर फिदायीन छांट लिया जाता है अब उनको जन्नत का ख़्वाब दिखाया जाता है ?
क्या तुम जन्नत जाना चाहते हो तुम्हें आखिरत तक कब्र में इंतजार करना पड़ेगा लेकिन
दीन के नाम पर कुर्बानी देने वाले शहीदों के लिए जन्नत के दरवाजे सदैव खुले रहते
हैं |’जन्नत’ धरती की जितनी खूबसूरत जगह हैं उनके चित्र दिखा कर ऐसा सौन्दर्य
जन्नत में हैं वहाँ कोई दुःख नहीं है सुख ही सुख है |
मौलाना
समझाते हैं तुम आम औरतों को देखते हो जन्नत में गजब की खूबसूरत हूरें हैं वह सत्तर
तरह के लिवास बदलती हैं कुछ मौलाना कहते हैं जन्नत में तुम्हे बहत्तर हूरे मिलेंगीं
|जेहाद करो फिदायीन बनों शहीद के लिए जन्नत का रास्ता खुला है कच्चा दिमाग सोचता
है इतना शुभ अवसर हैं जन्नत पाने का लम्बा इंतजार क्यों किया जाएँ दीन के नाम पर
शहादत और जन्नत का शौर्ट कट उनके मन में कभी तर्क नहीं आता मौलाना या उनके बच्चे
क्यों नहीं शहादत देते उन्हें क्या जन्नत नहीं चाहिए |गरीब जिसे जिन्दगी में कुछ भी नसीब नहीं है
आसानी से मिलने वाले जन्नत के प्रभाव में आ जाता है | मानसिक रूप से तैयार हो जाने
के बाद उन्हें सबसे अलग कर पूरी तरह जनूनी बनाने के लिए लगातार टेप सुनाये जाते
हैं इधर सफेद पोश रेकी कर उचित अवसर की तलाश करते हैं मौका मिलने के बाद फिदायीन
पर कुर्बानी का रंग चढ़ा कर बाहर लाया जाता है वह मरने के लिए इतना उत्तेजित होता
है उसे यह संसार, सभी रिश्तेनाते बेमानी लगते हैं अक्सर गाड़ी में खतरनाक ज्यादातर
आरडीएक्स भर कर शरीर पर भी टाईम बम लगा कर छोड़ देते हैं जाओ निर्दोषों को मारो
जन्नत में तुम्हारा इंतजार हो रहा |इन
निर्दोषों में रोजे रखने वाले नियम से नमाज पढ़ने वाले सच्चे अर्थों में मुसलमान भी
हो सकते हैं|
अब पढ़े लिखे टेक्नोक्रेट को भी कुर्बानी का जनून
चढ़ा है उन्हें अलग तरह से समझाया जाता है सारे जहान को इस्लाम करने का जनून जो काम
पैगम्बर के आदेश पर खलीफाओं द्वारा अधूरा रह गया है उसे तुम्हे पूरा करना करना है
| इस्लाम के इतिहास में तुम्हारा नाम लिखा जाएगा हैरानी होती है पढ़े लिखे तर्क शील
होते है आजकल उन्हें इंटरनेट के माध्यम से प्रभावित किया जाता है समझाया जाता है ‘वादा
था एक दिन दुनिया इस्लाम हो जायेंगी’ विश्व में इस्लाम का राज होगा तुम ऐसे खुदाई
कार्य में भागीदार नहीं होना चाहते कुछ स्लीपर सेल नौजवानों को लगातार समझाने में
लगे रहते हैं जवान धीरे –धीरे कुछ कर गुजरने की भावना के भाव में बह जाते हैं ऐसा
ही एक अंग्रेजी लिवास अंग्रेजी बोलने वाला
जाकिर नायक जिससे नौजवान बहुत प्रभावित थे | आतंकवाद से दहशत फैलाई जा सकती
है लेकिन किसी देश के मौरल को तोड़ा नही जा सकता ऐसी वारदात के बाद पूरा देश एक हो
जाता है जाग जाता है अंत में आतंकवाद की विचारधारा हारती है |ऐसा ही जोश भारत में
हैं शहीदों की अंतिम यात्रा पर हजारो लोग शहादत को नमन कर रहे हैं |जरूरत सही अवसर
पर एक हिट की है |