मैं रहूँ या न रहूँ भारत ये रहना चाहिए
डॉ शोभा भारद्वाज
एक सैनिक की कर्त्तव्य निष्ठा देश के प्रति निष्ठा को दर्शाती पंक्तियाँ | बार्डर पर पाकिस्तानी सेना के निरंतर बरसते गोले आतंकियों की घुसपैठ उनसे लड़ते सीमा के सजग प्रहरी जिनकी वजह से हम सुरक्षित हैं देश सशक्त है | दुःख हुआ दिल्ली में मचे उपद्रव और हिंसा को शांत करने के लिए अर्द्ध सैनिक बल दिल्ली के नार्थ ईस्ट की गलियों में गश्त कर रहे थे दो जवानो पर एसिड अटैक किया गया एक महोदय अपनी छत से खोलता पानी डाल रहे थे प्रदर्शन कारी उन पर भी पथराव कर रहे थे |प्रदर्शन भी तिरंगे की आड़ में जिस तिरंगे से शहीद जवान का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए अपने घर आता है |धरने पर बैठी महिलायें तिरंगा लहराती संविधान दिखाती है उसी की आड़ में आजाद देश में आजादी के नारे देश को टुकड़े करने ,संसद द्वारा पास कानून का विरोध करती हैं मुफ्त का खाना आखिर कब तक |
राजधानी ट्रेन से 29 जनवरी की शाम को में अहमदाबाद विवाह उत्सव पर जा रही थी डिब्बे में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के जवान 26 जनवरी परेड के बाद अपने घरों को जा रहे थे पूरे डिब्बे में केवल पांच सिविलियन और मैं अकेली महिला यात्री थी |सुबह की चाय के साथ हम लोग बातें करने लगे सब अपने बच्चों के कैरियर के ही विषय पर चर्चा कर रहे थे | केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के इंचार्ज पहले सुनते रहे फिर वह और कुछ क्या कई जवान हमारी बातों में शामिल हो गये उन्होंने कहा हमें साल में दो महीने की छुट्टी मिलती है इसमें हम अपने परिवारों में दो बार जाते है पता नहीं आप लोगों की बातों से समझ आया आप लोग अपन बच्चों के भविष्य की कितनी चिंता करते हैं हमारे बच्चों को हमारी पत्नी कैसे सम्भालती हैं कुछ के बच्चे कैरियर के मोड़ पर थे कुछ के बहुत छोटे थे उनको दुःख था वह अपने बच्चों की किलकारियाँ उनकी शरारते उनको बढ़ता नहीं देख पाते |जब हम छुट्टी से वापिस ड्यूटी पर जाते हैं पत्नियाँ तो मजबूत बनने की एक्टिंग कर लेती हैं लेकिन बच्चे और माँ रोने लगती हैं | हम उनको बहलाने के लिए पूछते हैं जब हम अगली छुट्टी घर आयेंगे तुम्हारे लिए क्या लायें बस आप जल्दी आ जाना |
मैने पूछा अब आपकी पोस्टिंग कहाँ है उन्होंने हंस कर कहा जम्मू कश्मीर मैने बात आगे बढ़ाई में इतना जानती हूँ आपके बच्चे बहुत संजीदा होते हैं जी हाँ बहुत हमारी बेटियाँ कम हंसती हैं | हम उनसे कहते हैं बेटा तुम समाचार मत सुना करो पर मानती नहीं है किसी जवान के बारे में शहीद होने की खबर उन्हें विचलित कर देती है | उनके इंचार्ज का बेटा सेना का डाक्टर बनना चाहता दूसरा फ्लाईंग आफिसर हरेक के बच्चे के अपने सपने थे | मैने उनको बताया आप जब समय मिले अपने बच्चों को हाथ से लिखी चिठ्ठियाँ लिखे उनको पढाई के बाद कैसा स्वर्णिम भविष्य होगा प्रेरित करें और भी अपने अनुभवों को शेयर किया | अबकी बार जब आप घर जायेंगे उनकी किताबें कापिया देखें के वह आपसे जुड़ जायेंगे आपसे अपनी की चर्चा करेंगे मैं दो वर्ष ऐसे एरिया में रही हूँ जहाँ आर्मी के लोग रहते थे उनके बच्चों ने गजब के कैरियर में ऊचाईयों को छुआ कई विदेश उच्च शिक्षा के लिए गये वह सदा अपने बच्चों से ऐसे ही जुड़े स्टेशन आ गया मुझे साबरमती स्टेशन पर उतरना था उन्होंने मेरी उतरने में मदद की नमस्ते करते हुए कहा आप सिविलियन की बातें बहुत अच्छी लगीं आपने सही गाईड किया |
14 फरवरी 2019जम्मू कश्मीर के राष्ट्रिय राजमार्ग से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के 78 वाहनों का दस्ता फुलवामा के पास उन पर आत्मघाती हमला किया गया जिसमें 40 जवान शहीद हो गये, इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के इस्लामिक आतंकवादी संगठन जैश –ए-मुहम्मद ने ली |देश हिल गया हृदय में क्रोध और बेबसी थी सबको सरकार से सख्त कदम उठाने की चाहत थी ऐसा सबक जिसे पाकिस्तान कभी न भूले कोरे भाषण तो बहुत सुन लिए अब और नहीं |पता नहीं क्यों मुझे बहुत भय लगा खाना खाया नहीं जा रहा था रह रह के सिसकी आती थी |
दो हफ्ते के बाद 26 फ़रवरी को सेना के प्रवक्ता के अनुसार भारतीय वायु सेना के मिराज-2000 विमान ने रात के अंधेरे में नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट
में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के 'प्रशिक्षण शिविरों' के ठिकानों पर सिलसिलेवार 'सर्जिकल स्ट्राइक' की जब सेना प्रवक्ता ने बताया कितनी ख़ुशी हुई बता नहीं सकते गयी जो शहीद हुए
थे उनकी शहादत का बदला लिया गया | एस पर भी राजनीति की गयी अधकचरों ने सर्जिकल स्ट्राईक के प्रूफ मांगे
लेकिन जन समाज में उनकी छवि ही खराब हुए |26 जनवरी के
अवसर पर देश के जवान कदम से कदम मिलाते परेड करते राजपथ से गुजरते हैं देश का
मौरेल कितना बढ़ता है अब तो बेटियाँ भी कम नहीं है वह आर्मी आफिसर के समकक्ष हैं |
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