वो बचपन सुहाना अब बहुत याद आता है,हर दिन नया फसाना अब बहुत याद आता है,मेले में वो पापा के कंधों का झूला,धूप में माँ के आँचल का सहारा याद आता है,वो बचपन सुहाना बहुत याद आता है,वो तरन्नुम,वो तराना अब बह
पुण्य धरातल मुखर हुआ हैगुलामी की जंजीरों सेगोद भरी है भारत मां कीभगत सिंह से वीरों सेक्या खोया क्या पाया सब इतिहास हमने भुला दियायाद करो हिंदवीमुगलों को था रुला दिया घुटनों पर अच्छे-अच
*हिंदी दोहे बिषय- इतिहास*
*१*
नया रचो इतिहास भी,
सदा रहे ज
*कभी पढ़ा है यह इतिहास🇮🇳🔱🚩* जब औरंगजेब ने मथुरा का श्रीनाथ मंदिर तोड़ा तो म
क्या आप जानते हैं कि हमारे देश व शहरों के असली नाम क्या थे ???
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🔱🔱🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 हर माँ अटल जी की माँ जैसी हीं होती।
मुक्तक मैं तेरी प्रीति में बावरी हो गई । तुम हुए श्याम रंग सांवरी हो गई
25 दिसम्बर 1861 को मालवीय जी का &nप्रयागराज महातीर्थ के पं. ब्रजनाथ व मूनादेवी बढ़भागी,
भारत कभी सोनचिरैया कहलाता था
उद्योग, व्यापार का यहाँ बोलबाल
7 मार्च 1854 को झाँसी पर अंग्रेजो का अधिकार हो गया।
यह मेरी पुरानी रचना है इसे मैं पुनः प्रकाशित कर कर रही हूं आज म