महाशिवरात्रि पर्वॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्तीयमामृतात् ||आज समस्त हिन्दू समाज भगवान शिव की पूजा अर्चना कापर्व महाशिवरात्रि का पावन पर्व मना रहा है | प्रतिवर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण पक्षकी चतुर्दशी को महाशिवरात्रि के व्रत का पालन किया जाता है, जिसे शिव
अच्छाजीवनकोई मित्र घर पर आए हुए थे | बातोंबातों में वो कहने लगे “हम तो और कुछ नहीं चाहते, बस इतना चाहते हैं किहमारा बेटा अच्छा जीवन जीये... अब देखो जी वो हमारे साले का बेटा है, अभी तीन चार साल ही तो नौकरी को हुए हैं, और देखोउसके पास क्या नहीं है... एक ये हमारे साहबजादे हैं, इनसेकितना भी कहते रहो कि
रिटायरमेंट के बाद क्या करें? भारत दर्शन करें और क्या! चलो फिर एक मोटरसाइकिल ले लेते हैं. एक रॉयल एनफील्ड 500 क्लासिक खरीद ली. बड़े शौक से फटफटिया हाईवे पर दौड़ानी शुरू कर दी. दिल्ली से जयपुर, पुष्कर, हरिद्वार, लैंसडाउन की सैर की. पर कुछ ट्रैफिक ने परेशान किया, कुछ धूल मिट्ट
अपने प्रसिद्ध लेखन में , जिसका नाम है रोमियो और जूलियट, विश्व प्रसिद्ध कवि विलियम शेक्सपियर का एक प्रसिद्ध वक्तव्य दिया है,: - "यदि गुलाब को किसी और नाम से पुकारे तो भी वो उतना हीं मीठा सुगंध देगा जितना कि गुलाब के नाम से पुकारने पर देता है" इस कथन की प्रासंगिकता आज भी
बेहद अफसोस है कांग्रेस राजनैतिक अनैतिकता में और आगे निकल गयी। टीवी पर दृश्य देखकर दंग रह गया। कांग्रेस पार्टी के कुछ कार्यकर्ता महान क्रिकेटर भारत रत्न श्री सचिन तेंदुलकर का कटआउट लेकर उनके खिलाफ नारे लगाते चल रहे थे । वे यहीं तक सीमित नहीं रहे उन्होने उनके कट आउट पर काली स्याही भी डाली । वजह उनका र
जब से सेक्सी और प्रसिद्द विदेशी बालाओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया। बल्लू सींग का जोश बढ़ गया। उनमें रेहाना नाम की गायिका है। उसका गाना तो समझ में न आया। किन्त
हिंदी सेवी सम्मान...दो दिन पहले ही फोन आया। अनजान नम्बर था। सामने से आवाज आई, 'अशोक जी नमस्कार। आपके लिए खुशखबरी है। इस वर्ष आपको हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित किया जा रहा है।'एक पल के लिए तो मुझे कुछ नहीं सूझा। खैर जो कुछ मैंने सुना वो सच था। मुंबई प्रांतीय राष्ट्रभाषा प्रचार सभा ने हिंदी के प्रचार
🔴 संजय चाणक्यकुशीनगर । उन्होंने अपने बुढापे की लाठी को बचपन मे अंगुली पकडकर चलना सिखाया था। सोचा था बेटा बडा होकर घर की सारी जिम्मेदारियों को संभालेगा। लेकिन इस बुजुर्ग पिता को क्या पता था कि बचपन मे जिस बेटे को वह कन्धे पर बैठाकर खेत खलिहान घुमाया करते थे उस बेटे का जनाजा उन्हे अपने बुढे कंधे पर उ
घर बैठे freelance website पर काम करे आज के समय में घर बैठे काम करने का चलन बढ़ता जा रहा है, कई लोग परिस्थितियों के अनुसार घर से ही काम कर रहे हैं। कुछ लोग अपनी कंपनी का काम घर से कर रहे हैं और कुछ पार्ट टाइम जॉब करने में दिलचस्पी रखते हैं ऐसे में कुछ freelance websites हैं जो घर बैठे अनेक काम करने क
वर्त्तमान में दिल्ली की सीमा पर चल रहे पंजाब के किसान आंदोलन की जो रूप रेखा है वह एक आदर्श हो सकती है। लम्बे संघर्ष की रणनीतिक तैयारी गजब की है। रसद सप्लाई। थोड़े थोड़े दिन बाद लोगों का घर लौटना और नये लोगो का आकर जुड़ना। मौसम के हिसाब से कपड़ों का इंतजाम। मेडिकल सुविधाएँ
सौराष्ट्र गौरव:लोक गायक हेमु गढ़वी 07दिसंबर 2007 का वह अविस्मरणीय दिवस था.ग्यारहवीं अंतर
मुझे यह जानकर बेहत ख़ुशी हो रही है की हमरे भाषा को लेकर आप लोगों ने एक वेबसाइट बनाया है | मेने हिंदी की कमी को देखा है और मुझे लगता है की यह कदम हिंदी की बढ़ावा देने में बेहद लाभदायक होगा | इस प्रकार हिंदी के एक अलग हे वेबसाइट बनाकर आपने बहुत बड़ी काम
डर के आगे…एक शीतल पेय के विज्ञापन की आख़िरी पंक्ति से बात शुरू करते हैं,डर के आगे......जीत है.विज्ञापन में तो अतिशयोक्तिपूर्णदावा किया गया है.परंतु क्या ये मुमकिन है?यदि हाँ,तो कैसे?संस्कृत का एक श्लोक हमारा मार्गदर्शन कर सकता है-तावद्भय
जननायक बिरसा मुंडावैसे तो हम हजारों समाजसुधारकों और स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं, उनका जन्मदिन मनाते हैं। पर कुछ ऐसे होते हैं जो अल्पायु जीवनकाल में ही महान कार्य कर जाते हैं पर उनको स्मरण करना सिर्फ औपचारिकता रह जाती है या फिर क्षेत्रीय स्तर पर ही उनकी पहचान सिमटकर रह जाती है। आज मैं बात क
प्रिय बच्चों आपलोगों के साथ बिताया हुआ हर पल हमारे लिए किसी दिवाली से कम नहीं है आपलोगों के आँखों में जो आसमान छू लेने का ख्वाब देखती हूँ तो लगता है जैसे वो ख्वाब सिर्फ आपलोगों के नहीं है वो ख्वाब मेरे भी है अगर कभी भी हमारी जरूरत हो तो हम आपके साथ है
शिक्षक के व्यवसाय का महत्त्वशिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के व्यवसाय का ऐसा ही महत्त्व है जैसे कि ऑपरेशन करने के लिए किसी डॉक्टर अर्थात सर्जन का महत्त्व होता है। शिक्षक सिर्फ समाज ही नहीं बल्कि राष्ट्र की भी धूरी है। समाज व राष्ट्र सुधार और निर्माण के कार्य में उसकी महती भूमिका होती है। शिक्षक ही शिक
ऑर्गेनिक खेती और हैड्रोपोनिक खेती का बढ़ता चलनहालही में मैंने 4 नवंबर, 2020 के अंक में छपा एक लेख पढ़ा जिसका शीर्षक था 'लेक्चरर की नौकरी छोड़ बनें किसान' मिट्टी नहीं पानी में उगती हैं फल और सब्जियाँ। यह कारनामा गुरकीरपाल सिंह नामक व्यक्ति ने कर दिखाया। जो एक कंप्यूटर इंजीनियर थे और लेक्चरर पद पर नौकरी
सबसे सरल, सहज और दुर्बल प्राणी 'शिक्षक'आप हमेशा से ही इस समाज में एक ऐसे वर्ग, समुदाय या समूह को देखते आये हैं जो कमजोर, दुर्बल या स्वभाव से सरल होता है और दुनिया वाले या अन्य लोग उसके साथ कितनी जटिलता, सख्ती या बेदर्दी से पेश आते हैं। वो बेचारा अपना दुःख भी खुलकर व्यक्त नहीं कर पाता है। वैसे तो उसे
हिंदी पाठ्यपुस्तक, मूल्यमापन एवं आराखड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्नमहाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल और बालभारती के संयुक्त तत्वावधान में बहुप्रतीक्षित बारहवीं की हिंदी पाठ्यपुस्तक, मूल्यमापन एवं आराखड़ा संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 1 नवंबर, 2020 को सुबह 11.30 बजे संपन्न हुआ
धन्वन्तरीत्रयोदशीॐ नमो भगवते महासुदर्शनायवासुदेवाय धन्वन्तरयेअमृतकलशहस्ताय सर्वभयविनाशायसर्वरोगनिवारणाय |त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्रीमहाविष्णुस्वरूपायश्री धन्वन्तरीस्वरूपायश्रीश्रीश्री औषधचक्राय नारायणाय नमः ||ॐ नमो भगवते धन्वन्तरयेअमृतकलशहस्ताय सर्व आमयविनाशनाय त्रिलोकनाथायश्रीमहाविष्णुवे नम: ||कर