क्या जानना पर्वतों को कब पूजा जाएगा जब जरूरत होगी उनको तब पूछा जाएगा। रहो मौन ,स्थिर, शांत चित्त शिवाय सा होकर जब विषपान का समय होगा तब पू
आज का विषय :- निरंतरता सफलता की कुंजी है! निरंतरता सफलता की कुंजी है। यह वही है जो हमें उस जगह तक ले जाता है जहां हम आज हैं, यह हमें अपने लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ने में मदद करता है और यही आपको अप
प्रणाम!🙏 कैसे हैं आप सब। आप सभी स्वस्थ रहें, खुश रहें और सकुशल अपना जीवन व्यतीत करें, ऐसी ईश्वर से हमारी प्रार्थना हैं। &
पहली मुलाकात कशिश जो कि एक फोटोग्राफर है। वह उज्जैन की नदी के किनारे फोटो ले रही थी तभी वह देखती है कि एक लड़का मदहोश होकर नदी के गहराइयों के बीच जाता जा रहा था उसे अपना हो
आईना प्रतिबिम्ब है, मेरे निजी अहसास का।चेहरे के अस्तित्व का, कुछ दूर का, कुछ पास का।।...आईने बिन कैसे कोई, स्वयं को पहचानता।और सबको देख लेता, खुद को ही
एक घटना वायरल है, मीडिया, अखबार में,जान से ही हाथ धो बैठे, कई रफ्तार में।चार साथी थे, सभी शिक्षित, सभी फनकार थे,पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर, बी एम डब्ल्यू में सवार थे।।...सिर्फ दो सौ तीस की रफ्तार से वो
मेरे शहर की गली में रहता था बचपनऔर अगली मोड़ में रहती थी खुशी,वो हर सुबह - शाम मिलते थे अक्सरउन दोनों में थी काफी गहरी दोस्ती,बचपन का था थोड़ा रूखा स्वभावछोटी सी बात में गरम होता उसका भाव,खुशी थी होशिया
डियर काव्यांक्षी कैसी हो प्यारी🥰मैं तो बहुत बहुत बहुत ही ज्यादा खुश हूं, क्यों ?? अरे तुम भूल गई ऐसे कैसे भुल गई काव्यांक्षी
बेटियां ही नहीं बेटे भी पराए होते हैं। बेटियां ही नहीं बेटे भी घर छोड़ कर जाते है उठकर पानी तक ना पीने वाले,,,,। आज अपने कपड़े खुद ही धो लेते हैं,वह जो कल तक घर के लाडले थे आज अकेले में रोते हैं ! सिर्
मुझे इश्क़ है तुझी से मेरी जान ज़िंदगानी तेरे पास मेरा दिल है मेरे प्यार की निशानी, मेरी ज़िन्दगी में तू है मेरे पास क्या कमी है जिसे ग़म नहीं ख़िजां का वो बाहर तूने दी है, ना मुझे ग़मे मुकद्दर ना मु
विश्व एक बहुत बड़ी महामारी से गुजर रहा हैं इसके चलते हमारे शहर में भी धारा 144 लगी हैं ,चार साथी एक जगह इकठ्ठा नहीं हो सकते । जरूरत पड़ने पर बाहर जाने की अनुमति है, वरना अनुमति नहीं है
दिनांक-16/8/2022 दिन-मंगलवार प्यारे साथियों और मेंरी दिलरुबा,,, कैसे हैं आप लोग,,। मैं यह चाहती हूं के हम एक दूसरे का हाथ थाम कर शब्द.इन पर अपने शब्दों द्वारा,,,,,,,,इसी तरहं उन्नति के पथ पर अग्रसर
मित्रता दिवस स्पेशल साथियों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम सभी के जीवन में बाकि सभी रिश्ते तो हमारे जन्म से ही निर्धारित हों जातें हैं। और जैसे जैसे हम बड़े होते हैं वैसे वैसे रिश्ते बनते और बि
मित्रता दिवस स्पेशल साथियों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हम सभी के जीवन में बाकि सभी रिश्ते तो हमारे जन्म से ही निर्धारित हों जातें हैं। और जैसे जैसे हम बड़े होते हैं वैसे वैसे रिश्ते बनते और बि
अगर है प्यार मुझसे तो बताना भी ज़रूरी है दिया है हुस्न मौला ने दिखाना भी ज़रूरी है इशारा तो करो मुझको कभी अपनी निगाहों से अगर है इश्क़ मुझसे तो जताना भी ज़रूरी है अगर कर ले सभी ये काम झगड़
डियर काव्यांक्षी शुभ दोपहरी प्यारी , पता है आज का विषय है दोस्ती अनमोल गहना ,सच ही तो है प्यारी दोस्ती की रिश्ता रब की रहमत ईश्वर का वरदान है सच्चा दोस्त जीवन में मिल जाए तो जीवन का मुश्
Hello friendsकितने प्यारे होते थे हमारे ,वो बचपन के दिन ,जब हम अपने किसी खास , दोस्त के साथ रहते थे ? न जाति , न धर्म हम तो ,इंसानों के संग रहते थे ,दोस्ती हमारी इतनी थी गहरी , की हम दो
हैलो प्यारी सो तो नहीं गई बहुत देर हो गई ना क्या करू नींद नहीं आ रही तो सोचा तुमसे बतिया लू जरा देर मैं और मेरा सर्वोत्तम दोस्त अब दोस्ती की बात है तो एक ही तो
आंखें देखो हिरनी सी है होठों का कहना हीं क्या,आंखों पर जो लटका लट है किसी नागीन से कम है क्यातुमसे तुम्हारी हकिकत कहना हमारा कोई सानी है क्या,जुल्
छोड़ गाँव की अल्हड़ मस्ती।खुद को समझता शहरी हस्ती।।सोच ब्रांडेड पर चीजें सस्तीं।बातें जन-जन की अब डसतीं।।छूट गया ये रक्षाबंधन।टूट गया सपना तरु चंदन।।अब लगता नहीं मन किसी मोह में।गुजरे यौवन उहापोह