अफ़ज़ल झट से नीचे आ जाता है। स्कूटी स्टार्ट करने की सब कोशिश करता है। पर वो स्टार्ट नहीं होती। तो अफ़ज़ल कहता है कि मैकेनिक को दिखाना पड़ेगा। तो रुबीना नताशा को इशारों में पूछते हुए अफ़ज़ल से कहती है की हमे तो मेला देखने जाना था। क्या आप हमे अपनी कार से छोड़ देंगे। तो नताशा भी हां में सर हिला देती है। अफ़ज़ल कहता है । बस मुझे पांच मिनट दो। मैं अभी कपड़े बदल कर आता हूं।
अफ़ज़ल आता है। रुबीना आगे की सीट पर बैठ जाती है। नताशा पीछे की सीट पर बैठती है। अफ़ज़ल अपना शीशा ऐसे सेट करता है जिससे उसे नताशा का चेहरा दिखाई देता रहे। अफ़ज़ल गाना लगा देता है।
तुम मिले, दिल खिले और जीने को क्या चाहिए.....
रुबीना मंद मंद मुस्कुराती हैं। नताशा अनदेखा करने का नाटक करती है।
वो लोग मेले में पहुंच जाते है। रुबीना अफ़ज़ल को बाय कहती है। तो अफ़ज़ल कहता है की वो भी साथ में मेला देखने चलता है। तो रुबीना कहती है कि आपको ऑफिस नहीं जाना। अफ़ज़ल कहता है। आज वो छुट्टी ले लेगा। तुम लोगो को वापिस भी तो मुझे ही ले जाना होगा।
अफ़ज़ल टिकट लेकर आता है। तीनों मेला देखने अंदर चले जाते है। रुबीना और नताशा आगे आगे बाते करती हुई चल रही है। बीच बीच में हंसती रहती है। अफ़ज़ल उनके पीछे पीछे चलता है। नताशा के साथ होने से ही खुश है। सोचता है बस ये साथ अब जीवन भर का हो जाएं। तभी रुबीना कहती है कि आप क्या हमारे गार्ड है जो पीछे पीछे चल रहे है। तो अफ़ज़ल रुबीना के एक तरफ चलने लगता है।
दोनो कुछ ना कुछ सामान देखने लगती है। एक झुमके की स्टॉल पर रुकती है। और पहन कर देखने लगती है। रुबीना झट से दो तीन खरीद लेती है। नताशा एक झुमका पसंद करती है। उसे पहन कर देखती है जो उस पर बहुत ही फब रहा था। नताशा शीशे में देखती है तो अफ़ज़ल हाथ के इशारे से बहुत सुंदर का इशारा करता है। नताशा नज़रे झुका लेती है। रुबीना उसे कहती है खरीद लो। नताशा न जाने क्या सोचकर मना कर देती है। फिर वो लोग आगे बड़ जाते है।
रुबीना ने आज खूब सामान खरीद लिया था। जानती थी आज खर्चा अफ़ज़ल करेगा। फिर वो लोग खाने के स्टॉल पर जाते है। नूडल्स और गोलगप्पे खाते है। रुबीना आइस क्रीम लेने जाती है। अब नताशा और अफ़ज़ल अकेले थे। खाने का एक टुकड़ा अफ़ज़ल के होंठ के पास लगा होता है। तो नताशा इशारे से उसे साफ करने के लिए कहती है। अफ़ज़ल जेब से रुमाल निकाल कर साफ करने लगता है। पर वो साफ नहीं होता तो नताशा उसके हाथ से रुमाल लेकर खुद ही साफ कर देती है।