इतिहास में पढ़ाया जाता है कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1632 में शुरू और लगभग 1653 में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ।अब सोचिए कि जब मुमताज का इंतकाल 1631 में हुआ तो फिर कैसे उन्हें 1631 में ही ताजमहल में
*'द कश्मीर फाइल्स' के बहाने: कश्मीर के हिन्दू नरसंहार की 20 नृशंस कहानियाँ।*विवेक अग्निहोत्री के फिल्म निर्देशन से परे, (मैंने फिल्म नहीं देखी है, तो अभी समीक्षा नहीं करूँगा) ये कुछ कहानियाँ हैं जिनके
नदी का प्यार समुद्र से है पर उससे मिलने से पहले कितने इम्तिहान देना पड़ता है कोई नही जानता । नदी का प्यार समुद्र से मिलने पर दिखता है पर कैसे मिली कितने इम्तिहान दिये कोई नही जानता
हिमाचल प्रदेश जिला बिलासपुर के मुख्य बस स्टैंड के डियारा सेक्टर नंबर 1 लक्ष्मी नारायण मंदिर से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर भाखड़ा बांध परियोजना से बनी गोविंद सागर झील में रियासत बिलासपुर का मुख्यालय सा
"औम व्यास देवायनमः". &
मामा जी की जान पहचान में किसी की शादी थी। मेरा मामा जी का लड़का मुझे जबरदस्ती उस शादी में ले गया। हम दोनों बाईक से वहाँ पहुँचे। वहाँ पहुंच कर थोड़ी देर बाद हम दोनों उस शादी में खाने के मजे लूट रहे थे। म
स्कूल के वो दिन, अब याद आते हैं। जब हमारे बच्चे, स्कूल जाते हैं। बारह बजे का था स्कूल, साढ़े ग्यारह बजे निकलते थे। सहेलियों के साथ में, पैदल पैदल चलते थे। पहुँचकर स्कूल में, कक्षा में बैग रखते थे। प्
मेरी प्यारी सखी,जीवन के कुछ ऐसे पल जो चिर स्मरणीय रह जाते हैं कुछ ऐसी यादें जो भुलाए नहीं भूलते।बेटी जब छोटी थी बिल्कुल छोटी। एक दिन मैं नहा कर बाहर निकली तो मैंने देखा कि उसके हाथ में एक लाल डिब्बी ह
मेरी प्यारी सखी,पता है आज सुबह उठने के साथ ही मोबाइल पर 50% नेट के खत्म हो जाने का संदेश आया। बस उठी ही थी दिमाग खराब। सुबह की चाय मिले ना मिले, तो एक बार के लिए चलेगा पर नेट खत्म तो ऐसा लगता है
आज सुबह मुझे साहित्यनामा पत्रिका डाक द्वारा प्राप्त हुई।साहित्यनामा पत्रिका अदम्य प्रतियोगिता करवा चौथ के अवसर मेरा लेख चयनित हुआ था वह लेख उस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।यह देखकर मुझे बहुत ख़ुशी मिल
19 अप्रैल 2022 मंगलवार समय-11:00(रात) मेरी प्यारी सखी, आज बहुत दिनों बाद तुमसे मिलने आई हूॅं, क्या करूं लू की वजह से दस्त आरंभ हो गए थे और
8/4/2022 आज सुबह उठते ही मुझे एक खुशखबरी सुनने को मिली दो तीन दिनों से मन बहुत दुखी था। इसलिए यह खबर सुनकर मैं बहुत खुश हो गई क्योंकि आज सुबह मेरे भैया ( मेरे मामा जी के बेटे) का फोन आया कि वह
आज सुबह मैं बहुत जल्दी उठ गई मुझे रात को ठीक से नींद नहीं आई थी।रह रहकर मेरी आंखों के सामने सिन्हा साहब की बहू का चेहरा आ जा रहा था वह ज्यादा घर से बाहर नहीं निकलती थी दो तीन बार ही उसे मैंने देखा था
आज सुबह जल्दी उठने का मन नहीं हो रहा था क्योंकि कल देर रात तक मैं प्रतिलिपि पर एक लेख लिख रही थी लेख का शीर्षक है आधुनिक काल में वानप्रस्थाश्रम कितना प्रासंगिक हो सकता है। इसलिए सुबह उठने का मन नहीं
16 अप्रैल 2022 शनिवार समय 11:20 (रात) मेरी प्यारी सखी, चारों ओर जय हनुमान ज्ञान गुण सागर की आवाजें गूंज रही है। आज हनुमान जयंती है।
जब हम मिले थे, तब कितनी ख़ुशी थी, क्या थे वो दिन, क्या थीं वो रातें, हर रोज मिलना, मिलकर बिछड़ना, न लोगों की परवाह, न ज़माने का डर था, बागों में जाना वह ऊधम मचाना, झूलों पर चढ़ना और चढ़कर उतरना, हुईं
Bsnl को छोड़कर सभी फोन कम्पनियों ने अपने रेट बढ़ा दिये। इसी पर चर्चा करते-करते मुझे फोन की पुरानी बातें याद आ गई। 1997 की बात है हमारे घर के पास एक pco खुला। इससे पहले हमें फोन करने के लिए थोड़ी दूर जाना
इस शरीर में आंखों की गहराई,मन की गहराई से ज्यादाहृदय की गहराई है।ये गहराई इतनी गहरी हैं किइसकी गहराई किसी को पता नहीचाहे तीन लोक की सम्पत्ति भी मिल जाए तो भी हम इसकी गहराई को भर नहीं सकतेन किसी पद से,
मैंने कल अपनी डायरी में अपने घर काम करने वाली कमली की बातों का जिक्र किया था। उसकी बात सुनकर मैं उसके चेहरे को ध्यान से देखने लगी। मैंने उससे कहा क्या जिस लड़के से तुम्हारे पति ने तुम्हारे बेटी की शा
14 अप्रैल 2022 गुरुवार समय- 11:00 मेर प्यारी सखी,जीवन की कुछ ऐसी यादें जो याद आते ही मन को गुदगुदा देती है वो भींगे पल वो एहसास। आज का दिन बंगाल में नव संवत्सर