गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:
गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।
आप सभी को शिक्षक दिवस की ढेरों शुभकामनाएं🙏💐
भारत में सबसे पहले शिक्षक दिवस 5 सितंबर, 1962 को मनाया गया था। भारत में भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्व... सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जन्म दिवस अर्थात 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण कहा करते थे कि : “पुस्तकें वह साधन हैं, जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियो के मध्य पुल बनाने का कार्य कर सकते हैं।”
शिक्षक हमारे जीवन का स्तंभ और मार्गदर्शक होते हैं। वह अपना समय देकर हमारे जीवन को संवारते हैं, और आगे बढ़ाते हैं। जिस तरह मिट्टी को तराश कर कलाकृति तैयार करने का कार्य कुम्हार करता है, वैसे ही शिक्षक हम बच्चों में निखार लाते हैं, हमें संवारते हैं।
शिक्षक ना सिर्फ हमें शिक्षा देते हैं बल्कि वह हमेशा हमें अच्छा इंसान बनाने की कोशिश करते रहते हैं। शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं। वे हमारे जीवन के पहले गुरु होते हैं, जो हमें केवल पाठ्यक्रम का ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते हैं। वे हमें सही और गलत का अंतर सिखाते हैं। वह हमें प्रेरित करते हैं। हमारे सपनों को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही हमारे भविष्य की नींव है।
शिक्षकों का महत्व हमारे जीवन में बहुत अधिक है। वे हमारे जीवन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षक हमें सही और गलत के बीच का अंतर सिखाते हैं, जो हमें जीवन में सही रास्ते पर चलने में मदद करता है। वे हमें भविष्य के लिए तैयार करते हैं, जिससे हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। वे हमें अपने जीवन को सुधारने में मदद करते हैं, और हमें एक अच्छा इंसान बनाते हैं।
हमारे शिक्षकों का योगदान अमूल्य है। वे हर दिन हमें जीवन की महत्वपूर्ण बातें सिखाते हैं। इस विशेष दिन पर हम सभी अपने शिक्षकों के प्रति धन्यवाद और सम्मान व्यक्त करें।